नेट बैंकिंग से जुड़े ग्राहकों से सेवा शुल्क
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गया : अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, बाबूलाल प्रसाद सिंह, अशोक सिंह, अमरजीत कुमार,अशरफ इमाम,दामोदर गोस्वामी, विनोद बनारसी,अमित कुमार, प्रशांत कुमार,मो सरवर खान,सुरेन्द्र मांझी, विनय कुमार सिन्हा, आदि ने कहा कि बिहार के राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा सेवा शुल्क के नाम पर प्रतिवर्ष 760 करोड़ रुपए वसूल रही है।
बैंकों के सेवा शुल्क से आमजन परेशान |
नेताओ ने कहा कि राज्य स्तरीय बैंकर्स कमिटी के रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 06 करोड़ ए टी एम कार्डधारी, बैंक खाताधारी, 62 लाख 95 हजार मोबाइल बैंकिंग, 51 लाख 45 हजार नेट बैंकिंग से जुड़े ग्राहकों से सेवा शुल्क मोदी सरकार में वसूला जा रहा है।
नेताओ ने कहा की कोरोनावायरस महामारी संकट के समय केंद्र सरकार ने लॉकडाउन अवधि का इंटरेस्ट माफ करने की घोषणा की थी, परंतु सभी बैंकों द्वारा एक मुस्त लॉकडाउन अवधि का इंटरेस्ट वसूल लिया गया।
नेताओ ने कहा की देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के बैंकों को राष्ट्रीयकृत करने का काम किया था,जिससे देश की जनता को बिना किसी सेवा शुल्क के बैंकिंग सुविधा उपलब्ध हो सके, परंतु आज मोदी सरकार प्राइवेट बैंकों के तर्ज पर राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा भी सेवा शुल्क, मिनिमम बैलेंस पर राशि जप्त कर लेने, खाता बंद करने, हमेशा के वाई सी के लिए ग्राहकों को परेशान करने से आमजन परेशान है।
नेताओ ने केंद्र एवम् राज्य सरकार से अविलंब सेवा शुल्क नहीं लेने, मिनिमम बैलेंस की सीमा समाप्त करने,कोरोनावायरस कार्यकाल का सुद माफ करने, एक बार के बाद के वाई सी के लिए बार, बार परेशान नहीं करने की मांग की है।
– AnjNewsMedia