गया : अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया का ड्रिल स्क्वायर ने 14वीं पासिंग आउट परेड के मौके पर सैन्य वैभव एवं आकर्षक प्रस्तुति दिखी। पासिंग आउट परेड में टेक्निकल इंट्री कोर्स क्रमांक– 32 के 128 जेंटलमैन कैडेट, जिन्होंने दिसम्बर 2015 में अपना एक वर्षीय बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण इसी अकादमी से पूरा किया था उन्होंने स्पेशल कमीशन ऑफिसर क्रमांक-41 के 37 जेंटलमैन कैडेटो के साथ अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में कमीशन प्रदान किया। स्पेशल कमीशन ऑफिसर में असम रायफल के 19 कैडेटों ने भी कमीशन प्राप्त किया। वहीं टेक्नीकल एंट्री स्कीम क्रमांक- 38 के 97 जेंटलमैन कैडेट अपना एक वर्षीय बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर तकनीकी शिक्षा हेतु देश के विभिन्न सैन्य तकनीकी संस्थानों जैसे- मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकनिकल इंजीनियरिंग, सिकंदाराबाद, मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन्स इंजीनियरिंग, मऊ एवं कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, पुणे से इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री प्राप्त करने के लिए गए। सैन्य एवं असैन्य गणमान्य व्यक्ति तथा कैडेटों के पारिवारिक सदस्यों के समक्ष जेंटलमैंन कैडेटो की सौम्य मनोहर ड्रिल की छटा इस क्षण को महत्वपूर्ण बना रही थी। लेफ्टिनेंट जनरल बातू त्शेरिंग, द्रुक युग्येल, द्रक्पोई रिनचेन त्सुग्टर, द्रक्पोई वान्ग्येल, द्रक्पोई ठुग्सेय, द्रक्पोई खोर्लो, मुख्य ऑपरेशन अधिकारी, रॉयल भूटान आर्मी इस मनोरम अवसर के निरीक्षण अधिकारी सह मुख्य अतिथि थे । लेफ्टिनेंट जनरल पी सी थिम्मिया, वी एस एम, जी ओ सी इन सी, आर्मी ट्रेनिंग कमान कार्यक्रम के मुख्य मेजबान रहे। निरीक्षण अधिकारी का परेड स्थल पर आगमन सैन्य वैभव से परिपूर्ण सुसज्जित बग्घी से हुआ। उनकी आगवानी लेफ्टिनेंट जनरल पी सी थिम्मिया, वी एस एम, जी ओ सी इन सी, आर्मी ट्रेनिंग कमान के द्वारा की गई ।परेड का निरीक्षण मुख्य अतिथि एवं लेफ्टिनेंट जनरल सुनील श्रीवास्तव, वी एस एम एवं बार, कमांडेंट, अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया ने किया। परेड के आरंभ में कैडेट्स ने निरीक्षण अधिकारी को सैन्य सैल्यूट दी। उसके बाद शानदार मार्च पास्ट के साथ सलामी दी गई। निरीक्षण अधिकारी ने प्रशिक्षण के क्रम मे अच्छा प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेट्स को पुरस्कृत किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्लाटून कैडेट क्वार्टर मास्टर अंजनी कुमार मिश्रा को प्रतिष्ठित सोर्ड ऑफ ऑनर प्रदान कर सम्मानित किया। उसके बाद प्रशिक्षुओं को स्वर्ण, रजत और कास्य पदक श्रेणी के अनुसार क्रमशः प्लाटून कैडेट क्वार्टर मास्टर अंजनी कुमार मिश्रा, विंग कैडेट एडजुटेंट दीपांशु अग्रवाल तथा विंग कैडेट कैप्टेन हर्षित बर्गोती को प्रदान किया गया। एस सी ओ कोर्स में सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बटालियन कैडेट एडजुटेंट सिकंदर सिंह को रजत पदक से सम्मानित किया गया। शीत सत्र -2018 के प्रशिक्षण काल में सभी क्षेत्रों अच्छा प्रदर्शन करने वाली प्रशिक्षु कंपनी, गुरेज़ कम्पनी को प्रतिष्ठित चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर प्रदान किया गया। फिर परेड को संबोधित करते हुए जनरल अधिकारी ने जेंटलमैन कैडेट्स को उनके बेहतरीन ड्रिल प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा भविष्य निःस्वार्थ और गौरवमयी सेवा से भरा हो।लेफ्टिनेंट जनरल त्शेरिंग ने कहा कि सैनिकों को अपने जीवन में सैन्य गुण और सदभाव को अपनाना चाहिए। रॉयल भूटान आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल त्शेरिंग ने कहा कि वे अभिभावक सौभाग्यशाली होते हैं जिनके पुत्र एक प्रतिष्ठित पेशे में सेवा देते हैं। उनके लिए गौरव की बात कि उनका बेटा सैन्य सेवा में चयनित हुआ। ज्ञात हो ओ.टी.ए. गया की स्थापना 18 जुलाई 2011 में शौर्य, ज्ञान, संकल्प के साथ हुई। अकादमी स्पेशल कमीशन ऑफिसर और टेक्नीकल इंट्री स्कीम जो TES और SCO के रूप में जाना जाता। प्रशिक्षण में टी ई एस के प्रशिक्षु 10+2 की शिक्षा के उपरांत अकादमी में प्रवेश पाते और प्रशिक्षण प्राप्त कर सशस्त्र सेना का हिस्सा बनते। टेक्नीकल इंट्री स्कीम में प्रवेश पाने वाले कैडेट साल भर के बुनयादी सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर अभियन्त्रिक प्रशिक्षण के लिए सैन्य अभियन्त्रिक संस्थान जाते और तीन वर्षों का तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर वह कमीशन पाते। उन्हें देश की गौरवशाली सेवा का सुहाना अवसर प्राप्त हो
देश के सेवार्थ गया अफ़सर प्रशिक्षण अकादमी के 165 बने सैन्य अधिकारी
*देश के सेवार्थ गया अफ़सर प्रशिक्षण अकादमी के 165 बने सैन्य अधिकारी*
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