यादों में Hammer Man शिवू मिस्त्री ! दूसरी पुण्यतिथि
उन्हीं के दिये छेनी- हथौड़े से मजदूर दशरथ मांझी ने पहाड़ की तोड़ी छाती
लेखिका : पूजा अर्चना
Shivu Mistry World Record Hammer Man |
आज के Top News में पेश है। सूबे बिहार के गया जिले के वजीरगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित दखिनगांव ग्राम के निवासी जीवट कर्मवीर वर्ल्ड रिकार्ड (World Record) हैमर मैन (Hammer Man) Shivu Mistry का दूसरी पुण्यतिथि। उन्होंने जो ऐतिहासिक इतिहास रची, वह दुनिया के लिए प्रेरणा बना है। उनकी कृति अद्भुत है हीं, बेमिशाल भी।
Hammer Man शिवू मिस्त्री :
जाहिर हो जीवट कर्मयोगी कमाल कर दिया। उनकी कर्मठता को विश्व ने सलाम किया है। वे इंडिया हीं नहीं, विश्व का आदर्श बने हैं। अपने लक्ष्य की प्राप्ति में धनुषधर अर्जुन की तरह माहिर निकले। जिन्होंने अपने कठोर कर्म पर अटूट भरोसा जताते हुए विश्व स्तरीय सफलता हासिल की।
ज्ञात हो World Records Hammer Man शिवू मिस्त्री ने अपने हथोड़े के बल पर दशरथ मांझी को बना दिया Mountain Man.
World Record Hammer Man शिवू मिस्त्री :
वैसे शख़्स हैं वर्ल्ड रिकार्ड्स हैमरमैन स्वर्गीय शिवू मिस्त्री। जिन्होंने बेमिशाल अद्भुत कार्य किया।
आज दूसरी पुण्यतिथि : उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि प्रेरणाप्रद World Record Hammer Man शिवू मिस्त्री |
उसने अकिंचन दशरथ माँझी को अपने छेनी- हथौड़े के दम पर माऊंटेन मैन बना दिया। इस तरह से स्वर्गीय शिवू मिस्त्री हैमर मैन बने। इसी विशेष उपलब्धि के लिए उनका नाम वर्ल्ड रिकार्ड्स में स्थान बनाया। वे गरीबों के मसीहा के रूप में भी जाने- जाते हैं। गरीबों को भलाई करना उनकी आदत थी। यही वजह है कि विश्व भर में सुपरमैन शिवू मिस्त्री चमके।
उनकी कृति की चमक से दुनिया रौशन हुई। उनकी पहचान से वजीरगंज को बड़ी पहचान मिली। और उनकी महानत्म कृतित्व दुनिया भर में छा गई। उनके सकारात्मक कार्य को बड़ी ख्याति मिली। बदलते दुनिया का हैमर मैन शिवू बादशाह हैं हथौड़ा जगत का। आज जिन पर विश्व को नाज है। उनकी ख्याति विश्व का सरताज बना। Hammer Man शिवू मिस्त्री ने निर्धन मजदूर दशरथ को Mountain Man बना दिया।
हैमर मैन मिस्त्री की यादें – Memories of Hammer Man Mistry
World Record Hammer Man शिवू मिस्त्री उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि |
वर्ल्ड रिकार्ड्स हैमरमैन शिवू मिस्त्री ने दशरथ मांझी को 22 वर्ष तक फ्री छेनी और हथौड़ा दिया। पहाड़ की छाती तोड़ कर आमजनों के लिए रास्ता बनाने के लिए उन्होंने छेनी- हथौड़ा दिया। हैमरमैन शिवू के दिये हुए छेनी और हथौड़ा से दशरथ ने पहाड़ तोड़ कर आमजनों के लिए सुगम राह बनाई। वर्ल्ड रिकार्ड्स हैमरमैन मिस्त्री ने मजदूर मांझी को फ्री छेनी और हथौड़ा दे कर कमाल करदिया। हैमरमैन शिवू मिस्त्री ने ऐसे अनोखे इतिहास रचे। वह बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हो गया। उनकी सफलता की कहानी ऐसी है। जो हम सबों को अनवरत प्रेरणा देती है।
World Record Hammer Man Shivu Mistry :
वर्ल्ड रिकार्ड्स हैमरमैन के उस ऐतिहासिक छेनी और हथौड़े को गया संग्रहालय गया में सुरक्षित रखा गया है। विशाल पहाड़ की छाती तोड़ने में उसी छेनी और हथौड़े का उपयोग दशरथ मांझी ने किया था। हैमरमैन शिवू के धरोहर रूपी छेनी- हथौड़ा दर्शनीय है।
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अनवरत प्रस्तुति |
जाहिर हो अटूट दोस्ती हो तो ऐसी ! Hammer Man शिवू मिस्त्री जैसा। जिसने सफलता की परवाह किये वगैर 22 वर्ष तक दशरथ को मुफ्त में छेनी- हथौड़ा दिया। लोहार विश्वकर्मा के दिए हुए उस हथौड़े की ताकत ने दशरथ मांझी को माउंटेन मैन बना कर दम लिया।
जाहिर हो शिवू मिस्त्री ने वर्ष 1960 से 1982 तक यानि लगातार 22 वर्ष तक फ्री छेनी- हथौड़ा दिया पहाड़ तोड़ कर रास्ता बनाने के लिए। जीवट कर्मयोगी शिवू का कठोर कर्म कामयाब हुआ। और तब जाकर वह दुनिया भर में लोकप्रिय हुए। सच, उसने कमाल कर दिखाया। जिसका कोई जोड़ नहीं, वह बेजोड़ है।
जरा सोचिये :-
यदि मजदूर दशरथ मांझी को हैमरमैन शिवू मिस्त्री ने फ्री छेनी- हथौड़ा नहीं दिया होता तो वह पहाड़ नहीं टूटता। और उनका सपना अधूरा रह जाता। लेकिन उनके हौसले में हैमरमैन शिवू ने जान फूंक दिया, मुफ्त में छेनी- हथौड़ा देकर। जो दशरथ मांझी के हौसले को बल दिया, ताकत दिया। उसी हथौड़े से उसने पहाड़ को तोड़ कर रास्ता बनाया। जिससे उनका सपना साकार हुआ ही, लक्ष्य भी।
हैमरमैन शिवू के ऐतिहासिक छेनी- हथौड़ा :
सच, हैमरमैन श्री मिस्त्री का त्याग, कठोर कर्म कमाल कर दिखाया। श्री मिस्त्री के छेनी- हथौड़े के दम पर विशाल पर्वत टूटा और चकाचक कामयाबी मिली। इस तरह दशरथ मांझी के सपने को साकार किया हैमरमैन शिवू मिस्त्री। श्री मिस्त्री का छेनी- हथौड़ा दशरथ के लिए वरदान बना। जो अतुलनीय है।
वैसे जीवट समाजसेवी थे वर्ल्ड रिकॉर्ड हैमर मैन। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज उनकी कृति हमें गौरवांवित करती है।
आमजनों की राह निर्माण में हैमर मैन शिवू की अहम भूमिका :-
पहाड़ी दुर्गम राह बना सुगम :-
हैमर मैन मिस्त्री ने पर्वत पुरूष दशरथ मांझी के जीवन में चार- चाँद लगा दी। उन्हें सफलता दिलाने में हैमर मैन शिवू ने अहम भूमिका निभाई। जिसे दुनिया सलाम- प्रणाम करती है। गेहलौर पर्वत का सीना हैमरमैन शिवू मिस्त्री के छेनी- हथौड़े से टूटा, और ज़िंदाबाद हुआ। दोनों महान व्यक्तियों की अमिट जीवनी प्रेरणादायक है। जो हमें हौसला, विश्वास और ताकत देता है। जैसे, मिस्त्री ने मांझी के सपने को टूटने नहीं दिया, वैसे दोस्त बदलते दौर में नहीं मिलते। उनकी दोस्ती ! शानदार बनी ही, जबर्दस्त भी। उनके महत्वपूर्ण योगदान को दुनिया सदा याद रखेगी।
Hammer Man शिवू के हथौड़े के दम पर पहाड़ टूटा बनी राह :
पूजा अर्चना, लेखिका | Writer- Pooja Archana, Delhi |
जो अकल्पनीय था, वह कल्पनीय बना। हैमरमैन मिस्त्री के छेनी- हथौड़े के बल पर मांझी ने इतिहास रची। वह दुर्गम राह बेहद सुगम बना। तकरीबन 65 किलोमीटर की घुमावदार राह करीब 8 किलोमीटर में तब्दील हो गई। जिससे वजीरगंज प्रखंड सहित मोहड़ा और अतरी प्रखंड की दूरी सिकुड़ गई। वह कठीन डगर दो विधानसभा को जोड़ती है। जिसमें क्रमशः वजीरगंज और अतरी विधानसभा शामिल है।
उनकी दूसरी पुण्यतिथि पर उन्हें उन्हें ह्रदय की गहराई से भावभीनी श्रद्धांजलि ! नमन।
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