मानव श्रृंखला में प्रशासनिक भूमिका Administrative Role in Human Chain


मानव श्रृंखला की जागरूकता में डीएम- एसएसपी  सड़क पर उतरे

गया जिले में नशाबंदी,बाल-विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन एवं जल-जीवन-हरियाली अभियान के समर्थन में 19 जनवरी 2020 के पूर्वाह्न 11:30 से बनाये जाने वाले मानव श्रृंखला के लिए आम लोगों में जागरूकता लाने तथा मानव श्रृंखला के लिए अपनी प्रतिबद्धता एवं कटिबद्धता को जाहिर करने के उद्देश्य से गया के टावर चौक से गांधी मैदान अवस्थित हरीहर सुब्रह्मण्यम स्टेडियम तक जिलापदाधिकारी श्री अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा के नेतृत्व में साइकिल रैली निकाली गई। जिलाधिकारी व वरीय पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों ने बच्चों के साइकिल रैली के साथ पैदल मार्च किया।

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मानव श्रृंखला में प्रशासनिक भूमिका, Administrative Role in Human Chain, AnjNewsMedia
मानव श्रृंखला में प्रशासनिक भूमिका लोगों में जगाता अलख !
अभियान को सफल बनाने के लिए गया डीएम- एसएसपी अलख जगाते

इस दौरान प्रतिभागी छात्र-छात्राओं द्वारा जागरूकता से संबंधित अनेक नारे लगाए गए। हरिहर सुब्रह्मण्यम स्टेडियम में प्रतिभागी छात्र-छात्राएं एवं पदाधिकारियों द्वारा जिला पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ 5 मिनट के लिए एक वृहद मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 में शराबबंदी के समर्थन में तथा वर्ष 2018 में भी बाल-विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन और इस वर्ष जल-जीवन-हरियाली,बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन तथा नशाबंदी के समर्थन में 19 जनवरी 2020 को पूर्वाह्न 11:30 बजे से पूरे बिहार में मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ कार्य हमलोग ऐसे करते हैं जो 1 से 2 साल तक प्रभावी रहते हैं,कुछ कार्य 4 से 5 साल तक प्रभावी रहते हैं, कुछ कार्य हम लोग ऐसे भी करते हैं जो 10 से 15 साल तक प्रभावी रहते हैं,लेकिन जल-जीवन-हरियाली अभियान सदैव प्रभावी रहने वाला कार्य है।

मानव श्रृंखला में प्रशासनिक भूमिका, Administrative Role in Human Chain, AnjNewsMedia
जागरूकता की अलख जगाने पैदल सड़क पर उतरे डीएम-एसएसपी व अन्य पदाधिकारियों 

आने वाली भावी पीढ़ी के लिए, जो छोटे-छोटे बच्चे हैं उनका भविष्य बेहतर करने के लिए तथा उनका जीवन बचाने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि यह पूरे विश्व में एक द्वितीय एवं विशिष्ट पहल है। न तो पहले किसी राज्य ने ना ही किसी सरकार ने इस तरह का अभियान चलाया था। उन्होंने कहा कि हम लोग पहले जलवायु परिवर्तन को थ्योरी में पढ़ते थे, विज्ञान में पढ़ते थे, ग्लोबल वार्मिंग किताबों में पढ़ते थे, लेकिन उसका प्रभाव क्या होगा, यह नहीं सोचते थे। हम यही समझते थे कि इसका प्रभाव अंटाकर्टिका में होगा,अलास्का में होगा,ग्लेसियर पिघलने से हो सकता है,समुद्र का विस्तार से या उसका जलस्तर बढ़ने से होगा, लेकिन कब बढ़ेगा किसी को पता नहीं, लेकिन आज इसका प्रभाव हम सब पर पड़ रहा है चाहे किसान हो या आम व्यक्ति हो। शहरों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है, कुछ शहरों में जलस्तर हजार फिट तक चले जाने की जानकारी मिली। आपलोगों ने देखा कि इस वर्ष गया, औरंगाबाद और नवादा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हिट वेब से हुई। हमलोग पहले सोचते थे कि इससे हमलोगों का आर्थिक नुकसान होगा,कहीं साइक्लोन तो कहीं बाढ़ होगी, लेकिन अब इससे मौत हो रही है।यह प्रकृति का हमलोगों के लिए एक संकेत है,चेतावनी है। हमसबों को इतिहास में एक मौका मिला है,इसमें परिवर्तन लाने का और उन्होंने सभी से अपील की कि आप सभी इस मुहिम का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि बिहार सभ्यता और संस्कृति की अगुवाई करने वाली धरती रही है और उसमें भी गया ज्ञान और मोक्ष की भूमि रही है। हम पूरे विश्व को दिखा देंगे कि जलवायु परिवर्तन का संदेश हम देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि बाल-विवाह व दहेज प्रथा जो समाज का एक अभिशाप है उसके उन्मूलन के समर्थन इस मानव श्रृंखला का हिस्सा बनकर करेंगे और यह संकल्प लेंगे कि हम बिना दहेज का विवाह करेंगे और बाल-विवाह को रोकेंगे। उन्होंने कहा कि हम नशामुक्ति के लिए पहले भी संकल्प ले चुके हैं और नशामुक्ति का सर्वाधिक लाभ महिलाओं को मिला है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास और आशा है कि जिस तरह की इस रैली में आप सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया उसी प्रकार 19 जनवरी 2020 को मानव श्रृंखला का निर्माण का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी 2020 को 11:30 बजे से सभी को गया में अपने समीप के निर्धारित रूट पर बनाए जाने वाले मानव श्रृंखला का निर्माण कर इस अभियान का हिस्सा बने।
साइकिल रैली में नगर आयुक्त, नगर निगम गया श्री सावन कुमार, उप-विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, निदेशक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण श्री संतोष कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी नगर श्री सत्येंद्र कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री जनार्दन प्रसाद, उप-निदेशक जन-संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मुस्तफा हुसैन मंसूरी तथा वरीय उप-समाहर्ता श्री शैलेश दास एवं विभिन्न स्कूल के छात्र छात्राओं के साथ-साथ आम नागरिक भी शामिल हुए।

डीएम ने शेरघाटी अनुमंडल का लिए जायजा

गया जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने शेरघाटी अनुमंडल के ट्रेजरी शाखा का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने उपस्थित कर्मी (मेकर चेकर) से एक-एक कर उन सभी प्रक्रिया की जानकारी ली जिससे भुगतान होता है। जिलाधिकारी ने बताया कि चारों अनुमंडल में शेरघाटी अनुमंडल के ट्रेजरी शाखा का ऑब्जेक्शन फाइल अत्यधिक पाया गया है। जिलाधिकारी ने उन सभी ऑब्जेक्शन किए गए बिल भुगतान का एक-एक कर जांच की। जिलाधिकारी ने कोषागार पदाधिकारी शेरघाटी से सीएफएमएस के बारे में फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि सीएफएमएस के आने से पेपर वर्क कम हो गया है अब सारी प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है, पहले बैंक में तीन से चार दिन फाइल लंबित रहता था वह 1 दिन में ही पूर्ण हो जा रहा है। जिलाधिकारी ने नेट कनेक्शन एवं स्पीड की भी जानकारी ली। उपस्थित कर्मी द्वारा बताया गया कि महीने में तीन से चार दिन इंटरनेट कनेक्शन बिल्कुल काम नहीं करता है जिससे कार्य प्रभावित होता है। जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारी को इसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने एक-एक कर सभी प्रतिवेदनों की गहन जांच की। उन्होंने ऑडिट रिपोर्ट के कंप्लायंस रिपोर्ट विभाग को भेजने का निर्देश दिया साथ ही कंप्लायंस रिपोर्ट की एक कॉपी जिलाधिकारी को भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जांच के क्रम में पाया गया कि विगत वर्ष 2015 के अनुपालन प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं रहने पर जिलाधिकारी ने प्रतिवेदन 2 दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
इसके उपरांत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में नशाबंदी, बाल-विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन एवं जल-जीवन-हरियाली अभियान के समर्थन में 19 जनवरी 2020 के पूर्वाह्न 11:30 से बनाये जाने वाले मानव श्रृंखला के लिए आम लोगों में जागरूकता लाने तथा मानव श्रृंखला के लिए अपनी प्रतिबद्धता एवं कटीबद्धता को जाहिर करने के उद्देश्य से शेरघाटी अनुमंडल कार्यालय के सभागार में बैठक की गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने सभी जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में शराबबंदी के समर्थन में तथा वर्ष 2018 में भी बाल-विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन और इस वर्ष जल-जीवन-हरियाली, बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन तथा नशाबंदी के समर्थन में 19 जनवरी 2020 को पूर्वाह्न 11:30 बजे से पूरे बिहार में मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ कार्य हमलोग ऐसे करते हैं जो 1 से 2 साल तक प्रभावी रहते हैं,कुछ कार्य 4 से 5 साल तक प्रभावी रहते हैं, कुछ कार्य हम लोग ऐसे भी करते हैं जो 10 से 15 साल तक प्रभावी रहते हैं, लेकिन जल-जीवन-हरियाली अभियान सदैव प्रभावी रहने वाला कार्य है। आने वाली भावी पीढ़ी के लिए, जो छोटे-छोटे बच्चे हैं उनका भविष्य बेहतर करने के लिए तथा उनका जीवन बचाने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि यह पूरे विश्व में एक द्वितीय एवं विशिष्ट पहल है। न तो पहले किसी राज्य ने ना ही किसी सरकार ने इस तरह का अभियान चलाया था। उन्होंने कहा कि हम लोग पहले जलवायु परिवर्तन को थ्योरी में पढ़ते थे, विज्ञान में पढ़ते थे, ग्लोबल वार्मिंग किताबों में पढ़ते थे, लेकिन उसका प्रभाव क्या होगा, यह नहीं सोचते थे। हम यही समझते थे कि इसका प्रभाव अंटाकर्टिका में होगा, अलास्का में होगा, ग्लेसियर पिघलने से हो सकता है, समुद्र का विस्तार से या उसका जलस्तर बढ़ने से होगा, लेकिन कब बढ़ेगा किसी को पता नहीं, लेकिन आज इसका प्रभाव हम सब पर पड़ रहा है चाहे किसान हो या आम व्यक्ति हो। शहरों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है, कुछ शहरों में जलस्तर हजार फिट तक चले जाने की जानकारी मिली। आपलोगों ने देखा कि इस वर्ष गया, औरंगाबाद और नवादा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हिट वेब से हुई। हमलोग पहले सोचते थे कि इससे हमलोगों का आर्थिक नुकसान होगा, कहीं साइक्लोन तो कहीं बाढ़ होगी, लेकिन अब इससे मौत हो रही है।यह प्रकृति का हमलोगों के लिए एक संकेत है,चेतावनी है। हमसबों को इतिहास में एक मौका मिला है, इसमें परिवर्तन लाने का और उन्होंने सभी से अपील की कि आप सभी इस मुहिम का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि बिहार सभ्यता और संस्कृति की अगुवाई करने वाली धरती रही है और उसमें भी गया ज्ञान और मोक्ष की भूमि रही है। हम पूरे विश्व को दिखा देंगे कि जलवायु परिवर्तन का संदेश हम देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि बाल-विवाह व दहेज प्रथा जो समाज का एक अभिशाप है उसके उन्मूलन के समर्थन इस मानव श्रृंखला का हिस्सा बनकर करेंगे और यह संकल्प लेंगे कि हम बिना दहेज का विवाह करेंगे और बाल-विवाह को रोकेंगे। उन्होंने कहा कि हम नशामुक्ति के लिए पहले भी संकल्प ले चुके हैं और नशामुक्ति का सर्वाधिक लाभ महिलाओं को मिला है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास और आशा है कि जिस तरह की इस रैली में आप सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया उसी प्रकार 19 जनवरी 2020 को मानव श्रृंखला का निर्माण का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी 2020 को 11:30 बजे से सभी को गया में अपने समीप के निर्धारित रूट पर बनाए जाने वाले मानव श्रृंखला का निर्माण कर इस अभियान का हिस्सा बने।
बैठक में बताया गया कि प्रत्येक 100 मीटर पर नायक, 200 मीटर पर दल नायक, 500 मीटर पर सेक्टर इंचार्ज लगाया गया है। 13 जनवरी से 16 जनवरी तक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है। 13 जनवरी को शेरघाटी अनुमंडल में जनरल मॉक ड्रिल किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि शेरघाटी अनुमंडल अंतर्गत गुरुआ में 18 किलोमीटर, डोभी में 21 किलोमीटर, डुमरिया में 16 किलोमीटर, इमामगंज में 18 किलोमीटर, बांके बाजार में 13 किलोमीटर, शेरघाटी 24 किलोमीटर, आमस 22 किलोमीटर एवं इमामगंज से हरिदास नहर 4 किलोमीटर पर मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा। जिलाधिकारी ने शेरघाटी अनुमंडल अंतर्गत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से एक-एक कर बारी बारी से मानव श्रृंखला हेतु किए जा रहे तैयारियों से अवगत हुए। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को बांके बाजार प्रखंड के सभी प्राइवेट स्कूल से संपर्क कर मानव श्रृंखला में सम्मिलित होने के लिए मोटिवेशन करने का निर्देश दिया। गुरुवा के जनप्रतिनिधि को कहा कि प्रत्येक वार्ड सदस्य से कम से कम 100 व्यक्ति को मानव श्रृंखला में भाग लेने हेतु जागरूक करेंगे। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी को निर्देश दिया कि जिन प्रखंडों के पंचायतों में निर्जन क्षेत्र पाए जा रहे हैं उन संबंधित पंचायतों एवं आसपास के क्षेत्रों में मोटिवेशन कराएं साथ ही सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र में मानव श्रृंखला निर्माण के लिए विशेष जागरूकता करें। उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली योजना से सभी समुदाय को लाभ होगा। यह योजना किसी व्यक्ति विशेष या कोई खास समुदाय का नहीं है बल्कि इस योजना से पूरा बिहार को लाभ होगा। इसलिए मानव श्रृंखला में सभी आमजन सम्मिलित हों। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना कालजई योजना है और इसका समर्थन करें। जल जीवन हरियाली योजना से सबसे ज्यादा दक्षिण बिहार के क्षेत्रों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इस मानव श्रृंखला के पूरा कार्यक्रम का दस्तावेजीकरण किया जाएगा साथ ही वीडियोग्राफी भी होगी, ड्रोन से फोटोग्राफी कराया जाएगा साथ ही सेटेलाइट से भी पूरे बिहार को देखा जाएगा। उन्होंने ठंड के मौसम एवं अत्यधिक ठंड को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी एवं शेरघाटी के सभी जनप्रतिनिधि को निर्देश दिया कि मानव श्रृंखला में पड़ने वाले रोड साइड यदि कोई शौचालय प्राइवेट अन्यथा सरकारी जो भी रहेंगे उन सभी को खुलवा कर रखेंगे ताकि महिलाएं उसका प्रयोग कर सकें। उन्होंने नगर पंचायत के मोबाइल टॉयलेट को चलंत अवस्था में रखने का निर्देश दिया।
बैठक में सहायक समाहर्ता श्री केएम अशोक, उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मुस्तफा हुसैन मंसूरी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री सुनील कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी श्री उपेंद्र पंडित, शेरघाटी अनुमंडल अंतर्गत सभी जनप्रतिनिधि एवं शेरघाटी अनुमंडल अंतर्गत सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।
– एएन मीडिया प्रस्तुति

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