हाय री ! बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग
महिलाओं ने कही- हाय री सरकार, लेडीज डॉक्टर के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं ! यही सुशासन की वास्तविकता, जो घोर निंदनीय
सुशासन के नाम पर महिलाओं के साथ घोर अन्याय हो रहा, महिला चिकित्सक के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं ! जो बिहार के लिए शर्मिंदगी भरा : चितरंजन
लेडीज डॉक्टर के वगैर प्रसव में महिलाओं को हो रही भारी परेशानी
सरकार को शर्म आनी चाहिए कि महिला चिकित्सक के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं : चिंटूभाईया
महिलाओं को लेडीज डॉक्टर नहीं होने का मलाल ! ज़िले के वजीरगंज CHC में वर्षों से लेडीज डॉक्टर नहीं
इससे बिहार की छवि हुई धूमिल! सुशासन बाबू के सुशासनी व्यवस्था की खुली पोल: समाजसेवी युवानेता
बिहार सूबे के गया जिले भर में महिला चिकित्सक की घोर अभाव है। चिकित्सा विभाग की ऐसी लापरवाही है। जाहिर हो जिले भर के स्वास्थ्य केन्द्रों में वर्षों से महिला चिकित्सक नहीं हैं। महिला चिकित्सकों के वगैर चल रहा है अस्पताल। जिससे महिलाओं को भारी समस्या हो रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से महिलाओं की मांग |
महिलाओं ने CM @nitishkumar से जिले भर में महिला चिकित्सक बहाल करने की माँग की हैं। उन्होंने कहा सुशासन में चिकित्सा व्यवस्था में ऐसी लचर व्यवस्था है। जो दुखद है। महिलाओं की दर्द को मुख्यमंत्री नहीं समझ रहे हैं। वर्षों से यह मांग करते आ रहे हैं परन्तु सुशासनी सरकार सुनती ही नहीं।
महिलाओं ने कहा ज़िले के डीएम से लेकर सीएस तक गुहार लगाई परन्तु किसी ने नहीं सुनी।
ज़िले के वजीरगंज CHC वर्षों से महिला चिकित्सक के वगैर चल रहा है। लेडीज डॉक्टर नहीं होने का मलाल महिलाओं को बहुत खटकती है। प्रसव में महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहा लेडीज डॉक्टर नहीं होने के कारण प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं। जो बेहद दुखदाई है। जिससे महिलाओं में भरी रोष है। ये हाल है वजीरगंज CHC का।
गया जिले का वजीरगंज CHC ! वर्षों से लेडीज डॉक्टर विहीन महिलाओं में रोष |
वजीरगंज CHC के चिकित्सा प्रभारी ने बताया लेडीज डॉक्टर के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर के सहयोग से करवाते हैं। क्योंकि विकल्प यही है।
इस मामले पर CS ने साफ शब्दों में अपना कन्नी काटते हुए बताया जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में लेडीज डॉक्टर की वर्षों से घोर अभाव है। जिसका मलाल हमें भी है परन्तु हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से लेडीज डॉक्टर बहाल ही नहीं है तो मैं क्या करूं। उनकी जिम्मेवारी में भी लापरवाही दिखी। शायद, यही वजह है कि वजीरगंज CHC वर्षों से लेडीज डॉक्टर के वगैर चल रहा है।
आगे की दास्तां यह है कि इस मामले की आवाज डीएम अभिषेक सिंह के समक्ष वजीरगंज के जनप्रतिनिधियों ने भी उठाई परन्तु अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। आमजनों की उम्मीद अब भी डीएम अभिषेक सिंह पर टीकी हुई है। इस मसले पर महिलाओं को डीएम साहब कितना हक दिला पाते हैं, वक्त ही बताएगा।
महिलाओं की हक रूपी लेडीज डॉक्टर की मांग की वजीरगंज प्रमुख फुलवा देवी |
महिलाओं ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं की हक की बात करते हैं परन्तु वजीरगंज CHC वर्षों से लेडीज डॉक्टर के वगैर चल रहा है। गया जिले में और बिहार सूबे में ना जाने कितने ऐसे CHC वर्षों से लेडीज डॉक्टर के वगैर चल रहा है परन्तु मुख्यमंत्री ने CHC में वर्षों से लेडीज डॉक्टर बहाल नहीं कर रहे हैं। जो दुखद है ही, सुशासन की हावेबाजी का द्योतक भी। जहां महिला को सम्मान मिलना चाहिए, वहां उचित सम्मान नहीं मिल रहा है।
महिलाओं ने कही- हाय री सरकार, लेडीज डॉक्टर के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं। यही सुशासन की वास्तविकता है। जो घोर निंदनीय है।
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चितरंजन कुमार चिंटूभाईया,समाजसेवी युवानेता स्वास्थ्य केंद्रों में लेडीज डॉक्टर शीघ्र बहाल करे सरकार नहीं तो होगा आंदोलन |
इस मसले पर समाजसेवी युवानेता चितरंजन कुमार चिंटूभाईया ने कहा सूबे में सुशासन फ्लॉप है। सिर्फ दिखावटी सुशासन। जिले भर के स्वास्थ्य केन्द्रों में वर्षों से लेडीज डॉक्टर नहीं हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लेडीज डॉक्टर के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते। यही तो बिहार सरकार की असली सुशासन है। कहां महिलाओं का सम्मान है, बताये सरकार।
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एक्सक्लूसिव रिपोर्ट |
जिसका उदहारण है गया ज़िले का अस्पताल। बिहार सूबे में ना जाने कितने ऐसे अस्पताल, CHC वर्षों से महिला चिकित्सक के वगैर चल रहे हैं। जहां महिलाओं को बिल्कुल सम्मान नहीं मिल रहा है। सुशासन के नाम पर महिलाओं के साथ घोर अन्याय हो रहा है।महिला चिकित्सक के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं, जो बिहार के लिए शर्मिंदगी भरा है। उन्होंने कहा- हाय री, बिहार सरकार, और स्वास्थ्य विभाग।
आगे समाजसेवी युवानेता चिंटूभाईया ने कहा इस मामले पर सरकार यदि यथाशीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी तो जोरदार आंदोलन किया जायेगा। सरकार को शर्म आनी चाहिए कि लेडीज डॉक्टर के अभाव में प्रसव नर्स या पुरुष डॉक्टर कराते हैं। इससे बिहार की छवि धूमिल हुई है। जिससे सुशासन बाबू के सुशासनी व्यवस्था की पोल खुली है।
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