विपरीत परिस्थिति से गुज़र रहे मुख्यमंत्री नीतीश
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बिहार : विपरीत परिस्थिति से गुज़र रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं गंगाजल योजना सहित जलप्रपातों का निरीक्षण। जब विपरीत परिस्थिति से गुज़रते हैं मुख्यमंत्री तभी वे इस तरह की निरीक्षण पर निकलते हैं। ताकि उन्हें भारी राजनैतिक तनाव से राहत मिल सके और बोझिल दिन गुज़र जाय। यह तनाव से बचने का उनका अचूक मंत्र है। जिससे दिन सुकून से गुज़र जाता है। और दिमाग़ी दांव- पेंच भी ठंढी हो जाती है। जो दिमाग को शीतलता देती है।
राज्य सभा के लिए उम्मीदवार देने के लिए विकट मानसिक तनाव से गुज़र रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश। इसी तनाव को दूर करने के लिए वे भ्रमण पर निकले हैं। तनाव से दूर होने का यह भ्रमण है। जो उनके चेहरे पर साफ झलकती है। क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश का आत्मबल कमजोर पड़ चूका है। पहले जैसा उनका आत्मबल नहीं रहा। क्योंकि सिद्धांत से भटकने की उन पर गंभीर दाग लगी है। इसी भटकाव की विषम परिस्थिति की नतीजा है यह भ्रमण और निरीक्षण।
तनाव को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री श्री कुमार भ्रमण पर हैं। इसी कड़ी में राजगीर, गया, नवादा, कैमूर व अन्य ज़िलों के भ्रमण और निरीक्षण में हैं। इन दिनों भारी राजनैतिक दबाव में जी रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश। बिहार में उथल-पुथल की राजनीति मुख्यमंत्री नीतीश पर है हावी।
गत दिनों सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं, राजगीर, गया, नवादा सहित अन्य जिलों के दौरे पर रहे। गंगाजल, जलप्रपातों सहित ड्रीम प्रोजेक्टों का निरीक्षण कर उत्थान की पुन: पहल की है। सीएम का यह मानसिक तनावी एवं बोझिल निरीक्षण कितना कारगर होगा वक़्त बताएगा।
बिहार में उथल-पुथल की राजनीति ज़ोरों पर है। देखना है वर्तमान परिवेश की राजनीति किस ओर करवट लेती है। गर्मा गया है बिहार ! शीतलता के लिए मुख्यमंत्री श्री कुमार निकले भ्रमण पर।
बिहार में फँस रहा है पेंच ! मुख्यमंत्री नीतीश खेलेंगे दांव, फिर होगा कमाल।
➖AnjNewsMedia