NSFDC ने किया शिविर का आयोजन

गया : नेशनल शेडयूल्ड कास्ट्स फाइनेंस एण्ड डेवलपमेंट कार्पोरेशन, (NSFDC) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, दिल्ली द्वारा अपनी योजनाओं से संबंधित जागरूकता शिविर एवं निःशुल्क चिकित्सा जांच शिविर का दिनांक- 21.12.2018 को जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र, गया (राजकीय पॉलिटेक्निक, केन्दुई, गया के प्रागंण में) आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम जिलाधिकारी अभिषेक  सिंह को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया गया। इसके उपरांत जिलाधिकारी के कर कमलों से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया।
जिलाधिकारी ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में जो अंतिम पायदान पर खड़े हैं,दलित हैं,महादलित हैं अगर वो ठान ले कि उन लोगों को आगे बढ़ना है और अपना भविष्य सुधारना है तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है। हमारा प्रयास है कि वे अपना भविष्य सवारें ताकि समाज निर्माण में, राज्य निर्माण एवं अपने देश निर्माण में सहयोग कर सकें। उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को एवं बड़ी संख्या में आई युवा पीढ़ी को देख कर उन्होंने सबों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार दलित और महादलित युवाओं के विकास के लिए काफी जागरूक है, समय-समय पर विभिन्न योजनाएं उनके लिए लाई जा रही है। हमारी पहली प्राथमिकता है कि उन सबों को विकास की धारा में जोड़ा जाए। और इसी क्रम में बिहार सरकार द्वारा सात निश्चय योजना में स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड, कुशल युवा कार्यक्रम, स्वम सहायता भत्ता योजना एवं विभिन्न अन्य कार्यक्रम से युवाओं को जोड़ा जा रहा है। कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत 3 महीने का रोजगार उन्मुखी ट्रेनिंग दिया जाता है। भारत सरकार की ओर से दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत 6 महीने से 12 महीने तक का ट्रेनिंग दिया जाता है ताकि रोजगार का अवसर मिल सके। इनका उद्देश्य है कि पढ़ाई पूरी होने के बाद युवाओं को एक प्लेटफार्म प्रदान किया जाए ताकि वे आगे बढ़ सकें। हमारे समाज में बहुत से लोगों में उधमी क्षमता है, जिसका उपयोग वे नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि आपको अपने घर के पास ऐसे कई उद्यम, कई व्यवस्थाएं हैं जिसे आप खुद कर सकते हैं आप खुद अपने भाग्य का मालिक बन सकते हैं। इसके लिए ऋण की आवश्यकता होती है,जो नेशनल शेड्यूल्ड कास्ट फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इस कार्यक्रम/आयोजन के माध्यम से उपलब्ध करा रही है।

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अनुसूचित जाति के युवाओं को पढ़ाई, प्रशिक्षण, उद्योग या अन्य चीजों के लिए सबसे कम दर पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए आज मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है।
आज जो आवेदन दिया जाएगा 1 माह के अंदर उनका निष्पादन किया जाएगा और सूचित किया जाएगा कि आवेदन किस स्थिति में है और अगर अस्वीकृत होगा तो उसकी भी जानकारी इसी डीआरसीसी में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा खासकर के अनुसूचित जाति के उद्यमी के विकास के लिए एक योजना बनायी गयी है। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति उद्यमी योजना जिसके अंतर्गत एक करोड़ रुपये तक के उद्योग लगाने के लिए ऋण सहायता दी जा रही है, जिसमें 50% राशि अनुदान के रूप में दिया जा रहा है और शेष 50% राशि को बहुत ही कम ब्याज दर पर चुकाना है। इसके लिए सिर्फ दो दस्तावेज की आवश्यकता पड़ती है एक अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र एवं दूसरा आईटीआई का ट्रेनिंग प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के एससी/एसटी छात्रों के लिए विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाया गया है, जो 3 महीने, 6 महीने एवं 12 महीने का रखा गया है। जो पूरी तरह अनुसूचित जाति जनजाति के समुदाय के लिए होगा। इस ट्रेनिंग के माध्यम से आप लोगों को कोई न कोई रोजगार मुहैया होगा। उन्होंने कहा कि आपका प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सलैया, लुटुवा जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र माने जाते हैं वहां पर वृहद कैंप का आयोजन किया गया और वहां जिस तरह युवाओं ने भारी संख्या में भाग लिया, वह काफी सराहनीय है। उग्रवादी ताकतों की धमकी के बावजूद वहां काफी संख्या में युवाओं ने कैंप में भाग लिया। कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत 250 से 300 छात्राओं द्वारा फॉर्म भरा गया और इन आवेदनों पर कार्रवाई की गयी और हमारा प्रयास है कि बी.आर.जी.एफ, कौशल विकास कार्यक्रम, आईटीआई एवं अन्य योजनाओं के माध्यम से निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि विशेष केंद्रीय सहायता योजना के माध्यम से जितने नक्सल क्षेत्र, प्रखंड, गांव है वहां के अनुसूचित जाति के युवाओं को आईटीआई की ट्रेनिंग का पूरा खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा। ट्रेनिंग में खाने-पीने रहने का भी खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा। उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि देश के युवा यदि अपने पैर पर खड़ा हो तो देश की प्रगति कोई रोक नहीं सकेगा और मुझे लगता है कि गया जिला में जो क्षमता है उसे सिर्फ एक प्लेटफार्म प्रदान करने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए सब को आश्वस्त किया गया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन इसके लिए सदैव तैयार है आपके सपनों को साकार करने के लिए हम एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे और आप अपने जीवन में प्रगति करेंगे। उन्होंने युवाओं को देश का सबसे बड़ा जोश बताया और कहा कि यह जोश हम रोजगार प्राप्त करने में, समाज सेवा करने में देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी को यदि सही दिशा निर्देश मिले तो आप अपने प्रखंड, जिला, राज्य और देश का काया पलट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर यह खुशी हो रही है कि बिहार सरकार, भारत सरकार इन सभी योजनाओं में सहयोग कर रही है। बैंक द्वारा भी सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सारे कार्यक्रम में बैंक की बहुत बड़ी भागीदारी है। इसके अलावे मध्यम एवं लघु उद्योग के लिए एक योजना माननीय प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किया गया है। जिसमें एक करोड़ रुपये तक का ऋण दिया जाता है, इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाता है, जिसमें 1 मिनट से कम समय में आवेदन का निष्पादन कर बैंक के माध्यम से आवेदक के खाते में पैसा भेजा गया। गया जिला में जहाँ हैंडलूम, पावर लूम, अनरसा, तिलकुट इत्यादि के फैक्ट्री है, यहाँ के उद्यमी इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। कृषि के क्षेत्र में भी गया के हर प्रखंड, हर गांव में प्रगतिशील किसान है जो इन योजनाओं के लाभ उठा सकते हैं।

कार्यक्रम में NSFDC के अधिकारीगण, जिला योजना पदाधिकारी, जिला प्रबंधक, जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र सहित सभी संबंधित पदाधिकारी थे।

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