Kanada के PM का Gaya में विरोध
Congress News : कनाडा के पंजाब बहुल बैरमप्टन में एक परेड में सिख अंगरक्षकों द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाने वाली झांकी दिखाने की घटना की तीव्र निंदा करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो एवम् भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमुन मौके तथा वहां के झंडा जला कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
News Today : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू ने बताया की विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में गया जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा गगन मिश्रा, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विशाल कुमार, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, अभिषेक श्रीवास्तव, श्रवण पासवान, दामोदर गोस्वामी, युगल किशोर सिंह, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, मो मुजम्मिल, विक्की कुमार, आशिफ, सुनील कुमार राम, विनोद उपाध्याय, सुजीत कुमार गुप्ता, राजेश अग्रवाल, आदि ने कहा कि भारतरत्न लौह महिला देश के प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी जिनका संपूर्ण विश्व लोहा मानता था, जिन्होंने देश के लिए अपने खून का एक, एक कतरा बलिदान कर दिया, उनके हत्या की झांकी दिखाने पर अभी तक कनाडा के प्रधानमंत्री या वहां के उच्चायुक्त द्वारा कोई करवाई नही किया गया ना ही हमारे देश के प्रधानमंत्री तथा विदेश मंत्री अभी तक कोई भी विरोध दर्ज नहीं करने से देशवासियों में भयानक आक्रोश है।
Latest News : नेताओ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कनाडा के प्रधानमंत्री से इस गंभीर मुद्दे पर विरोध दर्ज कराने की मांग की है।
नेताओ ने कहा इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री राजनीति नहीं करे, क्योंकि यह भारत के स्मिता का सवाल है। कनाडा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ, साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के प्रतिमा के साथ भी कई बार छेड़, छाड़ हुआ है। जिस पर भी अभी तक कोई कारवाई नही हुई।
नेताओ ने कहा की प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी जो इतिहास ही नहीं बल्कि विश्व के भूगोल तक बदलने वाली सशक्त प्रधानमंत्री थी। जिन्होंने भारत की एकता अखंडता के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ने का काम की थी।
आज राहुल गांधी जी के विदेश यात्रा में भारतीयों सहित अन्य लोगो की बिन बुलाए भारी भीड़ जुट रही है, उनके व्याख्यान की लोग जम कर तारीफ कर रहे है, जिससे घबराई भाजपा, आर एस एस, तथा मोदी सरकार उनके विदेशो में दिए गए वक्तव्य को तोड़, मरोड़ कर पेश करने तथा उनके संबंध में अनर्गल बयानबाजी करने में मशगूल है, लेकिन दूसरी ओर विदेशी जमीन पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपिता के चित्र, प्रतिमा के साथ जो गलत कारनामे किए जा रहे है उस पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि इस संवेदनशील मुद्दे पर प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री जी को जम कर विरोध दर्ज करनी चाहिए।
OTA Gaya : ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया में प्रतिवर्ष 750 जेंटलमैन कैडेट की जगह केवल 82 कैडेट पास आउट होना इसके स्थानांतरण की बात तो नहीं ?
OTA : गया से सेना सेवा कोर केंद्र ( उत्तर ) के बंगलुरु स्थानांतरण के बाद यहां देश के तीसरा सबसे बड़ा ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी की स्थापना की गई थी, जिसमे सन 2011 से जेंटलमैन कैडेट का प्रशिक्षण शुरू हुआ था। शुरू में प्रतिवर्ष 200 से 250 जेंटलमैन कैडेट प्रशिक्षित होते थे, तथा इसकी संख्या बढ़ा कर 750 तक पहुंचना था , परंतु संख्या बढ़ाने के बजाय घटते, घटते अब 100 से नीचे यानी 82 पर पहुंच गई है, जबकि आज की तिथि में यहां ऑफिसर्स की संख्या 100 से ज्यादा है, यानी ट्रेनिंग देने वाले सैकड़ों में है परंतु ट्रेनिंग पाने वाले 100 से नीचे जो एक गंभीर सवाल है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता सह ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी स्थानांतरण रद्द कराओ संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिठू ने कहा की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया में जेंटलमैन कैडेट की संख्या बढ़ाने के बजाय घटना इस बात का प्रमाण है की इसे यहां से दूसरे ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर में शिफ्ट करने की योजना रक्षा विभाग के वरिष्ठ ऑफिसर्स के बीच चल रहा है, कुछ वर्ष पहले तो विधिवत रक्षा विभाग से इस संबंध में पत्र भी जारी हुआ था की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को आई एम ए देहरादून में शिफ्ट करना है, परंतु गयावासियों के सहयोग से संघर्ष समिति द्वारा विरोध करने रहा सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रक्षा मंत्री को पत्र लिखने के बाद स्थानांतरण रुका था, परंतु इधर फिर विश्वस्त सूत्रों से पता चला है इसे फिर दूसरे जगह शिफ्ट करने की कार्य योजना चल रही है।
संघर्ष समिति ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री से बिहार का शान, गया का प्राण ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को दूसरे जगह शिफ्ट करने के बजाय इसकी स्थापना के वक्त बनाए गए कार्य योजना के अनुशार यहां प्रतिवर्ष 750 जेंटलमैन कैडेट प्रशिक्षित करने की व्यवस्था रहा उत्तर भारत में खास कर बिहार में कम पड़ रहे सैन्य संस्थानों को बढ़ाने हेतु गया के रक्षा विभाग के जमीन मे अन्य सैन्य संस्थानों को लाया जाय।