जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक
जुलूस के लिए लाइसेंस अनिवार्य
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: डीएम
गया : ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर के अध्यक्षता में रामनवमी एवं रमजान के अवसर पर संप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने एवं विधि व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से जिला स्तरीय शांति समिति के सदस्यों के साथ बैठक की गई।
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| बैठक में गया डीएम व एसएसपी |
जिला पदाधिकारी ने बैठक में आए हुए सभी सम्मानित सदस्यों, जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि रामनवमी पर्व गया जिले में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। प्रशासन की ओर से लगभग सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। संवेदनशील स्थानों को चिन्हित किया जा चुका है। साथ ही संबंधित पदाधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी भी करवाया जा रहा है।
उन्होंने शांति समिति के सदस्यों को कहा कि प्रशासन द्वारा चयनित रास्ते से ही जुलूस की आवाजाही रखें। बिना लाइसेंस के एक भी जुलूस नहीं निकाला जाएगा, इसे सभी शांति समिति के सदस्य सुनिश्चित कराएं।
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| बैठक में सदसयगण |
उन्होंने कहा कि इस वर्ष त्योहारों के दौरान संवेदनशील जगहों को चिन्हित करते हुए संबंधित स्थानों पर कड़ाई से अनुपालन करवाया जाएगा। शांति व्यवस्था भंग करने वाले जो भी असामाजिक तत्व होंगे, उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने गया जिलावासियों से अपील किया है कि आपसी सौहार्द के साथ सभी समुदाय आपस में भाईचारा के साथ त्यौहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं।
उन्होंने शांति समिति के सदस्यों को कहा जुलूस में रहने वाले अपने वॉलिंटियर्स को पहचान पत्र निर्गत करते हुए शांतिपूर्वक माहौल में भीड़ को नियंत्रण रखने का दायित्व दे।
उन्होंने कहा कि त्योहारों को ध्यान में रखते हुए जिला नियंत्रण कक्ष 24×7 सुचारू रूप से संचालित है। किसी भी व्यक्ति को कहीं भी समस्या होने पर नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 0631-2222253/59 पर जानकारी या शिकायत कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी जिन आयोजक द्वारा लाइसेंस हेतु आवेदन दिया गया है, उसी के आधार पर जांचोपरांत इस वर्ष लाइसेंस निर्गत किया जाना है। किसी भी हाल में नया लाइसेंस निर्गत नहीं किया जाएगा।
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| बैठक में गया डीएम त्याग व एसएसपी कौर |
जिला पदाधिकारी ने संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने अपने क्षेत्र के सभी संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करते हुए बैरीकेटिंग करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निदेश दिया कि संवेदनशील स्थलों पर भ्रमनशील रहते हुए शांति समिति की बैठक अनिवार्य रूप से कर ले।
उन्होंने सभी आयोजकों को सख्त निर्देश दिया कि जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित रूट से ही जुलूस निकाले। जिला पदाधिकारी ने रामनवमी जुलूस के दौरान पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया। साथ ही वीडियोग्राफी शत प्रतिशत करवाने को कहा। पेयजल हेतु जगह जगह पर पानी टैंकर भी लगवाने का निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा शांति व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न किया जाता है, तो उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि सभी संवेदनशील स्थानों पर लगातार फ्लैग मार्च करें। संवेदनशील स्थानों पर अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वयं निरीक्षण करें। उन्होंने सभी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र में सीसीए तथा बाउंड डाउन प्रभावी रूप से करें। उन्होंने कहा कि रामनवमी पर्व के अवसर पर डीजे पर पूरी तरह पाबंदी रखा गया है इसका अनुपालन अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सख्ती से कराएं।
पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त रखने का निर्देश
दिन प्रतिदिन बढ़ते गर्मी को देखते हुए जिला पदाधिकारी गया ने पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त रखने का निर्देश दिए। जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त गया नगर निगम को सार्वजनिक स्थानों पर, भीड़भाड़ वाले जगहों पर, चौक चौराहों पर स्टैंड पोस्ट प्याऊ की व्यवस्था 1 सप्ताह के अंदर करवाने का निर्देश दिए।
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| बैठक में गया डीएम त्यागराजन |
बैठक में नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि गया नगर निगम क्षेत्र में चापाकलों का सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, 114 चापाकल खराब पाए गए हैं, जिनकी मरम्मति 2 टीम द्वारा लगातार की जा रही है। नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत 117 प्याऊ पूरी तरह फंक्शनल है तथा 12 स्थानों पर वर्तमान में नया प्याऊ लगाया गया है। जिला पदाधिकारी ने भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त प्याऊ लगवाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी बस स्टैंड, गौरक्षणी बस स्टैंड, डेल्हा बस स्टैंड, ट्रेजरी कार्यालय, मानपुर के गोपाल पेट्रोल पंप के समीप सहित अन्य विभिन्न चौक चौराहों पर प्याऊ की व्यवस्था करवाएं।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति योजना के लिए हाउसहोल्ड कनेक्शन देने का कार्य अति शीघ्र पूर्ण करें।
बढ़ती गर्मी के प्रकोप को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्र के बड़े क्षमता वाले होटल या भवन को चिन्हित करें ताकि वहां समुचित व्यवस्था करते हुए हीटवेव से पीड़ित मरीजों को राहत दिया जा सके। साथ ही उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारियों को भी अपने स्तर से बड़े क्षमता वाले भवन को चिन्हित रखने का निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि जगह जगह पर ठहराव स्थल बनाते हुए पेयजल व्यवस्था रखे, जिससे राहगीरों को गर्मी से राहत पहुंचाया जा सके।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी द्वारा बताया गया कि वर्तमान तिथि में लगभग 2 से 3 फीट ही भूजल स्तर नीचे गया है। जबकि वर्ष 2019 के इसी तिथि में भू जल स्तर 15 फीट नीचे जा चुका था। उन्होंने बताया कि गया शहर में जलापूर्ति लगभग फल्गु नदी पर ही निर्भर है अधिकांश बोरिंग फल्गु नदी में ही हैं जिससे शहरी क्षेत्र के लोगों को पानी आपूर्ति किया जाता है।
ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि गया जिला के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल की समस्याओं को त्वरित गति से निष्पादन हेतु जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका दूरभाष संख्या 0631- 2222259 है। उन्होंने लोगो को कहा कि यदि किसी टोले में पेयजल की समस्या होती है, तो जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 0631 2222259 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
जिला पदाधिकारी ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी जल मीनारों में आयो आईओटी डिवाइस फंक्शनल रूप से कार्य करें इसकी लगातार समीक्षा करते रहें। उन्होंने बताया कि 2841 वार्ड में आईओटी डिवाइस लगा हुआ है, जिसमें 2502 चालू तथा 339 बंद है।
जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को बताया कि वैसे 450 सरकारी विद्यालय जहां चापाकल नहीं लगा है, उसे प्राथमिकता देते हुए 10 चापाकल मरम्मति दल को लगाकर चापाकल लगवाने का कार्य करें।
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