भीषण गर्मी एवं हीट वेब से त्रस्त आमजन, डीएम ने की बैठक
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जिले में पेयजल समस्या गहराया, निदान की प्रयास : डीएम
डीएम चिंतित : जनप्रतिनिधियों के साथ किये गहन विमर्श
गया : ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने गर्मी एवं हीट वेब को देखते हुए विभिन्न पंचायतों /टोलो, एवं नगर निकाय के क्षेत्रों से विभिन्न माध्यमों से पेयजल की समस्या संबंधी प्राप्त हो रही सूचना को ध्यान में रखते हुए सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, नगर निकाय के पदाधिकारी, जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा नगर निगम क्षेत्र के पानी की समस्या वाले वार्ड के वार्ड पार्षदो के साथ बैठक की गई।
In VC : गहन समीक्षा में जुटे डीएम त्याग |
सभी प्रखंडों से बारी-बारी समीक्षा के दौरान डुमरिया प्रखंड के समीक्षा के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी डुमरिया बिना किसी अन्य पदाधिकारी को चार्ज दिए बगैर अवकाश पर चले गए। जिला पदाधिकारी ने पेयजल की समस्या को देखते हुए बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी डुमरिया का कार्य शैली काफी घोर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने तत्काल स्पष्टीकरण पूछते हुए वेतन स्थगित करने का निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहड़ा द्वारा पेयजल समस्या के बारे में जानकारी लेने पर सही जानकारी से जिला पदाधिकारी को अवगत नही करवाया गया तथा पेयजल की समस्या से ग्रसित टोलो का भी भ्रमण प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा भी स्वयं नही किया गया। जिला पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहड़ा से स्पष्टीकरण पूछते हुए वेतन स्थगित करने का निर्देश दिए।
पेयजल समस्या को लेकर बेहद चिंतित डीएम त्याग |
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि 2 दिनों के अंदर अपने क्षेत्र अंतर्गत सभी मुखिया जी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनके क्षेत्र में हो रही पेयजल की समस्या को जानकारी लेते हुए संबंधित टोलो में पेयजल की आपूर्ति कराएं। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि वैसे टोले जहां पेयजल आपूर्ति का कोई स्रोत नहीं है, उसकी सूची पंचायत वार तैयार कर 2 दिनों के अंदर उपलब्ध कराएं।
डीएम त्यागराजन ने की पदाधिकारियों के साथ विमर्श |
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि हीटवेव को ध्यान में रखते हुए सभी प्रखंड में 1-1 बड़ा भवन को चिन्हित रखें ताकि हीटवेव से पीड़ित मरीजों को उन्हें तत्काल आराम/ राहत दिया जा सके। संबंधित भवन में पर्याप्त पंखे, वाटर कूलर, पेयजल व्यवस्था सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
इसके उपरांत गया नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में हो रही पानी की समस्या को लेकर महापौर, उपमहापौर तथा संबंधित वार्डो के वार्ड पार्षदों के साथ पेयजल से संबंधित बैठक किया।
बैठक में उपमहापौर गया नगर निगम द्वारा टिकारी रोड, स्टेशन रोड, माडनपुर रोड, डेल्हा रोड इत्यादि सड़कों में बुडको द्वारा सड़क को तोड़ दिए जाने के कारण आम लोगों का आवागमन में काफी कठिनाई हो रही है, जिसकी लगातार शिकायते आ रही हैं। उन्होंने जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया कि संबंधित सड़कों को बुडको द्वारा अतिशीघ्र मरम्मत करवाने हेतु आदेशित करें। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बुडको को संबंधित सड़को को अति शीघ्र मरम्मत करवाने हेतु कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक में वार्ड संख्या 33 के वार्ड पार्षद द्वारा जिला पदाधिकारी को बताया गया कि सिंगरा स्थान पर बने पानी टैंक में रिसाव होने के कारण काफी कम समय में ही पानी खत्म हो जाता है। सिंगरा स्थान पानी टैंक से लगभग 8 वार्डों में पानी आपूर्ति किया जाता है। जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त तथा कार्यपालक अभियंता बुडको को इस पर ध्यान देने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने बुडको के सभी असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर सहित अन्य सभी अभियंताओं को गर्मी के मौसम में लगातार फील्ड विजिट में रहने का निर्देश दिए ताकि कहीं से भी कोई समस्या आने पर उसे तुरंत दुरुस्त किया जा सके।
बैठक में कई वार्ड पार्षदों द्वारा बताया गया कि उनके क्षेत्र में पियाऊ एवं वैट खराब है, जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को स्वयं पियाऊ एवं वैट का जांच करवाने का निर्देश दिए।
वार्ड संख्या 6 के वार्ड पार्षद द्वारा बताया गया कि पंचायती अखाड़ा क्षेत्र के लोगों को दूषित पानी मिल रहा है। जिला पदाधिकारी ने बुडको को संबंधित लीकेज पॉइंट को जांच कर उसे मरम्मत करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरम्मत गैंग दल की संख्या को बढ़ाकर जहां-जहां दूषित पेयजल की शिकायतें आ रही है वहां लीकेज पॉइंट को दुरुस्त कराएं।
बैठक में उपस्थित अधिकतर जनप्रतिनिधियों द्वारा प्याऊ एवं वैट बंद रहने की शिकायत किया गया।
जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि नगर निगम के संबंधित कनीय अभियंता से इस संबंध में स्पष्टीकरण पूछते हुए उनका वेतन अवरुद्ध करें। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए लगातार पेयजल से संबंधित निगरानी रखें।
वार्ड 43 के वार्ड पार्षद द्वारा बताया गया कि मंगला गौरी पहाड़ पर बने पानी टंकी का ढक्कन पिछले 2 सालों से टूटा हुआ है, जिसे अब तक मरम्मत नहीं किया गया है। बिना ढक्कन के पानी टंकी रहने के कारण विभिन्न वार्डों के घरों में गंदे/ दूषित पानी मिल रही है तथा उन्होंने कहा कि ढक्कन नहीं रहने के कारण यत्र तत्र, गंदगी, जानवर या कोई भी वस्तुएं गिरने की आशंका बनी रहती है। जिला पदाधिकारी ने इसे प्राथमिकता देकर अति शीघ्र ढक्कन निर्माण करने का सख्त निर्देश दिए।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र इसी क्षेत्र में छोटी-मोटी समस्याओं के कारण यदि पेयजल योजना बंद पाई जाती है तो संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी पर आपदा अधिनियम के तहत कठोर कार्यवाही किया जाएगा। उन्होंने अंतिम चेतावनी देते हुए 2 दिनों का मोहलत दिया और कहा कि 2 दिनों के अंदर छोटे-मोटे समस्याओं को दुरुस्त कराते हुए पेयजल सुचारू करवाएं।
इसके उपरांत जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बुडको को पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने के लिए कई आवश्यक निर्देश दिए।
_AnjNewsMedia