बिहार प्रदेश की शिक्षा चौपट, अधर में लटका छात्रों का भविष्य
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नीतीश सरकार के खिलाफ छात्रों का आंदोलन जारी
MU में सुशासन फेल, शिक्षा हुई बेपटरी
शिक्षा चौपट ! छात्रों ने किया CM नीतीश के खिलाफ आंदोलन |
गया : मगध विश्वविद्यालय में शैक्षणिक अराजकता को लेकर अभाविप ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फूंका पुतला। विद्यार्थियों ने कहा छात्रों के भविष्य से CM नीतीश कर रहे हैं खिलवाड़। वे अपनी सत्ता रूपी कुर्सी के फेरे में चौपट कर दिया विद्यार्थियों का उज्जवल भविष्य। इसी वजह से विद्यार्थियों में CM Nitish Kumar के प्रति भारी रोष है। यही गुस्से में विद्यार्थियों ने ‘नीतीश कुमार मुर्दाबाद’ के नारा लगाई। और खुल कर अपना विरोध जताया।
क्योंकि सवाल- भविष्य का है ? सच, शिक्षा के लिए तड़प रहे हैं छात्र। क्योंकि MU में शिक्षा का ग्राफ पूरी तरह से गिर चुका है। फिर भी नीतीश सरकार नहीं सुन रही है। MU में सुशासन फेल हो चुका है। शिक्षा बेपटरी हो चुकी है।
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गयाजी महानगर इकाई के कार्यकर्ताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जम कर नारेबाजी किया।
अभाविप ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फूंका पुतला |
CM नीतीश के वादाखिलाफी के खिलाफ फूटी छात्रों की गुस्सा |
खफा छात्रों ने CM के वादाखिलाफी के खिलाफ गया कॉलेज स्वर्ण जयंती मुख्य प्रवेश द्वार पर CM नीतीश का पुतला फूंकी। और विरोध में उनके खिलाफ जम कर नारेबाजी कर रोष जताया।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए अभाविप गया महानगर मंत्री राजीव रंजन कुमार ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त शैक्षणिक अराजकता के लिए राज्य सरकार और राजभवन पूरी तरह से दोषी है।
जाहिर हो यहां का छात्र मुख्यमंत्री जनता दरबार तक गया परन्तु परिणाम कुछ भी नहीं निकला। तीन वर्ष का स्नातक छः वर्ष में और दो वर्ष का स्नातकोत्तर चार वर्ष में भी नहीं हो पा रहा है एवं प्रवेश परीक्षा और परिणाम पर विश्वविद्यालय प्रशासन बिल्कुल मौन है, कुछ भी नहीं कर पा रहा है। जिससे छात्र- छात्राएं दर- दर भटकने पर मजबूर है।
आंदोलनकारी विद्यार्थियों ने कहा विरोध का कारण यह है कि वर्तमान सत्र में पढ़ रहे विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित किया जाय और भविष्य के विद्यार्थियों को ऐसी समस्या से निजात दिलाने के लिए नियमित कुलपति और पदाधिकारी को अविलंब नियुक्त किया जाय। अन्यथा इस आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा।
अभाविप के मगध विश्वविद्यालय अध्यक्ष देवेश दुबे ने कहा मुख्यमंत्री को सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है, युवाओं के भविष्य का नहीं।
मगध विश्वविद्यालय में कुलपति, रजिस्टार का स्थायी नियुक्ति नहीं होना विश्वविद्यालय को बर्बाद करने जैसा है। स्थापना काल से ऐसा स्थिति इस विश्वविद्यालय का कभी नहीं आया था।
छात्र पांच- छह वर्ष से स्नातक में ही हैं। विद्यार्थियों का दो- तीन वर्ष पंजीयन प्रपत्र भरने में लग रहा है। और मुख्यमंत्री कहते हैं कि सुशासन की सरकार है, जो हास्यास्पद है। राजभवन और राज्य सरकार कान में तेल डालकर सो गई है।
वहीं, मगध विश्वविद्यालय के अभाविप संयोजक सूरज सिंह ने कहा की नीतीश कुमार की सरकार छात्र- छात्रों को ठगने का काम कर रही है। इस सरकार में मगध विश्वविद्यालय ही नही बिहार के सभी विश्वविद्यालय का बूरा हाल है।
दुर्भाग्य है मगध विश्वविद्यालय के छात्रों का। मुख्यमंत्री तो गया आते हैं परंतु मगध विश्वविद्यालय के छात्र- छात्रों के बर्बाद होते भविष्य पर कुछ भी नहीं बोलते। मानो, मुख्यमंत्री आंख बंद कर गया आते और आंख बंद कर गया से चले जाते।
इस आंदोलन पर जिला एसएफडी प्रमुख आशिष पाठक, गया कॉलेज अध्यक्ष विनायक कुमार सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पियूष राज अजीत, रजनीकांत यादव, सुरजभान, अभिषेक कुमार वर्मा, प्रशांत कुमार, अमन कुमार, नीतीश कुमार, सौरभ कुमार, राहुल कुमार, हैप्पी राज, रौशन राज आदि छात्र मौजूद थे।
– हथौड़ा मार Report ! AnjNewsMedia Presentation