मगही गीत
* गठजोड़ बाबा *
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हौले-हौले लहराय, चुनाबी लहरिया
होवै उठापटक बतिया, गरमाल बिहरिया

भोटर के फुसलावै मे लगल, बड़कन नेता
चुनाबी बादा हो जाहे फेल, उ  की देता
बनैत चुनाबी महौल, दिने-दुपहरिया

सभे कमजोर ! कोय नै मजगुत, गठजोड़ बाबा
धकाधक चलैत हे मुहतोड़ी, लठजोड़ बाबा
अरोप लगावै चलै, राजनीती डगरिया

लगल नजरिया गदी पर, सिहासन के घिचतान
नेतन अउ राजनीती के, बदलल सुर- तान
सता के दाबा ठोकले, जीत के बजरिया

हौले-हौले लहराय…
होवै उठापटक…

गीतकार,
अशोक कुमार अंज
साहित्यकार व टीवी पत्रकार
मुख्यमंत्री से सम्मानित तथा आकाशवाणी- दूरदर्शन से अनुमोदित

वजीरगंज, गया (बिहार)
चलितभाष- ०९९३४७९९८३४

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