पटना डीएम ने घटना पर ली संज्ञान, परंतु सरकार चुप
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कोरोना काल में डाक्टर की भारी लापरवाही जीवित को क्या मृत घोषित
पटना : पीएमसीएच में कोरोना पीड़ित जीवित व्यक्ति को मृत बताकर शव उपलब्ध कराने संबंधी मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पीएमसीएच के प्राचार्य एवं अधीक्षक को पत्र प्रेषित कर सख्त निर्देश दिया है। उन्होंने इस मामले की लापरवाही एवं कुप्रबंधन की जांच कर जवाबदेही तय करने तथा दोषी के विरुद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई कर 24 घंटे के अंदर प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया है। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही की पुनरावृति रोकने की पुख्ता व्यवस्था करने का सख्त निर्देश दिया है।
विदित हो कि 11 अप्रैल को बाढ़ के महमदपुर निवासी श्री बृजबिहारी का भाई श्री चुन्नू कुमार कोविड-19 संक्रमित होने के कारण पीएमसीएच पटना में भर्ती थे। 11 अप्रैल को ही पीएमसीएच प्रशासन द्वारा उनके भाई को मृत बताकर उन्हें दूसरे व्यक्ति का शव हस्तगत करा दिया गया। संज्ञान में मामला आते ही जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला नियंत्रण कक्ष के सिटी मजिस्ट्रेट को मामले को देखने का आदेश दिया। तदनुसार सिटी मजिस्ट्रेट ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि श्री बृजबिहारी के भाई श्री चुन्नू कुमार जीवित हैं और पीएमसीएच में भर्ती हैं तथा उनके परिवार को किसी अन्य का शव हस्तगत करा दिया गया है।
यह अत्यंत ही दुखदायी घटना कोरोना महामारी काल के समय का है। जो कलियुगिया डाक्टर की देन है।
डाक्टर की घोर लापरवाह की ऐसी दास्ताँ हैं। जो हृदय विदारक है। डाक्टर कलंक साबित हो रहे हैं। इस घटना की जितनी भी निंदा किया जाय कम ही होगा।
मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना पर आखिर सरकार और स्वास्थ्य विभाग चुप्पी क्यों साधे बैठी है।
➖AnjNewsMedia