नालंदा, 07 अगस्त 2023 (अंज न्यूज़ मीडिया) नव नालन्दा महाविहार, नालन्दा में Jagrukta के तहत पर्यावरण संरक्षण Jagrukta 2023
Jagrukta | पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों ने ली शपथ
इस Jagrukta कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्ज्वलन और डॉ. धम्मा ज्योति, एवं नेहा कुमारी के द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण के साथ हुआ। अतिथियों के स्वागत के साथ विषय प्रवेश करते हुए कार्यशाला के संयोजक प्रो. विजय कुमार कर्ण ने कहा कि आज़ के समय में जल संरक्षण और संवर्धन की अत्यन्त आवश्यकता है। जल ही जीवन है। जल और पर्यावरण के बिना प्राणी के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। वर्तमान कालखंड की सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण को संरक्षित करना है।
इस दौरान उन्होंने विभिन्न महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।
जल ही जीवन जागरूकता | Jagrukta 2023
उक्त Jagrukta कार्यशाला के मुख्य अतिथि जल गुरु के रूप में विख्यात महेन्द्र मोदी, पूर्व भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी ने अपने उद्वोधन में जल संरक्षण को लेकर पीपीटी के माध्यम से वर्षा जल संचयन एवं भू-जल स्तर में सुधार हेतु उनके द्वारा निर्मित सफल मॉडल से संबंधित कई महत्त्वपूर्ण जानकारियां दी। इस Jagrukta के दौरान उन्होंने अपने द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष में किया गया कार्यों की जानकारियां दी।
Jagrukta | जागरूकता
कार्यशाला में मेवालाल, सचिव, मुस्कान ज्योति, ने कचरा प्रबन्धन पर उनके द्वारा किए गए कार्यों की जानकारियां प्रदान की, इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान के पास खेत है खेती नहीं क्योंकि किसान बाजार के हाथ गिरबी है। आपने उत्तर प्रदेश समेत सम्पूर्ण भारतवर्ष में अपने और अपनी टीम के द्वारा किए गए कार्यों की जानकारियां प्रदान की और लोगों को कचरा प्रबन्धन हेतु जागरूक किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्रीकृष्ण चौधरी, सम्पर्क प्रमुख, लोक भारती ने हरे भरे पर्यावरण और जैविक खेती से संबंधित अपने विचारों से सभी को प्रभावित किया। आपने कहा कि जितनी मात्रा में प्राणवायु हमलोगों ने प्रकृति से लिया है उसे उतनी मात्रा में लौटाना होगा तभी हम अपने आगामी पीढ़ी के लिए दे पायेंगे।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रो. वैद्यनाथ लाभ, कुलपति, नव नालन्दा महाविहार ने कहा कि आज़ की कार्यशाला निः सन्देह पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण और कचरा प्रबन्धन हेतु उपयोगी होगा। हम सभी का यह दायित्व है कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ पर्यावरण को दे सकें। उन्होंने सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। तथा इस तरह की कार्यशाला को निरंतर जारी रखने हेतु आश्वाशन दिया।
मंगल वाटिका का भी हुआ शुभारंभ
धनयवाद ज्ञापन प्रो. श्रीकांत सिंह, रजिस्ट्रार, नव नालन्दा महाविहार, नालन्दा ने किया। इस दौरान महाविहार के सभी आचार्यगण, कर्मचारीगण, शोधार्थीगण एवं सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। उक्त Jagrukta 2023 कार्यशाला का विषय हरा भरा परिसर, कचरा प्रबन्धन एवं वर्षा जल संचयन था।
इस दौरान विशेषज्ञों के द्वारा संवाद एवं प्रशिक्षण देकर मंगल वाटिका का शुभारंभ भी किया गया। जिसमें गुलर, पाकर, बरगद, आम, बेल, नीम, शमी, ख़ैर आदि पौधों का रोपण आए हुए अतिथियों तथा महाविहार के कुलपति प्रो वैद्यनाथ लाभ द्वारा किया गया।