पितृपक्ष मेला पर बैन : गया जिला प्रशासन
कोरोना पीरियड में पिंडदान के लिए ना आएं पिंडदानी : जिला प्रशासन
अति प्राचीन पवित्र आध्यात्मिक नगरी है गयाजी। इस वर्ष कोरोना वायरस के प्रभाव से पितृपक्ष राजकीय मेला स्थगित है। Pitripaksha State Fair Postponed.
पितृपक्ष मेला पर भी बैन : डीएम |
मेला स्थगित है फिर भी आंशिक रूप से पिंडदानी पितृतर्पण के लिए गया पधार सकते हैं। क्योंकि श्रद्धालु पिंडदानियों को रोक पाना बड़ा मुश्किल।
प्रभु विष्णु श्रीहरि समस्त भक्तों का कल्याण करते हैं और पितरों को मुक्ति प्रदान करते हैं। गयाजी के मोक्षभूमि पर बारहो मास पिंडदान का विधान है। पिंडदान का विशेष पर्व है पितृपर्व, पितृतर्पण पर्व यानि पितृपक्ष।
गया जिला प्रशासन का निर्गत आदेश |
लोग अपने पूर्वजों के पिंडदान करने के लिए गयाजी आते- जाते हैं। जो असीम फलदायी होता है। इस पावन काल में श्राद्ध- तर्पण से पितरों को सदगति प्राप्त होती है। सच, अनूठा, अद्भुत मोक्षभूमि है गयाजी।
गयाजी के आध्यात्मिक पावन भूमि पर पितरों के स्वर्ग प्राप्ति के लिए किया जाता है पिंडदान। मान्यता ऐसी है कि पिंडदान से पूर्वजों को मिलता है स्वर्ग रूपी बैकुंठ। पूर्वजों को सद्गति की प्राप्ति के लिए गया में किया जाता है पितरों का पिंडदान। श्राद्ध रूपी Tarpan Pinddaan से पूर्वजों को सद्गति सहित बैकुंठ की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है। इसी विशेष महत्व के लिए गया पूज्य है।
गया जिला प्रशासन का निर्गत आदेश |
ज्ञात हो पितृपक्ष विश्व प्रसिद्ध मेला है परंतु महामारी रूपी कोविड19 के संक्रमण के प्रभाव के वजह से पितृमेला को स्थगित कर दिया गया है। बिहार सरकार और गया जिला प्रशासन ने इस वर्ष कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए पितृपक्ष मेला पर बैन लगा दी है। कोरोना फैले ना, इसी का ख्याल रखते हुए पितृपक्ष मेला पर भी बैन लगाई गई है। जो सुरक्षा की दृष्टि से बिल्कुल बाजिव है। सच, जान है तभी तो जहान है।
गया जिला प्रशासन ने पिण्डदानियों से आग्रह की है की corona period में पिंडदान के लिए गया नहीं आएं तो अच्छा होगा, आप कोरोना के संक्रमण से बच सकते हैं, यही गुजारिश है। इस सन्देश का अवश्य पालन करें, आप सुरक्षित रहेगें तो देश सुरक्षित रहेगा।
गया जिला प्रशासन ने इस वर्ष कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए पितृपक्ष मेला पर बैन लगा दी है : डीएम गया |