14 जनवरी को मनेगा तपोवन महोत्सव

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1 *14 जनवरी को मनेगा तपोवन महोत्सव*
1.1 गया : तपोवन महोत्सव की तैयारी जारी। आगामी 14 जनवरी ! यानि मकर- संक्रान्ति के पावन मौके पर ऐतिहासिक, प्रकृति के अद्भुत वरदान ‘तपोवन’ में 14 जनवरी को तपोवन महोत्सव, जिला प्रशासन तथा पर्यटन विभाग द्वारा रंगारंग – सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रान्ति के अवसर पर मकर मेला तो तपोवन में वर्षों से आयोजित होता आ रहा है। उसी में एक सांस्कृतिक कड़ी है तपोवन महोत्सव। इस कार्यक्रम में मंत्री, विधायक सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक पदाधिकारीगण शिरकत करते हैं। इस मौके पर जाने- माने कलाकारों द्वारा गायन सहित रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति होती है। जिससे श्रोतागण मंत्रमुग्ध होते हैं। गया जिले का तपोवन बुद्ध की प्राचीन तप:स्थली है। जो गया जिले का गहना स्वरूप है, और बिहार प्रदेश का गौरव- गरिमा। ज़ाहिर हो तपोवन, प्रभु बुद्ध का अति प्राचीन तप:भूमि में से एक तथा लोकप्रिय है। जहाँ बुद्ध कठोर तपस्या कर ज्ञान प्राप्ति के लिए आगे की यात्री के तत्पश्चात बोद्धिवृक्ष के पास उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई। तपोवन में बुद्ध की भव्य मूर्ति भी स्थापित की गई है। जो आकर्षक है। सच, प्रभु बुद्ध से जुड़े मशहूर पर्यटन स्थल तपोवन का भ्रमण- दर्शन, पर्यटकों को एक अलग अद्भुत अनुभूति प्रदान करती है। जहाँ प्रकृति प्रदत्त चार गर्म तप्त कुण्ड विद्यमान है। लोग तपोवन के तप्त जल में स्नान करते, अघाते नहीं। उस जल में औषधीय गुण समाहित है। जो अपने- आप में अनोखा है ही, अनूठा भी। इस स्थल पर कपिलेश्वर शिव का एक पौराणिक मंदिर भी है। उस मंदिर में भगवान शिव के कपाल की पूजा की जाती है। क्योंकि वहाँ शिव मस्तक की पूजा- अर्चना श्रद्धालु भक्तजन करते है। जिससे भक्तों की समस्त मनोकामनाएँ पूर्ण होती है। ऐसी पौराणिक मान्यता चरितार्थ है।

*14 जनवरी को मनेगा तपोवन महोत्सव*

Hot Water Kund_ Braham Kund

Tapowan- Buddh Murti

Tapowan Hot Water Kund
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Vijay kumar singh ( लोक गायक), मगध संगीत संस्थान ( लोक नृत्य)

Ananya Mishra Indian Idol

Rupam Ramya

Satyendra sangeet

Neetu Kumari navgeet

गया : तपोवन महोत्सव की तैयारी जारी। आगामी 14 जनवरी ! यानि मकर- संक्रान्ति के पावन मौके पर ऐतिहासिक, प्रकृति के अद्भुत वरदान ‘तपोवन’ में 14 जनवरी को तपोवन महोत्सव, जिला प्रशासन तथा पर्यटन विभाग द्वारा रंगारंग – सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रान्ति के अवसर पर मकर मेला तो तपोवन में वर्षों से आयोजित होता आ रहा है। उसी में एक सांस्कृतिक कड़ी है तपोवन महोत्सव। इस कार्यक्रम में मंत्री, विधायक सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक पदाधिकारीगण शिरकत करते हैं। इस मौके पर जाने- माने कलाकारों द्वारा गायन सहित रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति होती है। जिससे श्रोतागण मंत्रमुग्ध होते हैं। गया जिले का तपोवन बुद्ध की प्राचीन तप:स्थली है। जो गया जिले का गहना स्वरूप है, और बिहार प्रदेश का गौरव- गरिमा। ज़ाहिर हो तपोवन, प्रभु बुद्ध का अति प्राचीन तप:भूमि में से एक तथा लोकप्रिय है। जहाँ बुद्ध कठोर तपस्या कर ज्ञान प्राप्ति के लिए आगे की यात्री के तत्पश्चात बोद्धिवृक्ष के पास उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई। तपोवन में बुद्ध की भव्य मूर्ति भी स्थापित की गई है। जो आकर्षक है। सच, प्रभु बुद्ध से जुड़े मशहूर पर्यटन स्थल तपोवन का भ्रमण- दर्शन, पर्यटकों को एक अलग अद्भुत अनुभूति प्रदान करती है। जहाँ प्रकृति प्रदत्त चार गर्म तप्त कुण्ड विद्यमान है। लोग तपोवन के तप्त जल में स्नान करते, अघाते नहीं। उस जल में औषधीय गुण समाहित है। जो अपने- आप में अनोखा है ही, अनूठा भी। इस स्थल पर कपिलेश्वर शिव का एक पौराणिक मंदिर भी है। उस मंदिर में भगवान शिव के कपाल की पूजा की जाती है। क्योंकि वहाँ शिव मस्तक की पूजा- अर्चना श्रद्धालु भक्तजन करते है। जिससे भक्तों की समस्त मनोकामनाएँ पूर्ण होती है। ऐसी पौराणिक मान्यता चरितार्थ है।


‘तपोवन महोत्सव’ रूपी महफ़िल सजेगी इन कलाकारों की शानदार, जानदार अदा की प्रस्तुति से :-

अन्नया मिश्रा, इंडियन आँड्ल, रूपम रम्या, नीतू कुमारी, नवगीत, सत्येन्द्र कुमार, संगीत, विजय कुमार सिंह, लोक गायक, मगध संगीत संस्थान, लोक नृत्य तथा एस कुमार म्यूज़िकल शो। लोग झूमेंगे, गायेंगे। तपोवन महोत्सव का आनंद लेंगे लोग, श्रोताओं। समझो, महोत्सव का मस्त मजा।



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