मैत्रीपूर्ण विधिक-बीमा सेवाएं
गया ज़िले के गांव- गांव में विधिक एवं बीमा जागरूकता
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जिले में विधिक जागरूकता |
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गया के तत्वाधान में दिनांक 2.10.2021 को गाँधी जयंती के अवसर पर शुरू किए गए अमृत महोत्सव के तहत विविध कार्यक्रमों के अंतर्गत डालसा गया के द्वारा पैनल लॉयर अजित कुमार सिंह और PLV रिजवाना परवीन के नेतृत्व में मानपुर प्रखंड के गेरे पंचायत के धनकुटिया गांव में बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं और उनका संरक्षण योजना 2015( child friendly and their protection scheme 2015) विषय के बारे में जानकारी दी।
पैनल अधिवक्ता ने बताया कि यह योजना बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण और सभी स्तरों पर बच्चों के कानूनी झगड़ों के लिए विधिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करता है विधिक सेवाएं संस्थागत देखभाल परामर्श जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा जिला एवं अनुमंडल स्तर पर सुनिश्चित करवाता है साथ ही स्कूल तथा कॉलेज के छात्रों में बाल अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाना फैलाने के अन्य साधनों में निबंध प्रतियोगिताएं नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिताएं चित्रकला वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित करने को प्रोत्साहन करता है। Legal and Insurance Awareness in Gaya.
Plv रिजवाना परवीन ने गेरे, धनकुटिया, चमरटोली, मिर्जापुर गांवों में जाकर डोर टू डोर विधिक जागरूकता किया।
वही अनुग्रह लॉ कॉलेज के छात्रों ने शहर के विभिन्न गांव और मुहल्लों मुस्तफाबाद, पितामहेश्वर, आजाद बिगहा, बरेव,बंगाली बिगहा, बेलागंज, रौशनगंज, वार्ड 17, 21, में समूह बनाकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्य, उद्देश्य और लोगों के कानूनी अधिकार और सरकार की योजनाओं से आमजनों को परिचित कराया।
दूसरी ओर सेंट्रल यूनिवर्सिटी विधि छात्रों ने अभिषेक कुमार के नेतृत्व में टीम बनाकर दयानन्द इंजीनियरिंग स्लीपर फैक्ट्री, मानपुर में जाकर औधोगिक कामगार के मौलिक और कानूनी अधिकारों पर विधिक जागरूकता किये।
जिले के आंगनबाड़ी सेविका और आशा कार्यकर्ताओं ने गांव और शहर में डोर टू डोर जाकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सन्देश को वीडियो दिखाकर ऑडियो सुनाकर, पम्पलेट बांटकर लोगों में विधिक जागरूकता का संचार किया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशन में गया जिले के वासियों को न केवल फिजिकल तौर पर परन्तु शोशल मीडिया के द्वारा भी लगातार जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
गरीबों के लिए बीमा सुरक्षा जरूरी
बीमा सुरक्षा जरूरी |
गरीबों के लिए बीमा सुरक्षा बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) को गरीबों के लिए एक सामाजिक सुरक्षा अधिकार के रूप में समझना चाहिए। उक्त बातें जीविका के जिल परियोजना प्रबंधक मुकेश कुमार सासमल ने एक दिवसीय प्रशिक्षण बोधगया में भाग लेने आये सभी प्रखंड परियोजना प्रबंधकों, प्रखंड मेंटर एवं वित्तीय समावेशन नोडल को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि गया में लगभग 43 हजार जीविका स्वयं सहायता समूह हैं जबकि इनमें से केवल 60 हजार लोगों का ही बीमा हो सका है।
हमें इन दोनों बीमा को गरीबों का अधिकार मानते हुए सदस्यों का बीमा करवाना है। यह बीमा एक मामूली से वार्षिक वित्तीय योगदान द्वारा विपरीत परिथिति में सुरक्षा प्रदान करता है। इसलिए प्रथमिकता के साथ आप इसे अपने प्रखंडों में लागू करें। प्रत्येक बी पी एम अपने प्रखंड के सभी पंचयतों एवं क्लस्टर का दैनिक लक्ष्य निर्धारति कर कार्य करवायें।
गौरतलब है कि 21 से 31 अक्टूबर 2021 को बीमा सुरक्षा उत्सव के रूप में मान्य जा रहा है। प्रखंड से लेकर जिला तक सभी परियोजना कर्मियों को बीमा सुरक्षा उत्सव मानते हुए बचे हुए लोगों का बीमा करवाना है।
इस मौके पर वित्तीय सलाहकार गौरी शंकर सिंह ने बताया कि बीमा करने वक्त डिटेल भरते हुए ध्यान रखें कि पासबुक और आधार कार्ड के अनुसार ही बीमाकर्ता का व्यौरा भरें। नोमनी का डिटेल भी सत्यापित कर भरें ताकि त्रुटि न रहे जिससे बाद में कोई दिक्क्त ना आए। प्रबंधक अनुश्रवण राजेश कुमार ने आधार डेटा को सत्यापित करने के तरीके को समझया।
युवा पेशेवर दीपायन ने बताया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के लिए साल में केवल 330 एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के लिए 12 रूपए लगते हैं। दोनों मिलकर 342 होते हैं जिससे चार लाख तक का बीमा सुरक्षा मिलता है। किसी कारण दुर्घटना असक्तता अथवा मृत्यु की स्थिति में गरीब लोगों एवं उनके के परिवार लिए यह काफी मददगार साबित हो सकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के प्रतिनिधि परवेज अख्तर ने बीमा द्वारा लाभ लेने की प्रक्रिया के विषय में विस्तार से समझया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला स्तरीय सभी प्रबंधकों ने भी भाग लिया।