हर हाल में शिक्षक उपस्थित रहते हुए बच्चों को पढ़ाई करवाएं
बैठक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बेलागंज द्वारा स्पष्ट जवाब नहीं देने तथा संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण प्राप्ति के पश्चात कोई कार्रवाई नहीं करने पर DM ने BEO बेलागंज को लगाई फटकार
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DM Thiyagarajan ने Teachers को दिए गुणवत्तापूर्ण पढाई की टीप्स |
गया : ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला स्तरीय शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण नियमित रूप से पढ़ाई करवाया जाए यह सुनिश्चित करावे। विद्यालयों में हर हाल में शिक्षक उपस्थित रहते हुए बच्चों को पढ़ाई करवाएं। किसी भी हाल में एक दिन भी मध्यान भोजन (एमडीएम) बंद ना रहे, प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे, पठन-पाठन नियमित रूप से चले। इन सभी चीजों को आवश्यक रूप से देखते रहे।
सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने क्षेत्र के विद्यालयों का नियमित रूप से जांच करें एवं विभागीय पोर्टल पर अनिवार्य रूप से सेम डे अपलोड करें।
जिला पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी से जानकारी प्राप्त किया कि सितंबर एवं अक्टूबर माह में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा कितने विद्यालयों का भौतिक निरीक्षण करते हुए पोर्टल पर एंट्री किया गया है। इसके साथ ही जांच के क्रम में अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों के विरुद्ध प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा संबंधित शिक्षकों पर क्या कार्रवाई की गई है।
जिला पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बेलागंज से जानकारी प्राप्त किया कि पिछले माह में आपके द्वारा विभिन्न स्कूलों के निरीक्षण के दौरान 14 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे। उनके विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई। बैठक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बेलागंज द्वारा स्पष्ट जवाब नहीं देने तथा संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण प्राप्ति के पश्चात कोई कार्रवाई नहीं करने पर जिला पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बेलागंज को फटकार लगाते हुए स्पष्टीकरण की मांग की तथा वेतन बंद करने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने क्षेत्र में नियमित रूप से सभी विद्यालयों का निरीक्षण करें तथा अनुपस्थित शिक्षक के विरुद्ध जांच करते हुए कार्रवाई भी करें। कार्रवाई में किसी प्रकार की खानापूर्ति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उसी प्रकार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मानपुर द्वारा जांच के दौरान 11 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वजीरगंज द्वारा जांच के दौरान 14 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। बोधगया, डुमरिया, इमामगंज एवं आमस के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से जानकारी प्राप्त किया कि आपके द्वारा विभिन्न स्कूलों में किए गए जांच के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों के विरुद्ध काफी कम कार्रवाई की गई है।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कोच से जांच में अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों के विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई, से संबंधित जानकारी लेने पर बताया गया कि वह दो प्रखंड के चार्ज में है, जिनमें कोच एवं नगर निगम दक्षिणी क्षेत्र है। जिला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि अतिरिक्त चार्ज वाले कोच के शिक्षा पदाधिकारी को अविलंब चार्जर से विमुक्त करें तथा किसी नजदीकी प्रखंड वाले को नगर निगम दक्षिणी क्षेत्र में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को चार्ज दें।
जर्जर स्थिति वाले विद्यालय भवन में किसी भी स्थिति में पठन-पाठन नहीं करावे। उन्होंने कहा कि भवनहीन विद्यालयों को किसी नजदीकी विद्यालय के साथ टैग करते हुए पढ़ाई जारी रखवाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यालय में पढ़ाई बाधित ना रहे यह सुनिश्चित करवाएं।
जिले में भूमिहीन विद्यालयों की संख्या की जानकारी लेने पर उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि 1 सप्ताह के अंदर भूमिहीन विद्यालयों की सूची उपलब्ध करावें ताकि संबंधित जिलाधिकारी के माध्यम से जमीन चिन्हित करते हुए नए भवन निर्माण कराने हेतु कागजी प्रक्रिया के साथ- साथ विद्यालय निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा सके।
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बाल दिवस पर केक काटते डीएम त्याग |
गया में धूमधाम से माना बाल दिवस
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पीपुल फर्स्ट के सहयोग से संचालित बच्चो के सहयता हेतु कार्यरत चाइल्डलाइन गया द्वारा भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व० पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस बाल दिवस के दिन 14 नवंबर से चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह कार्यक्रम का शुरुआत हुआ, जो 20 नवंबर तक चलाई जाएगी।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एस०एम० द्वारा केक काट कर किया गया। इस दौरान चाइल्ड लाइन के कार्यो के बारे में ज़िला पदाधिकारी को बताया गया, बच्चो के अधिकार , तस्करी, बाल शोषण एवं बाल विवाह विषय पर लोगो को जागरूक करने की आवश्यकता है।
जिला पदाधिकारी ने चाइल्ड लाइन के कार्यो से खुश हुए एवं इसकी प्रशंसा की। इसके उपरांत चाइल्डलाइन के समन्वयक श्रीमती अपराजिता आजाद के द्वारा जिला पदाधिकारी , वरीय पुलिस अधीक्षक श्रीमती हरप्रीत कौर, पुलिस महानिरिक्षक श्री M R नायक एवं सायबर सेल प्रभारी पदाधिकारी श्री संजय कुमार को दोस्ती बंधन बांधा।
जिलाधिकारी त्यागराजन ने बाल दिवस के अवसर पर जिले के तमाम बच्चों को शुभकामनाएं एवं बधाई दिया।
चाइल्ड लाइन के समन्वयक अपराजिता आज़ाद,परामर्शी अभय रंजन ,टीम मेंबर पारस नाथ ,निशा कुमारी,मनोज कुमार,अवध किशोर, मो आलमगीर, अनुराग कुमार एवं वालंटियर अनुज कुमार उपस्थित थे।
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महिला किसान मशरूम की खेती में क्रांति लाने में जुटीं |
महिला किसानों के प्रयास से मशरुम की खेती में क्रान्ति की उम्मीद
गया जिले में जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन की पहल से एवं कृषि विभाग के सहयोग से मशरुम गॉव तैयार किये जा रहे हैं।
जिले मे सभी प्रखण्डों में मशरुम गॉव तैयार किये गये हैं। फतेहपुर में भारे, इमामगंज में मटहारी, डुमरिया में नंदई बिजुआ, बेलागंज में खनेटा, नीमचक बथानी में मई पंचायत का अम्बाकुऑं, मोहनपुर का मटिहानी, टिकारी का मउ सिंघापुर, मोहड़ा का तेतर, गुरारु का देवकली, कोंच का परसावां जगदीशपुर, खिजरसराय का चिरैली देवगांव, आमस में बड़की चिल्मी नीमा, बांकेबाजार में रौशनगंज उचला बेला, परैया में करहटा पंचायत का रजोई रामपुर, शेरघाटी के ढ़ाब चिरैया का भरपुरहा, वजीरगंज का पुनावा, गुरुआ का राजन, डोभी का केसापी, अतरी का नरावट गॉव मषरुम गॉव के लिये चिन्हित किया गया है। इसके अतिरिक्त बोधगया के कोटहौरा, बतसपुर, हथियार एवं बकरौर, मानपुर के महुआरकला, खनजहॉपुर, सोंधी, बाराचट्टी को सोभ, अंजनियाटॉड, नगर के कंडी, कुजापी, डेल्हा एवं खरखुरा तथा टनकुप्पा के बरसौना, उतलीबारा, गजाधरपुर, टनकुप्पा, बरसीमा, सैदपुर एवं भेटौरा गॉवों को मशरुम गॉव के रुप में चिन्हित कर विकसित किया जा रहा है।
मशरुम गॉव की महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उनकों बटन एवं आयस्टर मशरुम के कम्पोस्ट एवं किट तैयार करने का प्रक्षिशण दिया जा रहा है। ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि ये महिलायें मशरुम उत्पादन में आत्मनिर्भर होकर अपने परिवार के उपभोग के लिये मशरुम का उत्पादन करने के साथ मशरुम को बेचकर अतिरिक्त आय भी प्राप्त करें जिससे इनका परिवार स्वस्थ रहे और परिवार में आर्थिक खुशहाली आ सके।
वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट अन्तर्गत गया जिले के लिये मशरुम चिन्हित है। जिले में नवम्बर से फरवरी तक सभी प्रखण्डों में महिला किसानों द्वारा बटन मशरुम का उत्पादन किया जाता है। जिला प्रशासन गया आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत मशरुम श्रृंखला विकसित करने के लिये कार्यक्रम क्रियान्वित कर रहा है। कार्यक्रम अंतर्गत सहायक निदेशक उद्यान गया के माध्यम से इस वर्ष 1250 महिला किसानों को प्रक्षिशण देकर मशरुम उत्पादन के माध्यम से उनकी आय को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
योजना अंतर्गत सभी महिला किसानों को मशरुम उत्पादन के लिये 100 मशरुम बैग दिया जा रहा है। इन बैगों से एक महिला किसान आसानी से 15000 रुपये की कमाई एक से दो महीने में कर सकेंगी, साथ ही परिवार को उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन एवं अन्य पोषक तत्वों से भरपूर मषरुम खाने को मिल सकेगा। महिला किसानों का प्रक्षिशण कृषि विज्ञान केन्द्र, आत्मा, आर सेटी जैसी संस्थाओं के माध्यम से किया जायेगा। कार्यक्रम अन्तर्गत प्रशिक्षित महिला किसान ही मशरुम किट प्राप्त कर सकेंगी।
गया जिले के वजीरगंज प्रखण्ड में आरकेएस इन्टीग्रेटेड मशरुम ईकाई एवं गुरुआ प्रखण्ड की महात्मा बुद्ध एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेश सेन्टर मशरुम के बैग उपलब्ध करायेंगे। अभी तक जिले के सभी प्रखण्डों के 624 महिला किसानों का प्रक्षिशण आत्मा गया के माध्यम से पूरा हो गया है।
गया जिला राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहा है। यहॉ अक्टूबर से फरवरी तक बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। विदेशी पर्यटकों द्वारा ताजा मशरुम को ज्यादा पसंद किया जाता है, गया जिले में उत्पादित होने से विदेशी पर्यटकों को उनकी मांग के अनुसार मशरुम मिल सकेगा।
गया जिले में आफ सीजन में प्रतिदिन 600 से 700 क्विंटल मशरुम की मांग रहती है। जबकि जिले में वातानुकूलित ईकाईयों के द्वारा 300 से 400 क्विंटल ही मशरुम उत्पादन ही हो पा रहा है।
पीक सीजन में जिले की आवश्यकतानुसार 1200 से 1500 क्विंटल मशरुम का उत्पादन महिला किसानों के द्वारा किया जा रहा है। जिला प्रशासन मांग से अधिक उत्पादन होने पर उत्पादित मशरुम की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग के लिये नाबार्ड के सहयोग से कार्य योजना बना रहा है।
जिले में कार्यरत एफपीओ टिकारी एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड मशरुम की कैनिंग ईकाई स्थापित कर रही है। निश्चय ही जिला पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन के सहयोग से जिले की महिला किसान मशरुम उत्पादन में क्रान्ति लाने की ओर अग्रसर हैं।
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anjnewsmedia presentation |
BREAKING NEWS NALANDA
नालंदा : जाहिर हो आगामी दिनांक 29.11.2022 से 01.12.2022 तक नव नालन्दा महाविहार, नालन्दा एवं महराजा वीर विक्रम विश्वविद्यालय, अगरतला, त्रिपुरा के संयुक्त तत्वावधान में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं दोनों विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों के द्वारा संयुक्त रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति आयोज्य है।
उल्लेखनीय है कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की पृष्ठभूमि में उक्त दोनों विश्वविद्यालयों के बीच(एमओयू) शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान समझौता पूर्व में किया गया था। जिसके तहत नव नालन्दा महाविहार के एक दर्जन छात्र- छात्राओं का दल 30-31अक्टूबर 2021में शैक्षणिक संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान का कार्यक्रम किया था । तथा उक्त संगोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा प्रस्तुत शोध पत्रों को महाराजा वीर विक्रम विश्वविद्यालय अगरतला के द्वारा प्रकाशित भी किया गया है।
इसी कड़ी में महाराजा वीर विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का दल, वहां के दो अध्यापक तथा वहां के माननीय कुलपति इस कार्यक्रम हेतु पधार रहे हैं।
महाविहार में अध्ययनरत किसी भी विभाग के इच्छुक विधार्थी अपना शोध-पत्र एवं सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए अपना नाम इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो.विजय कुमार कर्ण को दिनांक 17.11.2022 तक व्यक्तिगत रूप से मिलकर दे सकते हैं।
ध्यातव्य है कि इस शैक्षणिक संगोष्ठी जिसका विषय ‘अन्तर्राज्यीय सम्बन्ध एवं भारतीय संस्कृति’ है, में विद्यार्थियों के अतरिक्त महाविहार के शिक्षकगण भी अपना शोध- पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं।
सूच्य है कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविहार के माननीय कुलपति प्रो वैद्यनाथ लाभ करेंगे। उक्त सूचना इस कार्यक्रम के संयोजक तथा संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार कर्ण ने दी ।
– AnjNewsMedia Presentation