गया, 9 अगस्त 2023 (अंज न्यूज़ मीडिया) Gaya DM डॉ० त्यागराजन एसएम Bera Test के लिए काफी सक्रीय हैं। यह पहल गरीब बच्चों लिए बड़ा सहारा बना है।
Bera Test | Gaya DM | इस कार्य में उनकी सराहनीय कार्य रही है। जो बच्चों लिए वरदान सा है
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आज उनकी अध्यक्षता में आसमां पायलट प्रोजेक्ट एवं श्रवण श्रुति कार्यक्रम का जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित किया गया। आसमां पायलट प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी त्यागराजन ने सुदृढ़ीकरण हेतु निम्न निदेश दिया। उन्होंने कहा Bera Test जरुरी है।
Bera Test | बेरा टेस्ट
- १. जो गर्भवती महिला केंद्र पर भोजन खाने नहीं आ पा रही है। उन केंद्रों पर आंगनवाड़ी सेविका गृह भ्रमण कर (डोर टू डोर) IFA की गोलियाँ खिलाना सुनिश्चित करेंगी एवं इसका संधारण फॉलो अप कार्ड पर करेंगी।
- २. जिन केन्द्रो पर गर्भवती महिलाओ की उपस्थिति कम हो रही है वह पर आंगनवाड़ी सेविका एवं जीविका के सदस्य गर्भवती महिलाओ को प्रतिदिन आने हेतु उत्प्रेरित करेंगे। कम से कम 80 % उपस्थिति हेतु प्रयास करेंगी |
३. कुछ केन्द्रो पर धान रोपनी के कारण केंद्र पर गर्भवती महिलाओ कि संख्या प्रभावित हुए है उन केन्द्रो पर भोजन खिलने के समय में बदलाव किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक गर्भवती महिला इस परियोजना का लाभ ले सके। चिन्हित केन्द्रो पर दोपहर में भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
४. मानपुर एवं बोधगया में अपेक्षकृत गर्भवती महिलाओ की उपस्थिति कम हो रही है। इसको देखते हुए निर्णय लिया गया की इन प्रखंडों के दूर वाले गांव या पंचायत विशेष कर महादलित बस्ती को चिन्हित किया जाये एवं लक्ष्य को प्राप्त किया जाय। अन्यथा कोच प्रखंड में लाभार्थियों की संख्या बढ़ाया जा सकता है। - ५. सम्बन्धित तीनो प्रखंड के स्वास्थय पदाधिकारी, आई सी डी एस एवं जीविका के पदाधिकारी, पीरामल फाउंडेशन के टीम, गाँधी फेलो एवं UNICEF को आसमा परियोजना को पर्यवेक्षण करने हेतु निदेशित किया गया एवं आवश्यक सहयोग हेतु निदेशित किया गया।
उन्होंने निर्देश दिया कि जो गर्भवती महिला नियमित दवा का प्रयोग कर रहे। उन्हें विशेष कर 5 से 7 हेमोग्लोबिन वाले महिलाओं का उनका हेमोग्लोबिन नियमित जांच करें कि कितना सुधार हो रहा है, उनके हेमोग्लोबिन में।
बहरेपन से प्रभावित बच्चों का Bera Test अनिवार्य : DM
श्रवण श्रुति प्रोग्राम की समीक्षा के क्रम में स्वास्थय विभाग को निदेशित किया गया की जिन बच्चों का BERA TEST नहीं हो पाया है। उन सभी का जल्द से जल्द BERA TEST कराना सुनिश्चित किया जाय।
कोकिलर इम्प्लांट सर्जरी की समीक्षा के क्रम में निदेशित किया गया की जिन बच्चों को चिन्हित किया जा चूका है उन सभी बच्चों को 20 अगस्त तक कानपुर में भेजना सुनिश्चित करे। सम्बंधित बच्चों का कोई भी डॉक्यूमेंट पूर्ण करने में कठिनाई आ रही हो तो डीएम की संज्ञान में लाकर तुरंत समाधान कराएं।
Bera Test में अबतक 325877 बच्चे का स्क्रीनिंग किया जा चुका है, जिसमे 735 बच्चे को Bera Test हेतु रेफर किया गया है। 416 बच्चे को बेरा जांच कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 81 बच्चे बेरा जांच में पॉजिटिव पाए गए। अब तक 22 बच्चे को कोकिलर इम्प्लांट सर्जरी करवा दिया गया है।
81 बच्चे अभी शेष बचे हुए हैं, उन सभी को तेजी से कोकिलर इम्प्लांट सर्जरी कराने हेतु पूरी व्यवस्था करवाने का निर्देश दिया है। उन्होंने निर्देश दिया कि इस माह 20 तारीख तक हर हाल में अधिक से अधिक बच्चो को कानपुर भेजना सुनिश्चित करें।
बैठक में CS (सिविल सर्जन), DHM (जिला स्वस्थ्य प्रबंधक), DPO (जिला प्रोग्राम पदाधिकारी), ICDS (आईसीडीएस), जिला प्रोग्राम प्रबंधक Jivika, कोंच, मानपुर एवं बोधगया प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबधक एवं नरेंद्र जी एवं रवि रंजन, पीरामल फाउंडेशन, जिला प्रतिनिधि UNICEF आदि मजूद थे।