भक्तिमय वातावरण में महायज्ञ का 61वां दिन
नालंदा : विगत 60 वर्षों की अनवरत परंपरा में इस वर्ष भी चौखंडी पर बिहारशरीफ स्थित अंबिकाधाम में श्रीचंडी महायज्ञ जारी है। जिसका समापन 27 फरवरी को होना है। यज्ञ की पूर्णाहुति भंडारे के साथ होगा।
बिहारशरीफ स्थित अंबिकाधाम |
इस स्थान की विशेषता की जानकारी देते हुए अंबिकाधाम के संचालक नरेश उपाध्याय ने बताया यहां विगत 60 वर्षों से अखंड अग्निकुंड व अखंड दीप प्रज्ज्वलित है। मां के भव्य स्वरूप के दर्शन हेतु यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालू भक्तगण हर वर्ष आते हैं। मां उनकी सभी मुरादें पूर्ण करती हैं। माता के दर्शनार्थ एसडीएम नालंदा आशुतोष रंजन पधारे, वहीं एसीजेएम नवादा कुमार अविनाश का भी आगमन हुआ। जहानाबाद के सिविल सर्जन डॉक्टर श्रवण कुमार माता के दर्शन के लिए पहुंचे। शेरावाली के दरबार में भक्तगण बराबर आते- जाते हैं। अंबिकाधाम सिध्दपीठ है, यह महिमा है। यहां के कण- कण में मातारानी समाहित हैं।
माता के दरबार में भक्तगण |
मौके पर मौजूद नरेश उपाध्याय ने बताया यज्ञ काल में यहां चारों वर्णों की देवी एवं कन्याओं को मां के स्वरूप में उनका पूजन किया जाता है। प्रसिद्ध संत महात्माओं के श्रीमुख से अमृत वचन सुनने कर भक्तगण प्रवचन का लाभ उठा रहे हैं। प्रवचन सुन कर अपने जीवन में बदलाब लाने की कोशिश निरंतर कर रहे हैं। मंदिर न्यास समिति के मनोनीत सदस्यों ने कहा इस वर्ष कोविड-19 के मद्देनजर भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के आधार पर माता के दर्शन एवं प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है। भक्तगण माता का प्रसाद धन्य हो रहे हैं।
ममतामयी माँ अम्बिका का प्यारा दरबार, जहाँ मिलती शांति |
– Anj News Media