विचारों की अभिव्यक्ति के लिए राष्ट्रद्रोह का दायर मुकदमा गलत : सुप्रीम कोर्ट
देशद्रोह के गलत मुकदमों में जेल में बंद हजारों निर्दोषों को सुप्रीम कोर्ट के अनुसार अविलंब रिहा करे सरकार : मिठू
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गया : नेताओं ने कहा की आज पूरे देश में 6300 लोग deshdroh ke mamle में जेल में बंद है, जिसमें कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें सरकार की राय से जुदा विचारों की अभिव्यक्ति के लिए राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दायर है, जो सुप्रीम कोर्ट के अनुसार गलत है।
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कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय |
नेताओं ने कहा की आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति है, को बेहद खतरनाक है ।
कांग्रेस पार्टी के सर्वमान्य नेता राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के शासनकाल में लगाए गया, आपातकाल को गलत बताने पर हाय, तौबा मचाने वाले लोग इस बात का जवाब दे की क्या उस समय सरकार के लाख खिलाफ के बाद भी किसी को देशद्रोही कहा गया था?
आज तो अगर किसी जनसमस्या, बेरोजगारी, किसानों की जायज मांगें, महँगाई आदि पर सरकार के खिलाफ बोलने पर उसे तुरंत देशद्रोही कह कर उसे प्रताड़ित किया जाता है।
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नेताओं ने कहा की बिहार सरकार तो गृह विभाग से दो, दो चिट्ठियां जारी कर सोशल मीडिया पर या आंदोलन करने पर उन्हें चरित्र प्रमाण पत्र नहीं देने, ठेके, आर्म्स का लाइसेंस नहीं देने तक की बाते कही गई है।
अभी हाल में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए लोग भारी संख्या में आचरण प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दौड़ रहे है, जिसमें राज्य सरकार द्वारा हाल में जारी चिट्ठी का भी शायद अनुपालन करने का सरकार का आदेश है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, बाबूलाल प्रसाद सिंह, अशोक सिंह, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, डॉ मदन कुमार सिन्हा, प्रो अनिल कुमार सिन्हा आदि ने कहा कि देश के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश की हालिया टिप्प्णी है।
जिसमें कहा गया है कि सरकार की राय से जुदा विचारों की अभिव्यक्ति को देशद्रोह नहीं कहा जा सकता को ध्यान में रखते हुए सरकार देश के विभिन्न जेलों में बंद हजारों निर्दोषों को अविलंब रिहा करने की मांग की है।
– AnjNewsMedia