आकांक्षी ज़िलों में गया जिला प्रथम
गया : नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा मई, 2022 में घोषित किए गए डेल्टा रैंकिंग के अनुसार गया ज़िला को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। गया ने देश भर के 112 आकांक्षी जिलों में पहला स्थान हासिल किया है।
विदित है कि नीति आयोग, भारत द्वारा डेल्टा रैंकिंग के लिए 05 संकेतक (Indicators) यथा
1. स्वास्थ्य और पोषण (Health and Nutrition)
2. शिक्षा (Education)
3. कृषि एवं जल संसाधन (Agriculture and Water Resources)
4. वित्तीय समावेशन और कौशल विकास (financial inclusion and skill development)
5. बुनियादी ढांचे (Basic Infrastructure) को चिन्हित किया गया है।
गया ज़िला द्वारा उक्त सभी संकेतको (indicators) में शानदार प्रदर्शन किया गया है।
बता दें कि गया ज़िला द्वारा स्वास्थ्य और पोषण (Health and Nutrition) में 52.2 अंक, शिक्षा (Education) में 52.7 अंक, कृषि एवं जल संसाधन (Agriculture and Water Resources) में 39.4 अंक, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास (financial inclusion and skill development) में 29.6 अंक तथा बुनियादी ढांचे (Basic Infrastructure) में 64.4 अंक प्राप्त किया है।
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डीएम त्यागराजन खुश ! समझो, गया जिला हर्षित |
गया जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि “जिले में संचालित वंडर ऐप (महिला प्रसूति नवजात स्वास्थ्य मूल्यांकन और न्यूनीकरण) स्वास्थ्य क्षेत्र, विशेष रूप से मातृ स्वास्थ्य में सुधार के लिए काफी प्रभावशाली साबित हो रहा है। सभी डॉक्टरों, एएनएम और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दिया गया है। गर्भवती महिलाओं में स्वास्थ्य संबंधी कमियां को बिना समय गवाएं दूर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं (पीडब्लू) का एक डाटा बेस तैयार किया गया है, जिसके अनुसार एएनसी के लिए पंजीकृत पीडब्लू का कुल अनुमानित गर्भधारण का प्रतिशत 92 तक है। गर्भवती महिलाओं को नियमित आधार पर 21 या अधिक दिनों के लिए पूरक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। गंभीर रक्ताल्पता वाली 48 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया और उन्हें उपचार प्रदान किया गया।
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AnjNewsMedia : BIG BREAKING |
“मातृ स्वास्थ्य के अलावा, पांच साल से कम उम्र के बच्चों में गंभीर तीव्र कुपोषण (एसएएम) और मध्यम तीव्र कुपोषण (एमएएम) में सुधार, तपेदिक (टीबी) के मामलों की अधिसूचना, टीबी उपचार सफलता दर, उप स्वास्थ्य के अनुपात पर ध्यान केंद्रित किया गया है। केंद्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में परिवर्तित, भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों (आईपीएचएस) के अनुरूप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का प्रतिशत, कार्यात्मक प्रथम रेफरल इकाइयों (एफआरयू) का अनुपात, आईपीएचसी मानदंडों के खिलाफ जिला अस्पतालों में उपलब्ध विशेषज्ञ सेवाओं का अनुपात अनुरूप है।
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डेल्टा रैंकिंग में प्रथम पायदान पर गया ज़िला |
डेल्टा रैंकिंग में गया ज़िला को प्रथम स्थान प्राप्त होने पर ज़िला पदाधिकारी ने जिलेवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दिया है। साथ ही उन्होंने अपील किया है कि आगे भी इसी प्रकार से सरकार एवं जिला प्रशासन, गया को सहयोग प्रदान करें ताकि हमारा गया ज़िला डेल्टा रैंकिंग में निरंतर स्थान पर ही रहे।