ट्रामा सेंटर भवन में लगाए गए वेंटीलेटर एवं ऑक्सीजन सिस्टम
Advertisement
Advertisement
गया : जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अंतर्गत ट्रामा सेंटर भवन में पॉजिटिव केस के लिए बनाए जा रहे आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिया कि ट्रामा सेंटर भवन में लगाए गए वेंटीलेटर एवं ऑक्सीजन सिस्टम चलंत अवस्था में रहने चाहिए। इसके लिए उन्होंने लिखित रूप से प्रतिवेदन की मांग की। उन्होंने ट्रामा सेंटर अंतर्गत सभी कमरों को रूम नंबर 1, रूम नंबर 2, रूम नंबर 3 इत्यादि में कोडिंग करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आईसीयू में वैसे व्यक्ति को रखा जाए जो पूर्व में आईसीयू का कार्य किया हो। नए डॉक्टर या नए स्टाफ को आईसीयू में नहीं रखा जाए। उन्होंने कहा कि ट्रामा सेंटर के बाहर नियमित रूप से गार्ड ड्यूटी करेंगे। कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थिति में ही मोबाइल लेकर प्रवेश किया जाए, अन्यथा किसी भी कर्मी/ डॉक्टर को मोबाइल लेकर आइसोलेशन वार्ड में नहीं जाने का निर्देश दिया।
मीटिंग करते डीएम अभिषेक सिंह |
उन्होंने अधीक्षक मगध मेडिकल को निर्देश दिया कि यह आईसीयू फुल फेज में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि साफ सफाई की गुणवत्ता भी उच्चतम रहनी चाहिए। जिलाधिकारी ने ट्रामा सेंटर भवन में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने मगध मेडिकल के डॉक्टर को निर्देश दिया कि यदि कोई मरीज पॉजिटिव पाया जाता हो और यदि उसे पटना या कहीं आने जगह रेफर करने की आवश्यकता पड़ती है तो उस स्थिति में किस तरह से एंबुलेंस एवं क्वॉरेंटाइन सिस्टम का प्रयोग करेंगे इस पर भी एक कार्य योजना बना लेने का सुझाव दिया। ट्रामा सेंटर के बाहरी परिसर को साफ रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने अस्पताल के सभी डॉक्टर एवं कर्मी को निर्देश दिया कि सभी लोग अपना-अपना प्रोटोकॉल को फॉलो करेंगे। जो डॉक्टर या कर्मी मरीज के पास जाएंगे वो मास्क ग्लास एवं फुल प्रोटेक्टेड ड्रेस पहनकर ही मरीज के समीप जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति या मरीज अफेक्टेड एरिया से आते हैं और उनमे सिंटेम नहीं है तो वैसे मरीज या व्यक्ति को होम क्वॉरेंटाइन में रखा जाए। साथ ही वैसे मरीजों के हाथ पर स्टैंप लगाया जाए ताकि उनकी पहचान की जा सके। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कर होम क्वॉरेंटाइन पर रखे गए मरीजों की जांच समय-समय पर अपने स्तर से कराते रहेंगे।
एनएमसीएच के अधीक्षक के कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अनुमंडल स्तर पर एवं आईडीएच अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में लगे हुए बेड को दूरी बना बना कर रखें। उन्होंने कहा कि यदि आइसोलेशन वार्ड में कोई पॉजिटिव मरीज मिलता है उसके बाद उस मरीज के साथ किस तरह हैंडल करना है इसके लिए पूर्व से तैयारी कर लें। उन्होंने कहा कि सभी मरीजों का रजिस्टर भी अनिवार्य रूप से मेंटेन करें साथ ही रजिस्टर मेंटेन करते समय उपस्थित मजिस्ट्रेट से उसकी जांच भी करा ले। उन्होंने अस्पताल अधीक्षक को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में सस्पेक्टेड मरीज अस्पताल से नहीं जाना चाहिए। बैठक में जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल के पूरे परिसर में प्रत्येक दिन मच्छर मारने के लिए फागिंग कराते रहें। इसके उपरांत डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर द्वारा कोरोना वायरस से मृत व्यक्ति को किस तरह से हैंडल करना है। उसकी विस्तृत जानकारी दी गई साथ ही कोरोना वायरस के उपचार में वैक्सीन ट्यूब एवं नीडल के प्रयोग के बाद उसे किस तरह से डिस्पोजल करना है इसकी जानकारी दी गई। साथ ही अनेक बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
बैठक में नगर आयुक्त नगर निगम श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता श्री केएम अशोक, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल के डॉक्टर, सिविल सर्जन, पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता, सहित संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।
– रिपोर्ट : अंज मीडिया