जिले में मनरेगा ने किया अच्छा काम
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गया में मनरेगा का सराहनीय कार्य |
गया : महात्मा गांधी नरेगा के विभिन्न घटकों के आधार पर तैयार रैंकिंग में गया जिले को बिहार में हासिल हुआ दूसरा स्थान।
उप विकास आयुक्त विनोद दुहन ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा नवंबर में किए गए कार्यों के आधार पर जारी रैंकिंग में अब तक गया ज़िला दुसरे पायदान पर रहा है। महात्मा गांधी नरेगा के 12 विभिन्न अवयव को मानक बनाया गया है। राज्य द्वारा प्रस्तावित रैंकिंग बनाया गया। उसमें गया जिला द्वितीय स्थान पर रहा।
उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत मानव दिवस सृजन, मानव दिवस सृजन में मानक के अनुरूप महिलाओं की भागीदारी, मनरेगा के तहत विभिन्न पौधों का निरीक्षण, कार्य की पूर्णता, समय पर मजदूरी भुगतान, औसत मजदूरी दर, एरिया ऑफिसर ऐप निरीक्षण, समयबद्ध भुगतान, नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) में श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज करने में ज़िले को 8.98 अंक, प्राकृतिक संसाधन कार्य संबंधी, कृषि संबंधित कार्य, आधार शीडिंग, सामाजिक अंकेक्षण में एटीआर अपलोड तथा एरिया ऑफिसर ऐप के तहत वर्क साइट पर जाकर विभिन्न पदाधिकारी यथा जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम मनरेगा तथा अन्य पदाधिकारियों द्वारा भ्रमण के दौरान ऐप में एंट्री करना शामिल है। इन सभी के आधार पर की गई रैंकिंग में जिले को पूरे बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
उप विकास आयुक्त ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी विभाग की रैंकिंग के अनुसार गया ज़िला को सभी घटकों के आधार पर 100 अंक में से 90.51 अंक प्राप्त हुए हैं।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा ने बताया कि एनएमएमएस ऐप के माध्यम से शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई। एरिया ऑफिसर ऐप के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं का निरीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा बिहार सरकार द्वारा अति महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली योजना के तहत जिले के सभी प्रखंडों अंतर्गत कुल 45 अमृत सरोवर का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जो लगभग मार्च 2023 तक निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।
मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट एनएस पब्लिकेशन हेतु बिहार के सभी जिलों से स्टेट के माध्यम से मनरेगा के तहत किए गए उत्कृष्ट कार्यों को समेकित कर फोटोग्राफ सहित प्रतिवेदन को भेजा गया है।
जिसके आधार पर मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट द्वारा गया जिला के मोहनपुर के चाव नदी के कार्यो को उत्कृष्ट मानते हुए एनएस पब्लिकेशन कराने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि जिले में महात्मा गांधी नरेगा अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रबल प्रेरणा से कार्य कर रहा है। मनरेगा के योगदान का एक उदाहरण मोहनपुर प्रखंड के बगुला पंचायत चाव नदी में मनरेगा के तहत किए गए सार्वजनिक महत्व के कई कार्य हैं।
मोहनपुर के चाव एक छोटी और बरसाती नदी है, जो चाव गांव से निकलती है और बोधगया के पास निरंजना नदी में मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई करीब 20 किलोमीटर है।
2020- 21 में मोहनपुर प्रखंड की बगुला पंचायत में इस नदी पर कई काम हुए, जो निम्नानुसार हैं:-
चैक डैम सह छोटा पुल- इसका निर्माण 495 मानव दिवस में किया गया। मनरेगा के तहत बने इस चेक डैम की बदौलत अब करीब 150 एकड़ जमीन को सिंचाई की सुविधा मिल रही है।
इस पुल के बनने से इस जगह का संपर्क आसपास के गांवों से बेहतर हो गया है, जिससे संचार थोड़ा आसान हो गया है।
छठ घाट निर्माण- छठ व्रतियों के लाभ के लिए इस स्थान पर छठ घाट विकसित करने का निर्णय लिया गया।
इस घाट का निर्माण 350 मानव-दिनों में किया गया था। लोग बहुत खुश हैं, क्योंकि अब उन्हें छठ व्रत में अर्घ्य देने के लिए स्वच्छ और समर्पित स्थान मिल गया है।
वृक्षारोपण-
इस स्थान पर वृक्षारोपण भी किया गया है, जो आने वाले वर्षों में इस नदी के तट की शोभा बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है। पौधरोपण का कार्य 124 मानव दिवस में पूरा किया गया।
एनएस पब्लिकेशन का तात्पर्य है कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों एवं जिलों से मनरेगा के तहत किए गए उत्कृष्ट कार्यों मे से जो सबसे बेस्ट रहता है, उसे मासिक रूप से केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा पब्लिस करवाया जाता है।
– AnjNewsMedia Presentation