गया में कोविड-19 के रोकथाम पर उच्चस्तरीय गहन विमर्श
जिले में अब तक कुल 835 एक्टिव केस
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गया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में कोविड-19 से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श हेतु बैठक आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य रुप से सैंपल की जांच इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन (संस्थागत आइसोलेशन) में अगर किसी कोरोना के मरीज को भर्ती करना आवश्यक हो और वह मनमानी तरीके से भर्ती नहीं होना चाहता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह गया से कोरोना वायरस को हराने की पूरी तैयारी की जा रही है।
कोविड-19 पर गंभीर विचार-विमर्श |
सरकारी अथवा निजी अस्पताल जिसमें कोरोना के मरीज का इलाज हो रहा है, अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मी, एंबुलेंस चालक इत्यादि की कोरोना ड्यूटी में मृत्यु हो जाती है तो उसे सरकार द्वारा 50 लाख रुपए के मुआवजे की राशि दी जाएगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में एस.ओ.पी. के अनुसार कार्य करने हेतु सभी कंटेनमेंट जोन में एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, जीविका, एएनएम ,विलेज वर्कर इत्यादि सदस्य होंगे जो कंटेनमेंट जोन की निगरानी करेंगे साथ ही कंटेनमेंट जोन में रहने वाले व्यक्तियों /परिवार को कोरोना से बचाव एवं सावधानी के संबंध में प्रेरित करेंगे।
बैठक में बताया गया कि कोरोना के अब तक 76432 सैंपल की जांच की गई है, अब तक 3435 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं तथा 2572 व्यक्ति रिकवर हुए। जिले में कुल 835 एक्टिव केस है।
बैठक में नगर आयुक्त गया नगर निगम सावन कुमार, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, सहायक समाहर्ता सौरभ सुमन यादव, अधीक्षक एवं प्राचार्य अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, अपर समाहर्ता मनोज कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
– @AnjNewsMedia-
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