गया, 28 सितम्बर (अंज न्यूज़ मीडिया) Pitru Paksha 2023 ! Gaya Pind Daan ! विश्व प्रसिद्ध राजकीय Pitru Paksha 2023 मेला महासंगम का हुआ आगाज। मंत्री ने किया उद्घाटन। वहीं सुविधाओं से लैस अत्याधुनिक टेंट सिटी का मंत्री ने किया उद्धघाटन। उपराष्ट्रपति कल करेंगे पिंडदान। यह पिंडदानी आवासन टेंटसिटी बिल्कुल आकर्षक और भव्य है। बिहार सरकार की ओर से पिंडदानियों के लिए निःशुल्क आवासन की इस में है पूरी व्यवस्था। गया के गांधी मैदान में बना है यह टेंटसिटी। विश्व प्रसिद्ध राजकीय Pitru Paksha 2023 मेला महासंगम का आज धूमधाम से हुआ आगाज।
Pitru Paksha 2023 | Gaya Pind Daan | अत्याधुनिक पिंडदानी आवासन टेंट सिटी का मंत्री ने किया उद्घाटन | गांधी मैदान में बना है यह टेंटसिटी
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इस वर्ष 28 सितंबर से शुरू हो रहा है Pitru Paksha 2023 मेला महासंगम। Pitru Paksha (पितृपक्ष) मेला 2023 के अवसर पर देश- विदेश से आवाजाही करने वाले पिंडदानी तीर्थयात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क आवासन की उत्तम व्यवस्था गया के गांधी मैदान में टेंट सिटी का निर्माण कर किया है। इस टेंट सिटी में 2500 पिंडदानियों के आवासन की पूरी व्यवस्था है।
Pitru Paksha 2023 ! Gaya Pind Daan ! विश्व प्रसिद्ध राजकीय Pitru Paksha 2023 मेला महासंगम का आज हुआ आगाज। मंत्री ने किया उद्घाटन
गाँधी मैदान में बने अत्याधुनिक टेंट सिटी में उपलब्ध नि:शुल्क सुविधाएं ! जानें
- – आवासन की व्यवस्था।
– समान रखने के लिए लॉकर की व्यवस्था।
– MAY I HELP YOU काउंटर की व्यवस्था। - – सुरक्षा के लिए पर्याप्त सिक्योरिटी गार्ड एवं सीसीटीवी की व्यवस्था।
– शुद्ध पेयजल की व्यवस्था।
– पर्यपत चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था।
- – टेंट सीटी में यात्रियों के गंगा जल आपूर्ति योजना के अंतर्गत गंगा जल अपूर्तित करवाया जा रहा, देश विदेश से आये यात्री जो टेंट सिटी में आवासन करेंगे उन्हें भी गंगा जल पीने हेतु व्यवस्था किया गया है।
– पर्याप्त संख्या में डीलक्स शौचालय की व्यवस्था।
- – 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति।
– टेंट सिटी के अंदर जीविका एवं सुधा डेयरी द्वारा अशुल्क शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था।
– पूरे मेला अवधि में भजन किर्तन के साथ साथ रामलीला की भी व्यवस्था की गई है। - – गांधी मैदान में सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में व्यापक प्रदर्शनी भी लगवाया जा रहा है, जिसके माध्यम से देश-विदेश से आने वाले सभी तीर्थ यात्री सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत हो सके।
तीर्थयात्रियों से जिला प्रशासन अपील करता है कि गांधी मैदान में आवासन के लिए बनाए गए टेंट सिटी का आप भरपूर लाभ लें।
विष्णुनगरी के मुख्य पिंडवेदी स्थल के प्रांगण में आज शाम होगा Pitru Paksha 2023 के विशेष मेले का उद्घाटन। जिसकी पूरी तैयारी गया जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से कर ली गई है। जाहिर हो यह राजकीय मेला है। जिसे महासंगम की संज्ञा दी गई है। क्योंकि 15 दिवसीय Pitru Paksha 2023 के मौके पर बड़ी संख्या में पिंडदानी गयाजी आते हैं और अपने पितरों- पूर्वजों का पिंडदान- तर्पण- श्राद्ध श्रद्धा भक्ति से करते हैं।
गया जी श्रीहर श्रीहरि भगवान विष्णु के विष्णुनगरी में धार्मिक वातावरण है। धार्मिकता से ओतप्रोत हो चूका है गयाजी धाम। विष्णुपद रौशनी से जगमगा उठा है। ऐसा प्रतीत होता है कि विष्णुपद धाम में स्वर्ग उतर आया है। मेला महासंगम क्षेत्र में स्वर्ग की सी मनभावन- मनलुभावन छंटा है।
आज शाम विश्व प्रसिद्ध राजकीय Pitru Paksha 2023 मेला महासंगम का होगा आगाज | Pitru Paksha 2023 Start Date
ज्ञान एवं मोक्ष की भूमि के रूप में विश्व विख्यात गयाजी धाम में पितृपक्ष अवधि सहित सालोभर देश-दुनिया से लाखो श्रद्धालु पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान करने आते हैं। यहां हर साल लगने वाला विश्व प्रसिद्ध ‘पितृपक्ष मेला महासंगम’ इस वर्ष 28 सितंबर से 14 अक्टूबर 2023 तक चलेगा।
पितृपक्ष मेला महासंगम के दौरान श्रद्धालुओं को होगी सुखद अनुभूति
महासंगम शुरू होने की पूर्व संध्या पर बिहार सरकार के जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री श्री संजय कुमार झा ने कहा कि गयाजी धाम आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को समुचित सुविधा मिले, इसके प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शुरू से विशेष ध्यान रहा है। इस वर्ष भी महासंगम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राज्य सरकार द्वारा कई कार्य कराये गये हैं।
मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि गया में विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के निकट फल्गु नदी में सतही जल का प्रवाह बरसात के कुछ महीनों को छोड़ कर सालोभर नगण्य रहने के कारण श्रद्धालुओं को पिंडदान, स्नान-तर्पण आदि में काफी परेशानी होती थी।
उन्हें बालू खोद कर जल निकालना पड़ता था। कई बार यहां जल निकालने के लिए नदी के बीच में चापाकल गाड़ना पड़ जाता था। श्रद्धालुओं को इस परेशानी से मुक्ति दिलाने और विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के निकट फल्गु नदी में सालोभर जल उपलब्ध कराने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग ने यहां बिहार के पहले रबर डैम के निर्माण की योजना बनाई।
इसके तहत विष्णुपद मंदिर के 300 मीटर निम्न प्रवाह में 405 मीटर लंबे, 03 मीटर ऊंचे रबर डैम का निर्माण कराया गया है, जो संभवत: देश का सबसे बड़ा रबर डैम है। इस रबर डैम का शिलान्यास 22 सितंबर, 2020 को और लोकार्पण 8 सितंबर, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा किया गया। लोकार्पण के समय इसे उन्होंने ‘गयाजी डैम’ नाम दिया।
श्री संजय कुमार झा ने बताया कि बिहार में पहली बार परंपरागत कंक्रीट डैम के स्थान पर अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित रबर डैम का निर्माण कराया गया है, जिसका पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। योजना की पूरी रूपरेखा आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों द्वारा स्थल निरीक्षण के उपरांत दिये गये परामर्श को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई थी।
रबर डैम के निर्माण से फल्गु नदी में सतही एवं उप सतही जल प्रवाह को रोक कर जल संचयन के लिए 1031 मीटर लंबाई में शीट पाइल और 300 मीटर में डायफ्राम वॉल का प्रावधान किया गया है। इससे यहां फल्गु नदी में जल की सालोभर उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।
ठहरे हुए पानी के समय-समय पर प्रतिस्थापन के लिए बोरवेल की स्थापना की गई है। लोकार्पण के बाद से ही यह रबर डैम श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र बन गया है।
श्री संजय कुमार झा ने बताया कि गयाजी धाम में पिंडदान के उद्देश्य से आने वाले श्रद्धालुओं को फल्गु नदी के दायें तट पर स्थित सीताकुंड तक जाने-आने में सुविधा हो, इसके लिए जल संसाधन विभाग ने रबर डैम के ऊपर 411 मीटर लंबा पैदल स्टील पुल का निर्माण कराया है, जिसे मां सीता पुल नाम दिया गया है।
इस पुल से उतर कर सीता कुंड तक आसानी से पहुंचने के लिए विभाग द्वारा मां सीता पथ का भी निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही जल संसाधन विभाग ने मां सीता पथ के किनारे निर्मित दीवारों का करीब 800 मीटर लंबाई में मिथिला पेंटिंग से सौंदर्यीकरण भी करवाया है। मिथिला पेंटिंग की जानी-मानी कलाकार पद्मश्री दुलारी देवी और पुतुल चौधरी के नेतृत्व में अनुभवी कलाकारों की टीम ने यहां माता सीता के जीवन पर आधारित झांकियां उकेरी हैं।
यह संभवतया दुनिया की सबसे लंबी मिथिला पेंटिंग है। गयाजी धाम आने वाले श्रद्धालुओं को मां सीता पथ के किनारे मिथिला पेंटिंग से सजी माता सीता के जीवन पर आधारित मनोरम झांकियां देख कर निश्चित रूप से सुखद अनुभूति होगी।
श्री संजय कुमार झा ने बताया कि पिंडदान के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं को फल्गु नदी में स्नान एवं तर्पण करने में सुविधा हो, इसके लिए जल संसाधन विभाग द्वारा विष्णुपद मंदिर की तरफ के घाट का जीर्णोद्धार एवं विस्तार कराया गया है, जबकि सीताकुंड की तरफ नये घाट का निर्माण कराया गया है। विभाग ने अपने अधिकारीगण एवं अभियंताओं के सुनियोजित प्रयासों के कारण गयाजी धाम में रबर डैम एवं अन्य सुविधाओं का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा कराया।
पिछले साल पितृपक्ष महासंगम के दौरान गया पहुंचे 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रबर डैम एवं अन्य कई सुविधाओं का लाभ उठाया था। तब बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इन सुविधाओं की सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों के जरिये जमकर सराहना की थी।
उन्होंने बताया कि गया शहर के निवासियों द्वारा घरेलू कार्य के लिए उपयोग किये जाने वाले जल का निस्तारण पहले विष्णुपद मंदिर के अपस्ट्रीम में मनसरवा नाला के माध्यम से होता था। इससे श्रद्धालुओं द्वारा पिंडदान के समय उपयोग किए जा रहे नदी जल की स्वच्छता पर विपरीत असर पड़ता था।
इस समस्या के निवारण के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा फल्गु के बायें तट पर 752 मी० लंबाई में मनसरवा नाला के साथ-साथ 250 मी० लंबाई में कंक्रीट घाट का भी निर्माण कराया गया है। इससे शहर के अपशिष्ट जल (सीवेज) का निष्पादन अन्यत्र किया जाना संभव हो पाया है।
पितृपक्ष मेला महासंगम | Pitru Paksha 2023
पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने मेला क्षेत्र और विष्णुपद मंदिर का निरीक्षण किया।
देव घाट, संगत घाट, गया जी डैम, शमशान घाट, मंदिर परिषर एवं संकीर्ण गलियों सहित अन्य बिंदुओ पर प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारी, जोनल, सेक्टर पदाधिकारी, महिला दंडाधिकारी को अपने जोन में पूरी सक्रियता से आने वाले सभी तीर्थयात्रियों को सहयोग करने को कहा।
उन्होंने कहा कि देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्री ज्यादातर ओल्ड एज/ वृद्धा अवस्था वाले रहते हैं इसे ध्यान में रखते हुए पूरी विनम्रता के साथ व्यवहार करें। संकीर्ण गलियों में एकाएक जाम न हो इसके लिये लगातार यात्रियों को एक फ्लो के साथ निकालते रहे।
इस वर्ष पहली बार वाकी टॉकी के माध्यम से विभिन्न निकास द्वार, इंट्री पॉइंट, घाट एवं संकीर्ण गलियों में वाकी टॉकी के साथ पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि वो अपनी पूरी निगरानी में यात्रियों के भीड़ को देखते हुए कतारबद्ध तरीके से मंदिर एवं घाट में भेजा जा सके। संकीर्ण गलियों एवं मंदिर परिसर में फिसलन न हो इसके लिये पूरी सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया है।
सभी वॉकी-टॉकी के साथ प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया की क्राउड मैनेजमेंट सबसे प्रमुख चलेंगे रहेगा, इसे पूरी तात्पर्यता के साथ अनुपालन कराएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी तीर्थयात्री को जान माल का क्षति नहीं हो, कोई व्यक्ति तालाब में नहीं दुबे इसका पूरा ध्यान रखना होगा। फल्गु नदी घाट निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को निर्देश दिया कि नदी में पानी का लेवल को अच्छे से आकलन करते हुए पूरी मजबूती के साथ बैरिकेटिंग करवाएं।
किनारे पर जहां अधिक गहरा पानी है वहां पर नजदीक पर ही बैरिकेटिंग करवाएं। निरीक्षण के दौरान पर बने पंडाल में यात्रियों की सुविधा हेतु लगाए गए पंखे की संख्या कम रहने पर टेंट पंडाल के संवेदक को निर्देश दिया कि त्वरित गति से पंखा की संख्या को बढ़ावें।
इसके अलावा घाट पर जहां भी खाली पड़े स्पेस हैं वहां पर यात्रियों को बैठने हेतु पंडाल का विस्तार करें। श्मशान घाट से गयाजी डैम तक 13 सेक्टर में बांटा गया है ताकि भीड़ पर पूरी निगरानी रखी जा सके। घाट में/ संकीर्ण गलियों एवं अन्य भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में यदि कोई रास्ता अवरूद्ध करके ठेला खोमचा या फल दुकान/ गुमटी लगाया हुआ है तो उसे अनुमंडल पदाधिकारी तुरंत हटवाना सुनिश्चित करावें।
उन्होंने कहा कि विष्णु पद मंदिर के इर्द-गिर्द देव घाट के जाने वाले रास्ते काफी संकीर्ण है। इन सभी बिंदु को चौक पॉइंट चिन्हित किया गया है तथा भीड़ नियंत्रण के लिए अलग से अतिरिक्त पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की टीम रखी गई है ताकि कहीं भी भगदड़ की स्थिति नहीं हो सके।
घाट पर तर्पण के तुरंत बाद मंदिर दर्शन करने की भीड़ यात्रियों की रहती है। इस चीज पर विशेष ध्यान एवं सतर्कता बरतनी है कि तीर्थयात्री आसानी से कतारबद्ध तरीके से मंदिर में दर्शन करें। तीर्थ यात्रियों के आवागमन का पूरा स्मूथली रखे।
डीएम ने मंदिर के अंदर से सोलह वेदी होते हुए घाट जाने का रास्ता, मंदिर से गजाधर घाट जाने का रास्ता, मंदिर से दिव्यालोल घाट होते हुए खड़े सीढ़ियों तथा मंदिर गर्वगृह में कहीं कोई फिसलन न हो, इस पर पूरा ख्याल रखें।
लगातार सफ़ाई करवाते रहे। भीड़ निकासी निरंतर करवाते रहे। संकीर्ण रास्ता या गर्वगृह में अनावश्यक कोई ज्यादा देर तक खड़ा न रहे इसपर भी नजर रखें। जिला पदाधिकारी ने कहा कि सेफ्टी एवं सिक्योरिटी के साथ सभी तीर्थ यात्रियों को दर्शन करवाएं। तीर्थ यात्रियों को कोई परेशानी ना हो इसी उद्देश्य के साथ आप कार्य करें।
किसी भी क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार का कोई ह्रास नहीं किया जाए। इसे सुनिश्चित करवाएं। सभी तीर्थ यात्रियों के साथ अच्छा एवं मधुर व्यवहार रखें पूरे सेवा भाव के साथ अपनी ड्यूटी करें, ताकि वह एक अच्छी सकारात्मक छवि लेकर वह अपने घर वापस लौटे।
नगर आयुक्त गया नगर निगम और पितृपक्ष मेला व्यवस्था | Pitru Paksha 2023
श्रीमती अभिलाषा शर्मा भा. प्र.से.नगर आयुक्त गया नगर निगम द्वारा संवास सदन समिति के कार्यालय में नगर विकास एवं आवास विभाग से पितृपक्ष मेला के लिए प्रतिनियुक्ति किए गए उप नगर आयुक्त एवं नगर प्रबंधकों तथा मेला क्षेत्र में साफ- सफाई व्यवस्था हेतु आउटसोर्स किए गए एजेंसी के सुपरवाइजर को ब्रीफ किया गया।
आउटसोर्स एजेंसी के सुपरवाइजर को निर्देश दिया गया की सुबह 7.00 बजे तक मुख्य पथ, तालाब, घाट आदि का सफाई करा लें, 7.00 बजे के बाद भिड़ बढ़ने लगती है। सीढ़ियों को रगड़कर सफाई कराएं, कहीं फिसलन होने पर अच्छी तरह से रगड़कर सफाई कराएंगे।
पिंडदानी द्वारा पिंड समाप्त कर लिए जाने के बाद पानी से धुलाकर सफाई कराएं, चुना ब्लीचिंग का नियमित छिड़काव कराएं, नदी एवं तालाब के पानी में झाग आने पर जाल अथवा कपड़े से छानवाएं।
Pitru Paksha 2023 ! पिंडदान पर ख़ास देखिए ! मिलेगा वरदान
सभी प्रतिनियुक्त जोनल पदाधिकारी को प्रतिदिन अपने अपने जोन में सुबह से सफाई एवं अन्य निगम के कार्य का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया, कहीं पर भी कुछ भी त्रुटि पाए जाने पर समन्वय कर अविलंब कार्रवाई कर निराकरण कराएंगे। कहीं पर लाइट खराब हो, प्याऊ खराब हो, पंशाला में जलापूर्ति नही हो पा रही हो, तो रिपोर्ट करें।
विष्णुपद हुआ गुलजार | मंत्रों से गूंज उठा है बैकुंठ का द्वार ! विष्णुपद मंदिर | भक्तिमय वातावरण से ओतप्रोत है विष्णुपद | Pitru Paksha 2023
जाहिर हो इस वर्ष सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी भी लगाया गया है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन डीएम डॉ त्यागराजन ने किया। जो बेहद आकर्षक है। अतिप्राचीन पौराणिक विष्णुपद मंदिर में पिंडदानी की भीड़ उमड़ने लगी है। जिससे विष्णुपद गुलजार हो चूका है। मंत्रों से गूंज उठा है बैकुंठ का द्वार ! विष्णुपद मंदिर। वहां बिल्कुल ! भक्तिमय वातावरण है।
Pitru Paksha 2023 ! कल 29 सितंबर 2023 को महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गया विष्णुपद में करेंगे पिंडदान- तर्पण
- कल 29 सितंबर 2023 को महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गया विष्णुपद में तर्पण कार्यक्रम निर्धारित है। जिसे लेकर आमजनों से जिला प्रशासन अपील करता है कि कल सुबह 09.15 से 09.35 तक गया एयरपोर्ट से 05 न० गेट होते हुए बिपार्ड- बाईपास होते हुए नारायणी पूल- बंगाली आश्रम रोड उक्त अवधि तक अवरुद्ध (बंद) रहेगी।
- सभी आम जन एवं पंडा समाज के लोगो से अपील है कि उक्त रुट में उस समय लोग का आवागमन ना करें। कल दोपहर 12 बजे से 12:30 दोपहर तक विष्णुपद मंदिर से बंगाली आश्रम होते हुए नारायणी पूल- बाईपास- बिपार्ड- 05 न० गेट- सिकड़िया मोड़ होते हुए जिला अतिथि गृह तक का रास्ता अवरुद्ध रहेगा।
- कल दोपहर 12 बजे से 12:30 दोपहर तक सिकड़िया मोड़ से एयरपोर्ट तक भी आवागमन बाधित रहेगा। ज़िला प्रशासन गया आमजनों से अपील करता है कि उक्त रास्तों का उक्त अवधि में कम से कम प्रयोग करें।