सूखे की विषम परिस्थिति में खेत में लहलहाती धान की फ़सल
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किसान का बेटा चिंटूभईया ने खेत में लहलहाती धान की फ़सल की निकौनी में जुटे
धान फ़सल की निकौनी करते किसान पुत्र चिंटूभईया |
गया : किसान का बेटा चितरंजन कुमार चिंटूभईया ने खेत में लहलहाती धान की फ़सल की निकौनी करने में जुटे हैं। जाहिर हो सूखे की स्थिति मे बड़ी मुश्किल से किसान धान उगाए हैं। उस उगाए गए धान को युवानेता चितरंजन कुमार चिंटूभईया ने बड़ी बारीकी से सहेजते हैं। उसे पोषण प्रदान करते हैं। ताकी वह धान बड़ा होकर किसानी की भुखमरी को मिटाएगा। इस विषम परिस्थिति में धान फ़सल उगाना चुनौतीपूर्ण कार्य है।
धान की निकौनी कार्य में जुटे युवा नेता चिंटूभईया |
उन्होंने कहा सरकार भी किसानों के लिए सुखाग्रस्त क्षेत्र घोषित नहीं कर सकी। जो चिंतनीय है। किसान किसी तरह से खाने भर धान की फ़सल को खेत में उगाया है। जिसमें उनकी कठोर मेहनत समाहित है।
ऐसी विषम परिस्थिति में खेत में लहलहाती फ़सल को देख कर उसकी देख भाल में जुट जाते हैं। युवानेता चितरंजन कुमार चिंटूभईया। और करने लगते हैं धान की निकौनी। क्योंकि वे मुख्य रूप से किसान पुत्र हैं। किसानी का गुण उनमें भरा है। वे फ़सल को सहेजना जानते हैं। यही वजह है कि वे खेत में भीड़ जाते हैं फ़सल की देख- रेख करने में, और करने लगते हैं धान की निकौनी। ऐसे नेता हैं चितरंजन कुमार चिंटूभईया।
ज्ञात हो बिहार प्रदेश सूखे की चपेट में है। मौसम की मार झेलती फ़सल बड़ी मुश्किल से खेत में लहलहाती। जिससे किसानों का दिल बाग़- बाग हो खिलखिला उठा।
➖Anjnewsmedia Presentation