Wine Contral and GayaDM-SSP Action- Strictness on Prohibition Law : शराबबंदी में भी शराब नियंत्रण की जरुरत दुखद

ये कैसी शराबबंदी ! शराबबंदी में भी शराब नियंत्रण की जरूरत

शराबबंदी प्रशासन की चुनौती : फिर भी अवैध शराब की बिक्री थमा नहीं, वाह री सुशासन 

शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए डीएम ने दी कड़ा गाइडलाइन

गैरकानूनी तरीके से शराब की बिक्री, सेवन एवं संग्रहण पर नियंत्रण के लिए डीएम एवं एसएसपी हुए सक्रिय, शराब माफियाओं में हड़कंप 

किसी भी स्तर पर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डीएम

गया : ज़िला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर की संयुक्त अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना अध्यक्ष, चौकीदार सहित अन्य पदाधिकारियों को शराबबंदी कानून को और सख्ती से पालन करवाने हेतु बैठक में निर्देश दिया गया। 

डीएम त्यागराजन ने गाइडलाइन देते हुए कहा अवैध शराब की बिक्री, सेवन एवं संग्रहण आदि को हर हाल में अंकुश लगाना हम सबों की पूरी जिम्मेवारी है। जिले भर में इसकी पूरी कड़ाई से अनुपालन करावें। उन्होंने कहा शराबबंदी कानून पर सख्ती बेहद जरूरी है, लापरवाही नहीं चलेगी। 


Wine Contral and GayaDM-SSP Action- Strictness on prohibition law : शराबबंदी में भी शराब नियंत्रण की जरुरत दुखद, AnjNewsMedia
शराबबंदी कानून पर सख्ती के लिए
बैठक करते डीएम त्याग एवं एसएसपी कौर
 

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जो आमस प्रखंड में जहरीली शराब की घटना घटी है, वैसी घटना दूसरे किसी अन्य टोले में पूर्णाविर्ती ना हो, यह सुनिश्चित करावें। किसी भी स्तर पर कोई भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि बिहार में पूर्णता शराबबंदी कानून लागू है। यदि कहीं भी चोरी छुपे शराब की सूचना मिलती है तो त्वरित गति से छापेमारी करें। साथ ही जिले में कहीं भी जहरीली शराब, स्प्रीट या अन्य कोई मादक पदार्थ की सूचना मिलती है तो बिना समय गवाएं जांच करवाएं। डोभी चेक पोस्ट पर और कठोर निगरानी की आवश्यकता है।

उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी को हर सप्ताह के कम से कम 2 दिन अलग-अलग समय औचक निरीक्षण अनिवार्य रूप से करें साथ ही विगत कुछ दिन पहले अपर मुख्य सचिव श्री के के पाठक द्वारा डोभी चेक पोस्ट के निरीक्षण के क्रम में यह बताया गया था कि झारखंड राज्य से गया जिला होते हुए दूसरे राज्य जाने वाले रुट में गया बॉर्डर का लगभग 13 रूट चिन्हित किए गए हैं, उन सभी रूट में जब तक चेकपोस्ट का निर्माण ना हो जाए तब तक तत्काल बैरिकेटिंग एवं ड्रॉपगेट लगाकर चेकिंग अभियान की व्यवस्था करें।

उन्होंने सभी अंचलाधिकारी, थाना अध्यक्ष एवं चौकीदार को सख्त हिदायत दिया कि यदि किसी गांव या टोले से शराब की सूचना मिलती है तो तुरंत छापेमारी का कार्य करवाएं साथ ही चौकीदारों के माध्यम से टोलों एवं गांव की सूचनाओं को संग्रह करें।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक सप्ताह शनिवार के दिन भूमि विवाद के समीक्षा के दौरान चौकीदारों को भी संबंधित थानों में बुलाकर पैरेड करवाएं तथा अपने क्षेत्र में शराब की जानकारी लें तथा संबंधित चौकीदार से अनिवार्य रूप से शराब सम्बंधित शपथ पत्र लेना सुनिश्चित करे। 

उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी कानून पर सरकार पूरी तरह गंभीर है, इसलिए सभी पदाधिकारी पूरी जोश के साथ शराब को रोकने हेतु प्रबल कठोर कार्रवाई करें। 

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विगत कुछ दिन पहले डीजीपी बिहार द्वारा गया जिला भ्रमण के दौरान विभिन्न बिंदुओं पर दिए गए निर्देशों का सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनुपालन कराते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं।

उन्होंने कहा कि ए०एल०टी०एफ० के लंबित मामलों में तेजी से निपटारा करें। अवैध शराब की सूचना आने पर तुरंत छापेमारी करवाना सुनिश्चित कराएं। सरकार द्वारा जो भी एसओपी निर्धारित की गई है, उसे अक्षरश: अनुपालन करावें।

उन्होंने ड्रोन से छापेमारी कराने पर विशेष बल देते हुए कहा कि पहाड़ी क्षेत्र या बड़े पैमाने पर शराब की सूचना आने पर अनिवार्य रूप से ड्रोन के माध्यम से छापेमारी करावे।

उन्होंने सभी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि विभिन्न थानों में शराब विनष्टीकरण हेतु लंबित प्रतिवेदन को जिला में उपलब्ध करावें ताकि विनष्टीकरण तेजी से करवाया जा सके।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी द्वारा बताया गया कि शेरघाटी अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर शराब छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें विगत कुछ दिनों में 180 छापेमारी में 44 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई है तथा 37 शराब भट्टियों को नष्ट किया गया है। छापेमारी के दौरान देशी एवं विदेशी शराब भी जप्त किए गए हैं। वर्तमान में विभिन्न स्थानों के सप्लाई चैन को पूरी तरह ध्वस्त किया जा चुका है।

अंत में जिला पदाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी को सख्त हिदायत दिया कि डोभी चेक पोस्ट पर प्रत्येक दो महीने पर होमगार्ड को स्थानांतरित करते रहें साथ ही लोकल स्तर का कोई भी होमगार्ड डोभी चेक पोस्ट पर कार्य ना करें यह सुनिश्चित करावे। हर हाल में डोभी चेक पोस्ट पर कड़ाई से निगरानी रखना आवश्यक है।

बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार, अपर समाहर्ता मनोज कुमार, अपर समाहर्ता नरेश झा, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा, सहायक आयुक्त उत्पाद, संबंधित वरीय उप समाहर्तागण एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

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