दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय का नामकरण विष्णु- बुद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय करने की मांग
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गया: संघर्ष समिति के नेताओं- कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर किया गया।
विष्णु- बुद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय नामकरण की मांग |
नेताओं ने कहा दूसरे फेज के निर्माण कार्य करने हेतु केंद्र सरकार से 200 करोड़ की राशि आवंटित किया गया है। जिसमें छह सौ कमरे वाला छात्रावास, पुस्तकालय सहित चिकित्सा केंद्र बनाया जाना है।
नेताओं ने कहा स्थानीय विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास का नाम वीर सावरकर छत्रावास, पुस्तकालय का नाम राजर्षी जनक पुस्तकालय, परंतु चिकित्सा केंद्र का नामकरण नहीं हुआ है। जिसका नाम शहीद रामानंद – श्रवण चिकित्सालय करने कि भी मांग किया है। संघर्ष समिति ने विश्वविद्यालय का नामकरण विष्णु- बुद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय कराने की गुहार सरकार से लगाई है।
अन्य मांगो को लेकर आंदोलन का शंखनाद किया गया है। जिसमें पूर्व की भांति गया जिला के सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, छात्र, युवा संगठनों एवं आमजन शामिल हैं। सबों के सहयोग से कार्यान्वयन कराने हेतु संघर्ष जारी रहेगी।
प्रो विजय कुमार मिठू ने कहा जब मोतिहारी (चंपारण) स्थित उत्तर बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय का नामकरण महात्मा गांधी की आंदोलन की भूमि होने के चलते पांच वर्ष पूर्व ही महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय कर दिया गया। तो इसी कड़ी में गया, बोधगया जो विष्णु- बुद्ध की विश्व विख्यात स्थल है। वहां स्थित दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय का नामकरण विष्णु- बुद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय करने की मांग केंद्र सरकार से किया गया है।
विश्वविद्यालय के स्थापना के समय यह घोषणा किया गया था। इसके वृहद कैंपस में राष्ट्रीय स्तर का मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिग कॉलेज सहित सेंट्रल स्कूल स्थापित किया जाएगा परंतु अभी तक इस संबंध में कोई प्रोग्रेस नहीं हुआ है।
मौके पर प्रो मुंद्रिका सिंह नायक, युगल किशोर सिंह, बाल्मीकि प्रसाद, बृजमोहन शर्मा, हिमांशु शेखर, नरेंद्र कुमार गुड्डू, विद्या शर्मा, श्रीकांत शर्मा, रामचंद्र पासवान, सकलदेव चंद्रवंशी, जगरूप यादव, सूचित कुमार मिठू, बिंदा लाल यादव रोहित कुमार मंचन, कवींद्र प्रसाद सिंह, नाथुन पासवान, सुमेरक यादव आदि उपस्थित थे।