Jivika : सूबे बिहार के भभुआ जिले में स्थापित नवल जीविका सिलाई उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र दतियाव ग्राम में है। इस यूनिट में 40 जीविका दीदी काम कर रही हैं।
वह सिलाई करके प्रतिमाह 5 से 7 हजार का आय अर्जित कर पा रहीं हैं। इस तरह महिलाएं आत्मनिर्भर बनीं हैं।
अब उन्हें अपने इलाके में ही रोजगार मिलने लगा है। जिससे वे खुश हैं। हुनरमंद महिलाएं स्वावलंबी बन कर परिवार का सहारा बनीं हैं। अपनी हुनर से अर्जित आय से वे आर्थिक रूप से मजबूत हो रहीं हैं।
Jivika Naturals : इस धंधे में डेढ़ सौ जीविका दीदी को रोजगार हासिल हुआ है। जब उन्हें कोई नया आर्डर प्राप्त होगा तब तीन शिफ्ट में तेजी से काम चलेगा।
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जाहिर हो एक शिफ्ट में तक़रीबन 50 जीविका दीदी को रोजगार मिल पाएगा। फिलवक्त, टी-शर्ट, स्कूल ड्रेस, पेटिकोट, पैंट-शर्ट इत्यादि का निर्माण जारी है।
वहां बड़े पैमाने पर सिलाई का कार्य चल रहा है। कार्य के अनुसार उन्हें भुगतान किया जाता है।
ज्ञात हो वहां 55 बिजली चालित आधुनिक सिलाई मशीन, कटिंग मशीन, बटन मशीन, पीको मशीन, आयरन सहित पैकिंग मशीन लगी हुई है।
जिससे सिलाई में काफी सहुलियत होती है। वहीं काम भी तेज गति से होती है। इस कार्य में जीविका दीदी जुटी हुईं हैं। जो आय का मजबूत स्रोत है।
हुनरमंद महिलाएं भभुआ जिले के आसपास की जीविका संसथान से जुड़ीं हुईं हैं।
जो सिलाई में माहिर हैं। बड़ी बारीकी से कपड़े की सिलाई करतीं हैं।
उनकी हुनर ! आय का मुख्य साधन बन गया है। जो उनके जीवन यापन का सहारा बना है।
उनकी यह हुनर अन्य महिलाओं के लिए आदर्श बना है। जो सुर्खियों में है।