हत्या कांड की दुख की घड़ी में मजबूती से खड़े हैं पीड़ित परिवार के साथ
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कुमारबाबू
उन्होंने की गहरी संवेदना व्यक्त
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध कुमारबाबू
गया : जिले के जीडी गोयनका स्कूल के मृतक छात्र कृष्ण प्रकाश के पीड़ित परिवार से उनके आवास पर मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की वरीय नेता कुमारबाबू, उनके साथ भाजपाई प्रतिनिधिमंडल भी साथ था। गया की हत्या कांड बेहद दुखद है।
कुमारबाबू ने की गहरी संवेदना व्यक्त |
Kumarababu met the relatives of the deceased student. पीड़ित परिजन से मुलाकात के बाद भाजपा के वरीय नेता सह पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह उर्फ कुमारबाबू ने कहा कि इस दुःख की घड़ी में भाजपा परिवार आपके साथ है। Gaya murder case.
उन्होंने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज अस्पताल के सुपरिटेंडेंट, प्रिंसिपल और पोस्टमार्टम के एचओडी से बात कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराने को कहा। अनु.ना.म.मे कालेज प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट कल यानि 21.2.2022को उपलब्ध कराने का वादा किया।
भाजपा के वरीय नेता सह पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह उर्फ कुमारबाबू ने कहा कि स्कूल के अध्यापक शुवेंनदु की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए। साथ ही साथ स्कूल का प्रधानाध्यापक और स्कूल प्रबंधक की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
इन लोगों की गिरफ्तारी इसलिए होनी चाहिए की स्कूल का सीसीटीवी कैमरे खराब कैसे हो गया।
सीसीटीवी कैमरे को हत्या के साक्ष को छिपाने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा जानबूझकर खराब कर दिया गया है। ऐसे स्कूल बंद होने चाहिए। पढ़ाई के जगह स्कूल हत्या में संलिप्त हो तो ऐसे स्कूल का गयावासियों को बहिष्कार भी करना चाहिए।
उन्होंने पीड़ित परिजन को पूर्ण रूप से आश्वस्त करते हुए कहा हमलोग इस दुख की घड़ी में मजबूती से खड़े हैं। कुमारबाबू ने कहा कि सभी निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले अभिभावक अपने बच्चों से स्कूल आने के बाद शाम में मुलाकात कर स्कूल प्रबंधन के बारे में जानकारी अवश्य लेने का काम करे।
उक्त प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा समेत अन्य भाजपाई सदस्य शामिल थे।
सूरज सिंह फिर बने मगध विश्विद्यालय का संयोजक
63वां प्रदेश अधिवेशन का निर्णय
मगध विश्वविद्यालय का फिर संयोजक बने सूरज सिंह |
अखिल भारतीय विधार्थी परिषद का बिहार प्रदेश के 63वां अधिवेशन खगड़िया में आयोजित हुई।
इस आयोजन में बिहार के हर जिले के कार्यकर्ता शामिल हुए। परिषद का यह महत्वपूर्ण आयोजन था। जो शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
इसी आयोजन में परिषद के बिहार प्रांत के कमिटी को भंग कर नये कमिटि का गठन किया गया। इस आयोजन में मगध विश्वविद्यालय प्रमुख प्रो उमेश कुमार, मगध विश्वविद्यालय संयोजक सूरज सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य मंतोश सुमन, विभाग प्रमुख प्रो अभिनाश कुमार, जिला प्रमुख डाॅ राकेश कुमार, जिला संयोजक प्रवीण कुमार, विभाग प्रमुख अमन कुमार, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सुबोध पाठक, प्रशान्त कुमार, अजित कुमार, प्रिया सिंह, शशि कुमार शर्मा, अनिरुद्ध सेन को बनाया गया।
जाहिर हो सूरज सिंह पूरी सक्रियता के साथ छात्र राजनीति जीवन को नया आयाम दी, छात्रों के छोटे से छोटे मुद्दे हो या बड़े मुद्दे, उसे मजबूती सफल किया। वे मुद्दे को प्रशासन के समक्ष रखते, और आन्दोलन के जरिये उसे निपटाते। उन्होंने छात्रों को हक दिलाने का काम किया। जब मगध विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार चरण पर था तो वे उन सभी भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम किया।
मगध विश्वविद्यालय में कुलपति और उनके सहयोगीयों द्वारा जब छात्रों का पैसा लूटा जा रहा था तब सूरज सिंह आगे आ कर उसका जोरदार विरोध किये।
उस उपरांत सूरज सिंह पर कुलपति के गुंडो द्वारा जानलेवा हमला भी कराया गया लेकिन बिना डरे वो इस लडाई को लड़े। वे विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कोर्ट जा कर पीआईएल भी दर्ज की एवं निगरानी से जांच की उठाई उसके बाद निगरानी ने कार्रवाई करते हुए भष्टाचार को उजागर किया।