जनता दरबार का बढ़ता असर : 200 फरियादियों के फरियाद सुने डीएम त्यागराजन
गरीबों को न्याय दे रहे डीएम की बढ़ी लोकप्रियता ! आमजन कर रहे उनकी जय- जयकार
Advertisement
गरीबों के लिए वरदान बने डीएम त्यागराजन |
गया : ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने जनता दरबार में आये हुए करीब 200 व्यक्तियों के मामले को गंभीरतापूर्वक सुनते हुए संबंधित पदाधिकारियों को प्राप्त आवेदनों को जांच यथाशीघ्र कराते हुए जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। आवेदकों के कई मामलों में जिला पदाधिकारी द्वारा जिले के वरीय पदाधिकारी यथा उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, संबंधित प्रखंड के नामित जिला स्तरीय पदाधिकारी आदि द्वारा मामले को जांच करने का भी जिम्मा दिया गया है।
जनता दरबार में प्रधानमंत्री आवास से संबंधित आए मामलों को जिला पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को संबंधित आवेदनों को यथाशीघ्र जांच करते हुए पात्रता रखने वाले व्यक्तियों को प्रधानमंत्री/ मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाना सुनिश्चित कराएंगे।
जनता दरबार में कई व्यक्तियों ने भूमि विवाद, आपसी बटवारा, अतिक्रमण, जमीन संबंधी दिक्कते आदि से संबंधित आवेदन दिए। उन सभी आवेदन के आलोक में जिला पदाधिकारी ने संबंधित अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष एवं अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अध्यक्षता में थाना स्तर एवं अनुमंडल स्तर पर हर शनिवार को आयोजित होने वाले जनता दरबार में दोनों पक्षों के व्यक्तियों को बुलाकर संबधित मामलों को प्राथमिकता देते हुए निराकरण कराने का निर्देश दिए।
जनता दरबार में कई व्यक्ति परिमार्जन के संबंध में आवेदन दिए बेला, नगर, बोधगया सहित अन्य अंचल के व्यक्ति ने परिमार्जन के संबंध में आवेदन देने पर जिला पदाधिकारी ने संबंधित अंचलाधिकारी को फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिया कि परिमार्जन हेतु लंबित आवेदनों को तेजी से निष्पादन करें।
जनता दरबार के सुनवाई में आपदा विभाग के तहत अगलगी, सामूहिक सड़क दुर्घटना, कुआं में डूब ना वज्रपात कोरोना से मृत्यु इत्यादि मामलों में जिला आपदा पदाधिकारी को तेजी से अनुपालन करवाने का निर्देश दिए।
जनता दरबार में बिजली विभाग के बिजली बिल ज्यादा आने, घर का बिजली कनेक्शन जोड़ने सहित अन्य मामले पर जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बिजली पदाधिकारी को प्राप्त आवेदनों को जांच करते हुए अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिए।
टिकारी प्रखंड के केस्पा पंचायत में सेविका बहाली में गड़बड़ी से संबंधित आवेदन जिला पदाधिकारी को दिया गया। जिला पदाधिकारी ने डीपीओ आईसीडीएस को केस्पा पंचायत में सेविका बहाली से संबंधित मामले में जांच करवाने का निर्देश दिए।
आमस अंचल के मोहन कुमार व्यक्ति ने आवेदन दिया कि उनकी जमीन सड़क चौड़ीकरण में अधिग्रहण किया जा रहा है तथा उक्त जमीन की मापी अंचल कार्यालय के अमीन द्वारा मापा जा रहा है, जो गलत तरीके से मापी कर रहे हैं। उन्होंने जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया है कि किसी अन्य अमीन के माध्यम से मापी कराई जाए। जिला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता गया को निर्देश दिया कि अंचल अमीन तथा भू अर्जन के अमीन संयुक्त रूप से उक्त जमीन की मापी करे।
दरबार में मामलों का सुनवाई करते डीएम त्याग |
जनता दरबार में कुछ मामले लोक शिकायत के तहत पारित आदेश के बावजूद अब तक अबतक अनुपालन नहीं किए जाने के संबंध में प्राप्त हुआ है, जिसे जिला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता को सख्त निर्देश दिया है कि लोक शिकायत के तहत पारित आदेशों का अनुपालन प्राथमिकता देकर करावे, अन्यथा संबंधित पदाधिकारी/ कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।
बेला प्रखंड के आवेदक ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देते हुए बताया कि बेला प्रखंड में कई वर्षों से निर्माण किए जा रहे स्वास्थ्य उप केंद्र अब तक अधूरा है, निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन गया को संबंधित स्वास्थ्य उप केंद्र के संबंध में समुचित जानकारी उपलब्ध कराते हुए स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय को अवगत करवाने का निर्देश दिए ताकि अर्ध निर्मित उप स्वास्थ्य केंद्र के बचे हुए निर्माण कार्य को पूरा कराया जा सके।
वजीरगंज अंचल के बिशुनपुर गांव के आवेदक ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देते हुए बताया कि लघु सिंचाई विभाग द्वारा उक्त गांव आहर की खुदाई में में 8 फीट के जगह 4 फीट ही मिट्टी का कटाव किया जा रहा है जिला पदाधिकारी ने लघु सिंचाई के कार्यपालक अभियंता को फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिया कि स्वयं उक्त संबंधित स्थल पर जाकर जांच करते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध करावे। साथ ही दोषी पाए जाने पर संबंधित दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई करें।
आवेदक शशि भूषण ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देते हुए कहा कि मगध मेडिकल अस्पताल गया में हड्डी विभाग के चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा लगातार लापरवाही किया जा रहा है। उन्होंने आवेदन में कहा कि मगध मेडिकल अस्पताल के हड्डी विभाग में मरीजों का इलाज सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। मरीजों को मजबूरन बस प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ रहा है। जिला पदाधिकारी ने अधीक्षक मगध मेडिकल को फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिया कि हड्डी विभाग के पदाधिकारियों को जवाबदेही तय करते हुए कार्य करावे, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
Tez Khabar ! Jordar Khabar |
10 वरीय पदाधिकारियों को महानिदेशक डिस्क एवं प्रमाण पत्र किया गया प्रदान
गया जिला के जिला पदाधिकारी तथा वरीय पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न जिलों के कुल 10 वरीय पदाधिकारियों को महानिदेशक डिस्क एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है
जिलों के नक्सली समस्या पर नियंत्रण रखने के साथ-साथ नक्सल क्षेत्र में किये गए विभिन्न सराहनीय कार्यों को लेकर प्रमाण पत्र दिया गया है
गया, बिहार के नक्सली समस्या पर नियंत्रण करने हेतु गया, औरंगाबाद, जमुई, मुंगेर जिले में कैंप/ एफओबी का निर्माण, वन पथ के निर्माण एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की सहायता में सराहनीय भूमिका निभाने के लिए महानिदेशक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा बिहार राज्य के संबंधित जिला पदाधिकारियों एवं वरीय पुलिस अधीक्षक को महानिदेशक डिस्क एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया है। जो निम्न है :-
गया जिला के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम, गया जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर, औरंगाबाद जिला पदाधिकारी सौरभ जोरावल, पुलिस अधीक्षक कान्तेश कुमार मिश्रा, वन प्रमंडल पदाधिकारी तेजस जयसवाल, जमुई जिला के जिला पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन, मुंगेर जिला के जिला पदाधिकारी नवीन कुमार, पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, वन प्रमंडल पदाधिकारी गौरव ओझा शामिल है।
महानिदेशक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने उपरोक्त पदाधिकारियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं भी दिया है।
शक्ति कुमार के आर्म्स लाइसेंस को रद्द करने का डीएम ने दिया निर्देश
गया जिला पदाधिकारी त्यागराजन एसएम द्वारा आज शस्त्र शाखा के कुछ विभिन्न संचिकाओं का अवलोकन किया गया। अवलोकन के क्रम में यह पाया गया कि शक्ति कुमार, पिता तारकेश्वर प्रसाद न्यू कॉलोनी थाना डेल्हा जिला गया के शस्त्र अनुज्ञप्ति दिसंबर 2021 को निर्गत किया गया था। अवलोकन में यह पाया गया कि शक्ति कुमार के द्वारा ही राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज संचालित करने तथा हाल में इस वर्ष संपन्न बीपीएससी प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में उक्त कॉलेज परीक्षा केंद्र के रूप में रहने तथा केंद्राधीक्षक के रूप में कार्य करने एवं वर्तमान में बीपीएससी 67वी परीक्षा लीक मामले में जांच भी चल रही है।
संचिका के अवलोकन के दौरान जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने उक्त आर्म्स लाइसेंस के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए आर्म्स लाइसेंस के सुसंगत धाराओं के साथ आर्म्स लाइसेंस को रद्द करने का निर्देश दिए हैं।
– AnjNewsMedia Presentation