गया, 26 जून (अंज न्यूज़ मीडिया)
कबीर अन्त्येष्टि अनुदान योजना, पंचायत सचिव के दायित्वों के निर्धारण एवं अन्य बिन्दुओं पर कार्यशाला आयोजित कर कई निर्देश दिए।
ज़िला पदाधिकारी ने मुख्य रूप से कबीर अत्येष्टि योजना अन्तर्गत भुगतान में हो रही लापरवाही पर जानकारी लिया। पेंशन योजनाओं से संबंधित मुद्दे। मृत्यु प्रमाण-पत्र एवं अन्य निर्गत प्रमाण-पत्र के संबंध में बैठक करते हुए प्रखंडवार जानकारी लिया।
ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि विदित हो कि कबीर अत्येष्टि योजना सहित कई बुनियाद कार्यों में पंचायत सचिवों द्वार लापरवाही बरती जा रही है एवं जिला स्तर पर इसकी निगरानी नहीं रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि पंचायत सचिव एवं मुखिया के संयुक्त बैंक खाते में कबीर अंत्येष्टि योजना के 5 लाभुकों का राशि खाते में पड़ा रहता है। वैसे बीपीएल परिवार या जिनका वार्षिक आए ₹60000 से कम है वैसे परिवार की अगर मृत्यु होती है तो उन्हें हर हाल में कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत ₹3000 का लाभ दीया जाना है।
मुखिया को कहां की यदि कबीर अंत्येष्टि योजना का पैसा उनके बैंक खाते में नहीं है तो पूर्व में खर्च किए गए राशि का निकासी के लिए संबंधित मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र एवं वार्षिक आय का सर्टिफिकेट ई सुविधा एप पर ऑनलाइन कराना होगा जैसे ही ऑनलाइन अपलोड होगा तुरंत दुबारा राशि आपके खाते में चला जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ प्रखंडों में कबीर अंत्येष्टि योजना का स्थिति काफी खराब है।
उन्होंने सभी पंचायत सचिव को निर्देश दिया है कि इस कार्य में पूरी तत्परता बरती साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि अपने अस्तर से इस की लगातार मॉनिटरिंग करें।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले के 175 पंचायत में कबीर अंत्येष्टि योजना का बैंक खाता वर्तमान समय में अक्रियाशील है। उन्होंने संबंधित बैंक के पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी आपस में बैठक कर यह सुनिश्चित किया कि सभी बैंक खाता अगले 1 सप्ताह के अंदर चालू हो जाए।
उन्होंने सभी प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि यदि आपके क्षेत्र में बीपीएल परिवार तथा 60000 वार्षिक आय से कम वाले ग्रामीण की मृत्यु होती है तो मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में कोई कोताही ना बरतें।
सभी पंचायत सचिव तथा पंचायत समिति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी छोटी-छोटी समस्याओं को समाधान करते हुए अगले 7 दिनों के अंदर कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ लोगों को लाभान्वित करने में तेजी से कार्य करें.
कई मुखिया ने शिकायत किया कि प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं इस पर जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी अपने नोटिस बोर्ड में स्पष्ट प्रदर्शित करेगी किस दिन कहां बैठेंगे। हर हाल में रोस्टर बनाकर प्रदर्शित करें। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने कार्यालय में बीपीएल परिवारों की सूची उपलब्ध रखें।
पंचायत सरकार भवन के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि पंचायती राज विभाग द्वारा निर्गत किए गए सूची में जो भी कार्य पंचायत सरकार भवन से होना है उसे हर हाल में पंचायत स्तर के पदाधिकारी उसे क्रियान्वित करें। प्रायः सूचना मिलती है कि पंचायत सरकार भवन में पंचायत स्तर के अधिकारी कर्मचारी नहीं बैठते हैं। यह काफी संवेदनशील मामला है, हर हाल में पंचायत सरकार भवन में बैठे। पंचायत सरकार भवन में आने वाले आवेदनों का रजिस्टर मेंटेन हर हाल में करें। पंचायत सरकार भवन में कार्य करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर का दायित्व होगा कि प्राप्त आवेदनों को रजिस्टर मेंटेन करते हुए उनके आवेदन को प्रखंड कार्यालय भिजवाए तथा ऑनलाइन कराते हुए उन्हें पर्ची उपलब्ध कराएं।
अंत में उन्होंने कहा कि वैसी योजना जिसमे सीधे पंचायत सचिव का रोल होता है, उन योजनाओं में अगले 7 दिनों के अंदर प्रगति लाना सुनिश्चित कराएं।
इसके उपरांत जिला पदाधिकारी ने सभी मुखिया से उनके क्षेत्र में पानी की समस्या की जानकारी ली बैठक में कुजाप पंचायत के मुखिया ने बताया कि वार्ड संख्या 7 में पानी की समस्या है बीते 15 दिनों से पानी आपूर्ति बाधित है, डीएम ने बीएचडी को इसे दुरुस्त करवाने का निर्देश दिए।
जिला पदाधिकारी ने सभी मुखिया को कहा कि 20 जून तक सभी प्याऊ को पहले की तरह चालू रखें ताकि लोगों को पूर्व की तरह सुविधा मिल सके।
बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता अमृता ओशो, वरीय उप समाहर्ता आरूप उपस्थित थे।