गया डीएम त्याग की सकारात्मक पहल से सुदूरवर्ती गौर बिगहा गांव फ्लोराइडयुक्त वाटर से होगा मुक्त
सुर्खियों में गया डीएम त्यागराजन की सकारात्मक पहल |
गया: बोधगया प्रखंड के गौर बिगहा ग्राम में फ्लोराइड की प्रचुर मात्रा पानी में पाए जाने का मामला उजागर हुआ था। उस मामले पर डीएम त्यागराजन ने गंभीरता के साथ पहल की, जो आज सफल हुआ।
जिला पदाधिकारी त्यागराजन ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल द्वारा त्वरित गति से जांच करवाया।
जांच रिपोर्ट में कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी द्वारा बताया गया कि बोधगया प्रखंड के गौर विगहा टोलो के जल नमूने को संग्रहित कर प्रमंडलीय प्रयोगशाला में जांच हेतु भेजा गया था, जांच उपरांत जल नमूनों में फ्लोराइड की मात्रा तय मानक से कुछ ज्यादा पाई गई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इसकी मात्रा में वृद्धि होने की संभावना है।
उपरोक्त संभावना को देखते हुए निचली टोला में जहां पर फ्लोराइड की मात्रा सबसे अधिक पाई गई है, वहां पर एक फ्लोराइड रिमूवल संयंत्र के साथ मिनी जलापूर्ति योजना निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसके लिए संवेदक को कार्यादेश निर्गत करते हुए 20 दिनों के अंदर कार्य पूर्ण करने का स्पष्ट निर्देश ज़िला पदाधिकारी द्वारा दिया गया।
गया जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने महादलित टोला- समग्र उत्थान नामक कार्यक्रम को गया जिले में प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में कतिपय अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए महादलित टोला की सूची के अनुसार टोलों का चयन किया गया है।
संबंधित महादलित टोला के व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, राशन कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, भूमि पर्चा इत्यादि योजनाओं का शत-प्रतिशत अच्छादित किया जाना है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में कुल 120 महादलित टोला को सूचीबद्ध किया गया है जहां संबंधित पदाधिकारियों द्वारा योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।
नगर प्रखंड के धरमपुर ह० टोला, अमराहा ह० टोला, सिमरिया, कोरमा ह० टोला, कुजापी भूई टोली, डेल्हा, मानपुर प्रखंड अंतर्गत शादीपुर, उसरी, भोरे, भुआलपुर, बेलागंज प्रखंड अंतर्गत लक्ष्मीपुर महादलित टोला, भलुआ-2, खनेटा, बाजितपुर, अगन्धा, वजीरगंज प्रखंड अंतर्गत बेलदारी, पुनावा, सेवा टोला (बेला बीघा), कटवा टोला (पार पाइन), मदरडीह टोला, टनकुप्पा प्रखंड अंतर्गत टॉडपर, देवचंद्र पिपरा पासी टोला, ठेकही भुइयां टोला, नागवार, कथाडीह, फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत शिवगढ़, धरहरा कला राधवाचक, पिंडरी (सरदापुर), ठठनिया मोड़, आनंदचक, बोधगया प्रखंड अंतर्गत डुमरी, पत्तेवा, कंचनपुर भूमि टोली, हथियार, प्रहण्डा, टिकारी प्रखंड अंतर्गत सियानंदपुर, नोनी डीह पर, रामनगर, खनेटू, डीहुरा, परैया प्रखंड अंतर्गत परैया खुर्द, पुणे पुनाकला टोला नोनहर, बगाही, गुलरियाचक, मंगरावां टोला मियां बीघा, कोच प्रखंड अंतर्गत को कोच डीह रविदास टोला, सिमरा, अमरा, काबर, मंझियावा, गुरारू प्रखंड अंतर्गत बथानी बिचली बीघा, भीमपुर, मंझियावा, सरेवा, कोरमथु, शेरघाटी प्रखंड अंतर्गत पूर्वी टोला नकनुपा, ढाब चिडैया भुईया टोली, चिताब, गोपालपुर, चरकी, डोभी प्रखंड अंतर्गत कल्याणपुर, त्रिलोकापूर, मसौन्धा, धिरसिंधी कला, निमिया टाड, इमामगंज प्रखंड अंतर्गत मल्हारी, गुरिया, मगहर, चूआवार, गंडेरिया, आमस प्रखंड अंतर्गत रमुआचक, भुईयाडीह, तिलैया, शमशेर खाप, हरिदासपुर टोला महुआडीह, बांके बाजार प्रखंड अंतर्गत नौहर, अंबा खार, श्री डीह, गोइठा खाप, उचला, गुरुआ प्रखंड अंतर्गत सोनारी बाग, तूफानगंज, राजन, पलुहारा, कुटिया पर, डुमरिया प्रखंड अंतर्गत महुड़ी, तारचूआ, मंझौली, सूजी, देवचन्दडीह, मोहनपुर प्रखंड अंतर्गत खुखलहिया, भगवानपुर, अम्बातरी, मूसरशब्दा, खरडीह, बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत चन्दों, बिंदा, झाझ, दरबार, देवरी, खिजरसराय प्रखंड अंतर्गत बारा, जोहल बिघा, शांति नगर, उत्तरवारी भुई टोली, लोदीपुर, अतरी प्रखंड अंतर्गत खरौना, सहोड़ा, पथरी, गुलाबी, सोबरन बीघा, मोहड़ा प्रखंड अंतर्गत हरिजन टोली नीमा, मोहड़ा कजूर दक्षिणी, दरियापुर हरिजन टोला, अदई उत्तर बगल, सारसु तपस्वी नगर, नीमचक बथानी प्रखंड अंतर्गत नैली, सुकड़ी, खेसारी,टेलाही एवं बथानी महादलित टोला शामिल है।
जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को संबंधित महादलित टोला के उत्थान में आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किए हैं।
उन्होंने कहा कि संबंधित महादलित टोला में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास ऐप प्लस के माध्यम से जोड़े गए नामों का प्राथमिकता निर्धारण करते हुए योग्य लाभार्थियों को इस वर्ष आवास का लाभ दिया जाना है। उन्होंने कहा कि वैसे लाभार्थी जिनका नाम आवास ऐप प्लस के माध्यम से जुड़ने के पश्चात किसी कारणवश नाम हट गया है या वैसे कोई लाभार्थी जिनका नाम आवास ऐप प्लस की सूची में शामिल नहीं है, वैसे संबंधित लाभार्थियों का जांच उपरांत आवास के लिए पात्रता रखने वाले लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना का लाभ दिया जाना है।
प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित प्रखंड स्तर पर नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं पंचायत स्तर पर ग्रामीण आवास सहायक को नामित किया गया है साथ ही अनुमंडल स्तर पर अनुमंडल पदाधिकारी लगातार मॉनिटरिंग करते रहेंगे।
राशन कार्ड के संदर्भ में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग बिहार द्वारा नए राशन कार्ड निर्गत करने की प्रक्रिया निर्धारित करते हुए छूटे हुए योग्य लाभार्थियों को जोड़ने, अयोग्य लाभार्थियों का नाम डेटाबेस से विलोपित करने का कार्य तेजी से करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही राशन कार्ड पर विशेष बल देते हुए अतिरिक्त चयनित महादलित परिवारों को आवासीय, आय, जाति प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक निर्गत करते हुए एवं आधार कार्ड निर्माण कराते हुए राशन कार्ड हेतु ऑनलाइन/ ऑफलाइन आवेदन प्राप्त करते हुए राशन कार्ड तेजी से बनवाने का निर्देश दिया है, ताकि महादलित टोला के व्यक्तियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
इसी प्रकार भूमिहीन को बास भूमि वितरण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, परवरिश योजना सहित सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं से महादलित टोला के व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने महादलित टोला- समग्र उत्थान कार्यक्रम को सफल रखने के उद्देश्य से वरीय उप समाहर्ता श्रीमती अमृता ओशो को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। उन्होंने सभी योजनाओं के संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि ससमय लक्ष्य को प्राप्त करें।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि चयनित महादलित टोला में उपरोक्त योजनाओं के अलावा सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य विभागों के महत्वाकांक्षी योजनाओं का भी लोगों को लाभ देने हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी तथा अन्य विभागीय पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर लोगों के बीच लाभ पहुंचाएं।
उन्होंने कहा कि महादलित समग्र उत्थान कार्यक्रम के इस प्रथम चरण को चरणबद्ध तरीके से मार्च 2022 के अंतिम तिथि तक छूटे हुए सुयोग्य परिवारों को उपरोक्त सभी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु हर संभव प्रयास करें। साथ ही उपरोक्त बिंदुओं पर प्रत्येक सप्ताह प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी।
उद्यमिता सह कौशल विकास जागरूकता
एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन
देशहित में MSME की विकासात्मक पहल |
जमुई: एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के उद्यमिता सह कौशल विकास योजना के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, पटना द्वारा जमुई के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, अमरथ के सभागार मे एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न आयुवर्ग के प्रतिभागियों व उद्यमियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य उद्यमियों/भावी उद्यमियों/ छात्रों/ छात्राओ के बीच उद्यमिता के महत्व, विभिन्न सरकारी योजनाओं, एमएसएमई के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता एवं विभिन्न प्रक्रियाओ के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था।
इस कार्यक्रम में अतिथि एवं विशेषज्ञ के रूप में बिमल कुमार, प्राचार्य, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, अमरथ, मिथलेश कुमार, अग्रणी जिला प्रबन्धक, एसबीआई, जमुई ; अमित, उद्योग विस्तार पदाधिकारी,जमुई, अनिल कुमार, जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड, जमुई, राकेश कुमार, अध्यक्ष, जुमई जिला चैंबर औफ़ कॉमर्स, झाझा समेत अन्य लोग मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन संस्थान के सहायक निदेशक सम्राट झा ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला उद्योग केन्द्र,बिहार सरकार, जमुई के उद्योग विस्तार पदाधिकारी अमित ने उद्यमियों एवं भावी उद्यमियों को बिहार राज्य मे एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओ के बारे मे जानकारी दी। उन्होंने जमुई जिला मे विभिन्न औधोगिक सम्भावनाओ के बारे मे भी विस्तृत जानकारी दी।
मिथलेश कुमार, अग्रणी जिला प्रबन्धक, एसबीआई, जमुई ने जिले मे चलायी जाने वाली विभिन्न योजनाओ मे बैंको द्वारा दी जाने वाली वितीय सहायता एवं जिला अग्रणी बैंक की भूमिका और बैंको की अन्य स्कीम के बारे मे जानकारी दी। अनिल कुमार, जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड, जमुई ने उद्यमिता के क्षेत्र मे नाबार्ड की योजनाओ एवं बिहार राज्य मे कृषि उत्पादों की संभावनाओ पर प्रस्तुतीकरण पेश किया।
कार्यक्रम मे सम्राट झा ने भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की विभिन्न योजनाओ जैसे- My msme, उद्यम पंजीकरण, चैम्पियन पोर्टल के द्वारा “आपको बड़ा बनाने के लिए हमारे छोटे हाथ” पीएमएस स्कीम एवं जेम के अंतर्गत अपने प्रोडक्टस की मार्केटिंग करने का तरीका एवं बाज़ार प्रबन्धन, एमएसई– सीडीपी, मुद्रा योजना, प्रधान मंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के बारे मे जानकारी दी।
नेताओं ने राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री से लगाई गुहार
रिश्वत का घोंसला एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बना मगध विश्वविद्यालय : कांग्रेस
मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं शिथिलता
परीक्षाओं का सत्र दो वर्ष पीछे
अधर में छात्रों का भविष्य
भ्रष्टाचार का अड्डा बना मगध विश्वविद्यालय : कांग्रेस |
नेताओं ने महामहिम राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री से अविलंब मगध विश्वविद्यालय के सभी लंबित परीक्षाओं को तीन माह के अंदर पूरा कराने तथा सभी भ्रष्ट अधिकारियों, जो स्पेशल विजिलेंस के घेरे में हैं, उन पर कड़ी कारवाई करने तथा पूर्णकालिक कुलपति बहाल करने की मांग की है।
नेताओं ने कहा की मगध विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा डिग्री स्तर की परीक्षा प्रिंटेड ओ आर एम सीट पर कराने जिसकी छपाई करने वाले कंपनियों द्वारा मोटी रकम कमीशन देने तथा मगध विश्वविद्यालय से शुरू होने के बाद राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में भी ऐसी ही कॉपी से परीक्षा होने से पूरे बिहार में बबाल हुआ है, मौलाना मजरूर हक के ईमानदार कुलपति ने राजभवन के अधिकारियों पर कुछ आरोप लगाया तथा अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया।
Tez Khabar ! Jordar Khabar : AnjNewsMedia |
गया जिले के अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबू लाल प्रसाद सिंह, अमरजीत कुमार, मौलाना आफताब आलम खां, मो असरफ इमाम, फिरोज रजा खान, डा अहमद हुसैन मक्की, सर्वेश्वर दयाल शर्मा, विनोद उपाध्याय, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान आदि ने कहा की रिश्वत का घोंसला एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बना मगध विश्वविद्यालय की शिथिलता तथा सरकार की अनदेखी के कारण स्नातक, स्नातकोत्तर,सहित वोकेशनल, टेक्निकल कोर्स की सभी परीक्षाओं का सत्र दो से तीन वर्ष पीछे चलने से छात्रों का भविष्य अधर मे लटका हुआ है।
नेताओं ने कहा की मगध विश्वविद्यालय के कुलपति सहित दर्जनों पदाधिकारी पर विजिलेंस केश चलने, कईयों के महीनों से जेल में बंद रहने, राज्य सरकार एवं राजभवन में कुलपति को बचाने में आपसी टकराव से बिहार के सबसे महत्वपूर्ण मगध विश्वविद्यालय की छवि देश में भर में खराब हुई है।
विज्ञान केंद्र पटना में विज्ञान और तकनीक उत्सव
प्रदर्शनी में गौरैया संरक्षक
श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र पटना में विज्ञान और तकनीक का उत्सव सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम(22 से 28 फरवरी) के आज दूसरे दिन ‘पर्यावरण योद्धा और हमारी गौरैया’ पटना, बिहार द्वारा “गौरैया संरक्षण अभियान” प्रदर्शनी ने बच्चों और दर्शकों को अपनी ओर खींचा।
गौरैया संरक्षण अभियान प्रदर्शनी |
गौरैया संरक्षण अभियान प्रदर्शनी के दौरान गौरैया संरक्षण को लेकर बच्चों और दर्शकों को जानकारी दी गई। इस प्रदर्शनी में गौरैया के आवासी संकट यानी घोंसला के विभिन्न प्रारूपों की प्रदर्शनी की गई लगाई गई है।
प्लाई, गत्ता, बांस, मिट्टी आदि से निर्मित घोंसला |
प्लाई, गत्ता, बांस, मिट्टी आदि से निर्मित घोंसला प्रदर्शित किया गया है। ताकि बच्चे गौरैया संरक्षण से जुड़े और अपने अपने घरों पर गौरैया के आवासीय संकट से उबरने के लिये घोंसला(बॉक्स) लगाये। प्रदर्शनी में गौरैया के आहार क्या क्या है उसे भी रखा गया है। साथ ही तरह तरह का दाना घर को भी प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में गौरैया संरक्षक एवं लेखक संजय कुमार की चर्चित पुस्तक “अभी मैं जिंदा हूं गौरैया” को प्रदर्शित किया गया है।
मौके पर पर्यावरण योद्धा के अध्यक्ष निशांत रंजन ने बच्चों और दर्शकों को बताया गयाकि आख़िर गौरैया संरक्षण क्यों है।यह भी बताया कि कैसे गौरैया इंसान और किसान की मित्र है, जो विज्ञान के बहुत करीब है।
पुस्तक में भी बताया गया है कि गौरैया इकोसिस्टम की अंग है और इसके प्रकृति में रहना वैज्ञानिक पक्ष है। “अभी मैं जिंदा हूं गौरैया” पुस्तक के प्रति बच्चों ने खास दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
प्रदर्शनी के दौरान सी आर पी एफ पटना के कमांडेंट मुन्ना कुमार सिंह ने प्रदर्शनी स्टॉल का मुआयना किया औऱ गौरैया के संरक्षण की दिशा में किये जा रहे कार्य की सराहना की। श्रीकृष्णा विज्ञान केंद्र में विज्ञान प्रसार के सहयोग से प्रमुख 75 भारतीय वैज्ञानिकों एवं उसके उनके भारत के विकास में ज्ञान विज्ञान और तकनीक में योगदान को याद करते हुए प्रदर्शनी लगाई गई है।
इसके साथ लोकप्रिय व्याख्यान, विज्ञान के चलचित्रों की प्रदर्शनी, विज्ञान प्रदर्शनी आदि का आयोजन चल रहा है। इसमें पटना के कई स्कूलों के बच्चें भाग ले रहे हैं।
Pls Watch The Video :-
Gaya Breaking News : गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत भलुआ पंचायत के पिपराही गांव के जंगल एरिया में 26 एकड़ जमीन में मादक पदार्थ अफीम की हो रही अवैध खेती को नष्ट करने की कार्रवाई की गई।