पेयजल संकट की समीक्षा 3 दिनों के भीतर अनिवार्य रूप से करें : डीएम
डीएम ने कठोर चेतावनी दिया है कि लाइन डिपार्टमेंट/ सड़क निर्माण डिपार्टमेंट द्वारा पाइप लाइन को मरम्मत नहीं करवाया जाएगा तो संबंधित पदाधिकारी अथवा एजेंसी के विरुद्ध दर्ज होगी प्राथमिकी
गया : जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में पेयजल नल- जल योजना संबंधी समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की गई।
बैठक में सभी प्रखंडों के पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने- अपने प्रखंडों के पेयजल समस्या से अवगत कराया।
गया जिले के पेयजल संकट को दूर करने के लिए डीएम त्याग ने की गहन समीक्षा अधिकारियों को दी विकासात्मक टीप्स |
जिलाधिकारी त्यागराजन ने 30 जुलाई का डेड लाइन देते हुए सख्त चेतावनी दिया है कि यदि संबंधित लाइन डिपार्टमेंट/ सड़क निर्माण डिपार्टमेंट द्वारा पाइप लाइन को मरम्मत नहीं करवाया जाएगा तो संबंधित पदाधिकारी अथवा एजेंसी के विरुद्ध आपदा अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए नीलाम पत्र दायर किया जाएगा।
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक सप्ताह बुधवार, बृहस्पतिवार एवं शनिवार को क्षेत्र भ्रमण हेतु पूर्व में भी आदेश प्रेषित किया गया है। हर सप्ताह के इन 3 दिनों में कम से कम 10- 10 वार्डो का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करते हुए जन सरोकार से जुड़ी समस्याओं को समाधान करावें। क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणों से फीडबैक अनिवार्य रूप से लें।
बैठक में कार्यपालक अभियंता पीएचईडी द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में पीएचईडी के द्वारा किसी भी टोले में एक भी टैंकर नहीं चलाया जा रहा है। यदि कहीं से कोई टैंकर की मांग आती है तो वहां त्वरित गति से टैंकर मुहैया कराया जाता है।
बैठक में पीएचडी द्वारा बताया गया कि पूर्व के प्राप्त सूची के आलोक में सभी चापाकल को मरम्मती दल द्वारा चापाकलो की मरम्मत करा दिया जा चुका है, इसलिए वर्तमान समय में चापाकल मरम्मत हेतु कोई आवेदन लंबित नहीं है।
अंज न्यूज़ मीडिया की प्रस्तुति |
जिलाधिकारी त्यागराजन ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने स्थानीय मुखिया के साथ टेक्निकल असिस्टेंट की उपस्थिति में पेयजल समस्या की समीक्षा 3 दिनों के अंदर अनिवार्य रूप से कर लें साथ ही उन्होंने सभी टेक्निकल असिस्टेंट को निर्देश दिया है कि अपने क्षेत्र के सभी वार्डों में 3 दिनों के अंदर घूम कर पेयजल की स्थिति का आकलन कर लें। यदि किसी टोले में पेयजल की समस्या हो रही है तो उसके लिए रणनीति बनाकर उन्हें पेयजल समस्या को दूर करावें।
बैठक में पंचायती राज विभाग द्वारा बताया गया कि विभिन्न सड़क निर्माण कार्य के दौरान कुल 46 स्थानों पर नल जल योजना का पाइप लीकेज/ क्षतिग्रस्त हुए हैं, संबंधित लाइन डिपार्टमेंट को इसकी सूचना उपलब्ध करा दी गई है परंतु अब तक उक्त पाइपलाइन को मरम्मत नहीं करवाया गया है। जिसके कारण कुछ टोलों में पेयजल बाधित है।
– अंज न्यूज़ मीडिया की प्रस्तुति