गया में कोरोना के केयर गाइडलाइन
कोरोना से बचाव एवं सुरक्षा अनिवार्य, नहीं चलेगी लापरवाही : डीएम
गया : जिला पदाधिकारी, गया की अध्यक्षता में कोविड 19 संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा संबंधी विभिन्न कार्यों के निष्पादन हेतु सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एमओआईसी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित कर
● टीकाकरण
● कोरोना टेस्ट
● सामुदायिक किचन
● पंचायतों में मास्क की उपलब्धता
● लॉकडाउन के कारण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने से संबंधित निदेश
● ज़रूरतमंद लोगों को अस्पताल पहुँचाने हेतु वाहन की व्यवस्था
● 15वीं वित्त आयोग की राशि को पीएफएमएस पर एंट्री करने
● 2 माह मई एवं जून का मुफ्त अनाज का वितरण से संबंधित निदेश।
सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया गया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला पदाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि कोविड 19 टीकाकरण को और अधिक प्रचारित करने हेतु सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी/कार्यपालक पदाधिकारी व्यापक प्रचार प्रसार करावें। निदेश दिया गया कि जीविका दीदी का सहयोग लेते हुए ग्रामीण लोगों को टीकाकरण लेने हेतु प्रेरित करे क्योंकि कोविड संक्रमण के बचाव हेतु टीकाकरण आवश्यक है तथा यह अधिक सुरक्षित भी है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि प्रखण्ड स्तरीय मनरेगा पीओ को निदेश दे कि अपने अपने प्रखण्ड में श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने का अधिक से अधिक प्रयास करें। इस संबंध में प्रखण्ड स्तर पर एक दूरभाष संख्या को सार्वजनिक करें ताकि श्रमिक रोजगार से संबंधित आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया गया कि सरकार के निदेशानुसार पंचायत स्तर पंचायत सचिव के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति को मास्क उपलब्ध कराया जाना है। सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी, जीविका को निदेश दिया गया कि वे समन्वय स्थापित कर 20 मई तक पूरे ज़िले के पंचायतों में मास्क उपलब्ध कराने का कार्य पूर्ण करें। इस संबंध में डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि अबतक जीविका के माध्यम से 1,90,000 मास्क पंचायतों को उपलब्ध कराया गया है तथा बताया गया कि जीविका को ज़िले में 37 लाख मास्क की आपूर्ति की जानी है। मास्क बनाने के कार्य मे 55 प्रोडक्शन सेन्टर कार्यरत हैं, जिसमे लगभग 2400 सदस्य मास्क बना रहे हैं। बताया गया कि अबतक 4,20,000 मास्क बनाये गए हैं। स्टॉक में 2,30,000 मास्क उपलब्ध हैं। बताया गया कि प्रति परिवार 06 मास्क दिया जाना है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सामुदायिक रसोई की समीक्षा की गई। निदेश दिया गया कि प्रखड़ों में भी आवश्यक्तानुसार सामुदायिक रसोई के माध्यम से लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जाए। ज़िले के शहरी क्षेत्र में कार्यरत 03 सामुदायिक रसोई यथा जिला स्कूल, संवास सदन समिति (विष्णुपद) एवं ब्रजभूषण संस्कृत महाविद्यालय, डेल्हा जिसमे क्रमशः आज 127, 155 एवं 140 लोगों को दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया गया है। प्रभारी पदाधिकारी, नजारत उप समाहर्त्ता द्वारा बताया गया कि दिन में भोजन का समय पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न 01 बजे तक तथा रात में अपराह्न 06 बजे से अपराह्न 08 बजे तक निर्धारित है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया गया कि *ज़िला नियंत्रण कक्ष में कोरोना से संबंधित ज़रूरतमंद लोगों को अस्पताल/चिकित्सक के पास पहुँचाने हेतु 05 वाहन की व्यवस्था की गई है। ज़रूरतमंद लोग जिनके परिजन गंभीर स्थिति के हैं तथा उनके पास वाहन नहीं है, ऐसी स्थिति में ज़िला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या-0631-2222253/2222259 पर सम्पर्क स्थापित कर वाहन देने का अनुरोध किया जा सकता है। बैठक में ज़िला परिवहन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रखंड स्तर पर भी 02-02 वाहन की व्यवस्था इस कार्य हेतु किया गया है।*
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रखड़ों के पंचायतों के लेखपाल को निदेश दिया गया है कि 15वीं वित्त आयोग की राशि को व्यय करने डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (डीएससी) का पंजीकरण करते हुए उस योजना के उपलब्ध राशि को शुरुआती राशि मानकर पीएफएमएस पर इंट्री करना सुनिश्चित करे। साथ ही जीपीडीपी में कोविड के बचाव एवं सुरक्षा हेतु मास्क वितरण, साबुन, सैनिटाइजर इत्यादि कार्यों के लिए योजनाओ की मैपिंग करें। इन योजनाओ की इंट्री जिला परिषद/पंचायत समिति के माध्यम से भी की जा सकती है। निदेश दिया गया है कि कल तक इंट्री अवश्य कर लिया जाए। इंट्री नहीं करने वाले लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
जिला पदाधिकारी द्वारा कोविड 19 से संबंधित *आपदा प्रबंधन समूह की बैठक* में मुख्य रूप से
● ज़िले के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती मरीज की समीक्षा।
● ऑक्सीजन सिलिंडर/ऑक्सीजन कॉन्सेंटरेटर की उपलब्धता।
● ज़िले में कोरोना से संबंधित दवा की उपलब्धता।
सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि ज़िले के दवाओं के थोक विक्रेता/बड़े दुकानदार के साथ बैठक कर उन्हें निदेश दिया जाए कि सभी दवा दुकानदार कोरोना से संबंधित मुख्य दवाओ की सूची तथा स्टॉक अपने दुकान के बाहर प्रदर्शित करावें। निदेश दिया गया कि जो दवा दुकानदार कोरोना से संबंधित दवाओं का अनाधिकृत स्टॉक रखेंगे तथा इसकी कालाबाज़ारी करेंगे तो उनपर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में अधीक्षक, एएनएमएमसीएच द्वारा बताया गया कि एएनएमएमसीएच में आज कोरोना से संबंधित 13 मरीज भर्ती हुए है तथा 07 मरीज को डिस्चार्ज किया गया है।
बैठक में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में क्षमता तथा भर्ती मरीज के संबंध में बताया गया कि डीसीएचसी टिकारी में 70 बेड की क्षमता है, जिसमे 12 मरीज भर्ती हैं। अम्बेडकर छात्रावास, भुसुंडा, मानपुर में 58 बेड की क्षमता है जिसमे 22 मरीज भर्ती हैं। गया संग्रहालय में 65 बेड की क्षमता है, जिसमे 25 मरीज भर्ती हैं। डीसीएचसी बथानी में 70 बेड की क्षमता है, जिसमे 08 मरीन भर्ती हैं, डीसीएचसी शेरघाटी में 70 बेड की क्षमता है, जिसमे 02 मरीज भर्ती है।
बैठक में अपर समाहर्त्ता, सहायक समाहर्त्ता, अधीक्षक/प्राचार्य एएनएमएमसीएच, जिला भूअर्जन पदाधिकारी, नजारत उप समाहर्त्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, डीपीएम स्वास्थ्य, विशेष कार्य पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्त्तागण, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।
➖AnjNewsMedia