गया, 14 सितम्बर 2023 (अंज न्यूज़ मीडिया) Hindi Diwas 2023 प्रदेश भर में धूमधाम से मना। हिंदी भाषा की समृद्धि के लिए शपथ भी ली।
Hindi Diwas 2023 | बिहार में हिंदी दिवस की धूम- 2023
हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी विभाग गया कॉलेज गया द्वारा विभाग की पत्रिका ज्ञान-वर्तिका-2 का लोकार्पण सह-संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
Hindi Diwas 2023 ! विषय था “इक्कीसवीं सदी का बदलता हिन्दी साहित्य” कार्यक्रम की शुरुआत इस कार्यक्रम के संरक्षक मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर शशि प्रताप शाही, गया कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. दीपक कुमार, मगध विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आनंद कुमार सिंह, मुख्य अतिथि एवं वक्ता, चर्चित कथाकार, हंस पत्रिका के संपादक संजय सहाय, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. अभय नारायण सिंह, डॉ. सोनू अन्नपूर्णा आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की।
Hindi Diwas 2023 ! अपने संबोधन में कुलपति ने ज्ञान-वर्तिका के दूसरे अंक के विमोचन पर हिन्दी विभाग को बधाई दी और विभागीय टीम के कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की. उन्होंने छात्रों को संपादक बनाए जाने और ज्ञान-वर्तिका की संपादक छात्रा ट्विंकल रक्षिता की प्रशंसा करते हुए कहा कि ट्विंकल तो हमारे कॉलेज और विश्वविद्यालय की गौरव हैं।
Hindi Diwas 2023 ! कुलपति ने कहा कि स्वतंत्रता के इतने वर्षों बाद भी आज हिंदी को राजभाषा का ही दर्जा प्राप्त है। जबकि हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिलना चाहिए था. हिंदी को वह सम्मान नहीं मिल सका जो मिलना चाहिए था।
डॉ. शाही ने कहा कि यदि हम हिंदी को हृदय से अंगीकार करते हैं तो हमारे राष्ट्र का संपूर्ण विकास संभव है। अर्थात भारत को विकासशील राष्ट्र बनाने का मार्ग हिंदी से ही प्रशस्त होता दिख रहा है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020-20 में। विद्यालय एवं उच्च शिक्षा हेतु मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाए जाने के प्रावधानों की उन्होंने जोरदार वकालत की।
Hindi Diwas 2023 ! उन्होंने कई ऐसे राष्ट्रों की चर्चा की जो आकार और जनसंख्या में छोटे हैं परंतु अपने राष्ट्रभाषा के बदौलत आज संपूर्ण विश्व में अपना लोहा मनवा रहे हैं। इसराइल जापान और सोवियत रूस जैसे अन्य देशों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने मातृभाषा के अलावा और किसी भी दूसरी भाषा को कभी प्राथमिकता नहीं देते हैं।
Hindi Diwas 2023 ! उन्होंने गया महाविद्यालय गया को बिहार का गौरव बताया और आने वाले दिनों में महाविद्यालय को नैक में अच्छे ग्रेड प्राप्त होने हेतु हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया।
Hindi Diwas 2023 ! प्रधानाचार्य डॉ. दीपक कुमार ने हिन्दी दिवस की बधाई देते हुए हिन्दी विभाग के रचनात्मक कार्यों की प्रशंसा की। मगध विश्वविद्यालय के वर्तमान परीक्षा नियंत्रक एवं पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद कुमार सिंह ने छात्रों को सकारात्मक रहने और वर्ग में उपस्थित रहने तथा रचनात्मक बने रहने की सलाह दी। उन्होंने प्रधानाचार्य से अनुरोध किया कि रचनात्मक रहने वाले विभाग को बढ़ – चढ़ कर सहयोग करें।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता चर्चित कहानीकार एवं हंस पत्रिका के सम्पादक संजय सहाय का व्याख्यान कई मायनों में अलग हट कर था। उन्होंने मुंशी प्रेमचन्द सभागार के नाम को सिर्फ ‘प्रेमचंद सभागार’ रखने का सुझाव दिया। उनके अनुसार मुंशी के. एम. मुंशी का नाम है।
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Hindi Diwas 2023 ! प्रेमचंद का कलमी नाम प्रेमचंद है। उनके नाम में मुंशी नहीं है। के. एम. मुंशी के साथ एक पत्रिका के संयुक्त संपादन के कारण मुंशी और प्रेमचंद नाम संयुक्त रूप से जुड़ा था। राष्ट्र और देश शब्द की व्याख्या करते हुए उन्होंने राष्ट्र शब्द को देश की अपेक्षा संकुचित बताया।
Hindi Diwas 2023 ! राष्ट्रभाषा के सवाल पर उन्होंने कहा कि तमिल भाषियों के लिए तमिल राष्ट्रभाषा है। भारत बहुराष्ट्रीय देश है। इसलिए भी संविधान में हिन्दी के लिए राजभाषा का प्रयोग किया गया है। इक्कीसवीं सदी के साहित्य पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती है आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का आगमन । आने वाले समय में हिन्दी साहित्य समाज में आ रहे खुलेपन को भी चित्रित करेगा।
Hindi Diwas 2023 ! हिन्दी विभाग में उम्दा प्रदर्शन करने वाले 9 छात्र-छात्राओं को संजय सहाय के हाथों ‘ हिन्दी विभाग गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में गया कॉलेज के लगभग सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापकगण तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सोनू अन्नपूर्णा ने किया। मंच संचालन राहुल कुमार मिश्रा एवं ट्विंकल रक्षिता ने संयुक्त रूप से किया। विभाग में समस्त शिक्षकगण की उपस्थिति रही।
विभाग के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ट्विंकल रक्षिता, दिव्या भारती, ज्ञानी कुमार, अतुल कुमार सिंह, संदीप कुमार, उत्तम कुमार, सुषमा स्वराज, शुभम कुमार, आयुष कुमार आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
Hindi Diwas 2023 | देश की अपनी समृद्ध भाषा हिंदी
हिंदी दिवस के अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) और केन्द्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) में संयुक्त तत्वावधान में हिंदी पखवाडा का शुभारंभ कर्पूरी ठाकुर सदन, पटना में पीआईबी-सीबीसी के अपर महानिदेशक एस के मालवीय, चर्चित साहित्यकार शिवदयाल, पीआइबी के निदेशक आशीष ए.के.लाकरा और सीबीसी के प्रमुख एवं उपनिदेशक संजय कुमार के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
साथ ही मौके पर सभी ने राजभाषा-हिंदी के प्रयोग, प्रचार और प्रसार को बढ़ने की प्रतिज्ञा ली।
Hindi Diwas 2023 | बेहिचक सरकारी कामकाज में हिंदी का हो सर्वाधिक प्रयोग : मालवीय
मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पीआईबी-सीबीसी के अपर महानिदेशक एस के मालवीय ने कहा कि हिंदी पूरे हिंदुस्तान की भाषा है, लेकिन अंग्रेजी का प्रयोग हीनभावना से हो रहा है। हमें बेहिचक हिंदी हो अपनाते हुए हीनभावना से बहार निकलना होगा।
Hindi Diwas 2023 ! उन्होंने कहा कि हमें कम से कम अपना हस्ताक्षर हिंदी में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंगेजी एक विशेष वर्ग की भाषा बनी हुई है, जो हमें भाषायी गुलाम बनाये हुए है।
इससे बाहर निकने की जरूरत है। श्री मालवीय ने कहा कि कई देशों में वहां की मातृभाषा राष्ट्रभाषा है। हमें भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए क्योंकि हिन्दी हिन्दुस्तान में सबसे ज्यादा बोली और समझी जाती है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चर्चित साहित्यकार शिवदयाल ने कहा कि हिन्दी के प्रयोग को लेकर हमें अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है, क्योंकि आजादी के 75 साल के बाद भी हम आज हिन्दी के प्रयोग की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को प्राथमिकता दी गई है।
Hindi Diwas 2023 ! यह एक अच्छी पहल है, जो हमें अंग्रेजी भाषा की मानसिक गुलामी से मुक्ति दिलाएगा। साथ ही आने वाली पीढ़ी को इससे फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जहां तक सरकारी कामकाज में हिन्दी के प्रयोग की बात है, तो हिन्दी भाषी क्षेत्रों में हो ही रहा है और साथ ही अहिन्दी क्षेत्रों में पहल को और तेज करने की जरूरत है क्योंकि हिन्दी पूरे देश भर में बोली और समझी जाती है।
Hindi Diwas 2023 ! वहीं, पीआइबी के निदेशक आशीष ए के लाकरा ने अपने संबोधन में कहा कि अहिन्दी क्षेत्रों में संचार के लिए हिन्दी का प्रयोग को बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सेवा में देश भर में तबादले होते रहते हैं।
Hindi Diwas 2023 ! ऐसे में अहिन्दी क्षेत्र में संचार के लिए अधिकारी और सहयोगी आपस में हिन्दी भाषा में ही संपर्क करते हैं। हालांकि वह टूटी-फूटी होती है। जरूरत है अहिन्दी भाषी अधिकारी/सहयोगियों के बीच हिन्दी सीखने-सिखाने का प्रयास होने चाहिए।
इस अवसर पर सीबीसी पटना के प्रमुख एवं उपनिदेशक संजय कुमार ने कहा कि संविधान सभा ने लम्बी चर्चा के बाद 14 सितम्बर सन् 1949 को हिन्दी को भारत की राजभाषा स्वीकारा गया था। इसके बाद संविधान में अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा के सम्बन्ध में व्यवस्था की गयी।
Hindi Diwas 2023 ! इस स्मृति को याद रखने और हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये हर साल 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों एवं कार्यालय सहयोगियों के बीच एक पखवाड़े तक हिंदी को सरकारी कामकाज में बढ़ावा देने के उदेश्य से हिंदी दिवस के मद्देजर आयोजित हिंदी पखवाडा के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।
Hindi Diwas 2023 ! मौके पर सीबीसी, पटना के कार्यक्रम प्रमुख पवन कुमार सिन्हा ने कहा कि हिन्दी संपर्क भाषा है और इसे बनाने में हिन्दी फिल्म, साहित्य और टीवी की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि हिन्दी बहुत आगे निकल चुकी है इसका प्रयोग विश्वव्यापी और ठीक-ठाक हो रहा है। दक्षिण और उत्तर-पूर्व में हिन्दी लोग बोलते और समझते हैं। जरूरत है इसे और संबल बनाने की।
कार्यक्रम का संचालन सीबीसी, पटना के कार्यक्रम प्रमुख पवन कुमार सिन्हा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सीबीसी, पटना के सहायक निदेशक एन एन झा के द्वारा किया गया। हिंदी पखवाडा समारोह का संयोजन कार्यालय सहायक अफरोज आलम के द्वारा किया गया। मौके पर पीआईबी-सीबीसी के अधिकारी एवं कार्यालय सहयोगी मौजूद रहे।
Hindi Diwas 2023 | पटना वीमेन्स कॉलेज
शिक्षा विभाग, पटना वीमेन्स कॉलेज में 08 .09.2023 से 14 .09.2023 तक भाषा क्लब द्वारा हिन्दी भाषा सप्ताह ‘ हिन्दी लेती नयी उड़ान’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत प्रतिदिन रेखाचित्र तथा मुहावरा लेखन गतिविधि करवाई गई।
Hindi Diwas 2023 ! जिसका हिंदी दिवस कार्यक्रम 14.09.2023 के उपलक्ष में प्रदर्शनी लगाया गया, इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा साप्ताहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
Hindi Diwas 2023 ! जो क्रमशः 08.09.2023 कार्यक्रम उन्मुखन. 09.09.2023 निबंध प्रतियोगिता, 11.09.2023 हिंदी भाषा साहित्य पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, 12.09.2023 प्रिय लेखक से संवाद, 13.09.2023 हास्य प्रसंग, 14.09.2023 हिन्दी दिवस कार्यक्रम काव्य पाठ ‘काव्य तरंग’ नाम से प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर प्रभास रंजन प्रायोजक भाषा क्लब द्वारा उद्बोधन किया गया ।
उपर्युक्त कार्यक्रम में विभाग के सभी छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा ज्ञान और कला का प्रदर्शन किया । कार्यक्रम के सफलता पर डॉक्टर सिस्टर एम सरोज ए. सी. विभागाध्यक्ष, शिक्षा विभाग ने बी. एड. के सभी छात्राओं तथा शिक्षकों को बधाई दी।
MSME 2023 Patna
एमएसएमई विकास कार्यालय पटना द्वारा में गार्लेंट्स मैन्युफैक्चरिंग विषय पर छः साप्ताहिक उद्यमिता एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारम्भ
उद्यमिता एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम 30 अक्तूबर 2023 तक आयोजित किया जायेगा
पटना: एमएसएमई विकास कार्यालय, पटना द्वारा गुरुवार (14.09.2023) को एथनिक फैशन वर्ल्ड, गायघाट, पटना स्थित सभागार में गार्लेंट्स मैन्युफैक्चरिंग विषय पर छः साप्ताहिक उद्यमिता एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के उदघाटन समारोह का आयोजन किया गया।
जो दिनांक 30 अक्तूबर 2023 तक आयोजित किया जायेगा। यह कार्यक्रम एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के उद्यमिता सह कौशल विकास योजना के अंतर्गत, पटना कार्यालय के निदेशक प्रदीप कुमार, आई.ई.डी.एस. के नेतृत्व में आयोजित किया जा रहा है।
जिसका उद्देश्य, जिसका उद्देश्य, कॉलेज / संस्था के छात्रों/ छात्राओ के बीच उद्यमिता के महत्व, प्रक्रियाओ, इस संबंध में विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं बिहार राज्य मे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता के बारे में जागरूकता एवं स्वरोजगार हेतु कौशाल के विकास उत्पन करना है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ जयश्री, प्राचार्या, महिला महाविद्यालय, गुलजारबाग, पटना द्वारा किया गया। इस अवसर पर संजीव आजाद, सहायक निदेशक एवं गीतांजलि चौधरी, सहायक प्रोफेसर, पटना विमेंस कॉलेज मौजूद रहे । इस कार्यक्रम संयोजन एवं समन्वयन इस कार्यालय के सहायक निदेशक रविकांत ने किया।
हिमांशु कुमार, निदेशक, एथनिक फैशन वर्ल्ड,पटना ने अपने संबोधन में सभी अधिकारियों, अतिथियों, उधमियों तथा उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत पेंटिंग भेंट कर किया एवं रविकांत ने कार्यक्रम के उदेश्य के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये उन्होंने तीस दिनों तक चलने वाले इस कार्यरम के क्रियाकलापो के बारे मे विस्तृत जानकारी दी।
मौके पर अतिथियों ने भी संबोधीत किया एवं प्रतिभागियों को उद्यमिता के क्षेत्र मे आगे बढ्ने हेतु उत्शाहवर्धन एवं आपने अनुभावों से उचित मार्गदर्शन दिया I इस कार्यक्रम में संजीव आजाद ने उधमियों एवं भावी उधमियों को बिहार राज्य में एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाये जाने वाली योजनाओं जैसे आगामी रविवार को प्रधानमंत्री के द्वारा देश को समर्पित की जाने वाले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने जिला मे प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम सफलता के बारे मे जानकारी दी एवं पटना जिला मे विभिन्न औधोगिक सम्भावनाओं के बारे मे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरांत अपना उद्यम लगाने हेतु आगे आने का आव्हान किया और एमएसएमई विकास कार्यालय पटना द्वारा हर संभव सहायता का भरोसा दिया।
इस अवसर पर रविकांत ने जिला मे चलाये जाने वाली विभिन्न योजनाओ मे बैंको द्वारा दी जाने वाली वितीय सहायता एवं जिला अग्रणी बैंक की भूमिका और बैंको द्वारा चलाये जाने वाली अन्य स्कीम के बारे मे विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में रविकांत, सहायक निदेशक ने एमएसएमई मंत्रालय, नई दिल्ली के द्वारा भेजे गए वीडियो प्रेजेंटेशन उधमियों को दिखाया एवं हर तरह की जानकारी साझा की साथ ही भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के विभिन्न योजनाओ
जैसे माय एमएसएमई, उधम पंजीकरण,चैम्पियन पोर्टल के द्वारा जैसे “आपको बड़ा बनाने के लिए हमारे छोटे हाथ, पीएमएस स्कीम एवं जेम के अंतर्गत अपने प्रोडक्टस का मार्केटिंग करने का तरीका एवं बाज़ार प्रबन्धन,ज़ेड सर्टिफिकेशन योजना, एमएसई– सीडीपी, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम जैसे विभिन्न योजनाओं के बारे मे जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन गीतांजलि चौधरी, सहायक प्रोफेसर, पटना विमेंस कॉलेज, पटना द्वारा किया गया l कार्यक्रम में कुल 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया।