हीटवेब की चपेट में गया : डीएम
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चिलचिलाती गर्मी और गर्मी की लहर
पेयजल की समस्या उत्पन्न होने की संभावना
पेयजल की समस्या समेत प्रधानमंत्री आवास योजना की भी समीक्षा
गया : भीषण गर्मी एवं हीटवेब/लू के कारण गया जिला के कुछ पंचायतों के भूमिगत जल का स्तर नीचे चला जाता है, जिसके उपरांत पेयजल की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है। हीटवेब/ लू को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र में उपचार की व्यवस्था (चेक लिस्ट) के अनुसार पूरी तैयारियों की गहन समीक्षा किया जाना आवश्यक है।
जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समीक्षा |
साथ ही सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से लागू करने तथा इसका सतत अनुश्रवण हेतु प्रखंड निरीक्षण किया जाना भी आवश्यक है। प्रखंड निरीक्षण के दौरान पेयजल की समस्या, प्रधानमंत्री आवास योजना की गहन समीक्षा एवं कार्यों की जांच आवश्यक है। जिला पदाधिकारी, गया डॉ त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में विगत 7 मई 2022 को जिले के सभी प्रखंडों में ज़िला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों द्वारा प्रखंडों में संचालित योजनाओं का किए गए जांच के संबंध में अवगत कराया गया।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते डीएम त्यागराजन |
बैठक में हीटवेव/ लू की समीक्षा में जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सप्ताह में 1 दिन अपने क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सप्ताह में 1 दिन अनुमंडलीय अस्पतालों का निरीक्षण नियमित रूप से करें। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि हीटवेव एवं लू से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग एवं सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा जारी चेक लिस्ट के अनुसार हीटवेव से बचाव हेतु क्या-क्या तैयारियां की गई है, इस संबंध में अनिवार्य रूप से समीक्षा एवं जांच करते रहें।
साथ ही उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सिविल सर्जन अपने स्तर से स्वास्थ्य विभाग का टीम बनाकर सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र तथा अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजो के समुचित इलाज हेतु व्यवस्थाओं साफ सफाई दवा की उपलब्धता पेयजल की व्यवस्था इत्यादि पर नियमित रूप से जांच करवाते रहें।
समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिला पशुपालन पदाधिकारी से पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था के संबंध में जानकारी लेने पर जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 27 कैटल टर्फ में से 23 कैटल टर्फ चालू अवस्था में है। जिला पदाधिकारी में सभी कैटल टर्फ को चालू अवस्था में रखने का निर्देश दिया।
जिले के किसी भी वार्ड या टोले में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो इसे ध्यान में देखते हुए उन्होंने सभी पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दिया कि यदि किसी वार्ड में मोटर खराब होता है तो उसे अधिकतम 2 दिनों के अंदर मरम्मत करवाना सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र या सुखा वाले क्षेत्र जहां किसी प्रकार का कोई भी पेयजल की व्यवस्था बहाल नहीं हो रही है, वहां स्टैंड पोस्ट या चापाकल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने प्रखंड के तकनीकी सहायक, मुखिया, प्रखंड विकास पदाधिकारी, संवेदक एवं अभियंता को निर्देश दिया कि आपसी समन्वय न रहने के कारण किसी भी टोले में पानी की समस्या ना रहे, इसे सुनिश्चित कराएं।
जिला पदाधिकारी ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को सभी प्रखंडों से प्रतिदिन पेयजल के स्थिति के संबंध में प्रतिवेदन लेने का निर्देश दिया।
जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि चिन्हित किए गए क्रिटिकल वार्डो में अति शीघ्र चापाकल लगवाएं ताकि उस टोले के महादलित परिवारों के घरों, विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों में पानी उपलब्ध कराया जा सके।
अंत में जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने प्रखंड के वैसे टोले जहां पानी टैंकर चलाने की आवश्यकता है, उसके लिए संबंधित टोले की सूची उपलब्ध करावे, ताकि वहाँ निर्बाध रूप से पानी, टैंकर के माध्यम से पहुंचाया जा सके।