Today News : गया DM डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा मगध मेडिकल अस्पताल के हीट वेब वार्ड का जायजा लिया गया, उक्त वार्ड में 16 मरीज भर्ती हैं। जिन्हें समुचित इलाज किया जा रहा है।
निरीक्षण के क्रम में बाहर बैठे मरीजो के परिजन से जानकारी लिया कि कैसे कैसे मरीज बीमार हुए उनके क्या सिम्टम्स पाई गई। डीएम ने अधीक्षक मगध मेडिकल को निर्देश दिया कि परिजन को बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था का इंतजाम करें ताकि इन्हें भी लू की चपेट से बचाया जा सके।
जिला पदाधिकारी में वार्ड में भर्ती विभिन्न मरीजों से जाकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लिया। जिला पदाधिकारी ने अधीक्षक को निर्देश दिया कि वार्ड बॉय की संख्या को और बढ़ावे। अगले 3 दिनों तक वार्ड अटेंडेंट, चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ की पूरी मुस्तैदी रखें। तीन शिफ्ट में रोस्टर बनाकर नर्स डॉक्टर तथा अन्य संबंधित को तैनात रखें। आइस पैक की कोई कमी ना हो इसे सुनिश्चित कराएं।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि हीटवेव वार्ड का आज पदाधिकारियों तथा मगध मेडिकल के अधीक्षक, प्रिंसिपल तथा अन्य चिकित्सकों के साथ निरीक्षण किया गया है। आज की तिथि में उक्त वार्ड में कुल 16 मरीज इलाजरत हैं। उसमें कुछ लोग हीटवेव से संबंधित नहीं है, इसके बाद भी उन्हें इलाज दिया जा रहा है। इलाज अच्छे ढंग से कराया जा रहा है। हीटवेव के संबंध में उन्होंने कहा कि आने वाले सभी एक- एक मामला/ केस को अधीक्षक तथा प्रिंसिपल के स्तर से समीक्षा की जा रही है।
अधीक्षक मगध मेडिकल का कहना है कि अभी तक हीटवेव से अलग-अलग तिथियों में कुल 2 लोगों की मृत्यु हुई है, जिसमें 14 जून को बिपार्ड में कार्य कर रहे मजदूर तथा एक कोच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 जून को हीटवेव से मरीज की मृत्यु हुई है। इन्हें काफी तेज बुखार देखी गयी थी। इसके अलावा अन्य कोई हीटवेव से मृत्यु नहीं हुई है।
जिला पदाधिकारी ने पुनः गया जिला वासियों से अपील किया है कि अगले दो-तीन दिनों तक हीटवेव का पूर्वानुमान है। लोग पूरी तरह अपने सेहद का ध्यान रखें। लोगों तक हीटवेव से संबंधित सभी जानकारियां सोशल मीडिया के माध्यम के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करवाया जा रहा है। ज़िले के सभी कस्बा/ गांव-गांव में हीट वेब से कैसे बचा जा सके, हीट वेब होने पर कैसे त्वरित उपचार हो, क्या करे क्या ना करे आदि संबंधित व्यापक माइकिंग भी करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले कीच दिनों तक यथा संभव सुबह 10 से शाम 04 बजे तक घर से बाहर न निकले, लोगों को यदि अत्यंत आवश्यक है तभी बाहर निकले। गांव-गांव तक हीटवेव से बचाव हेतु क्या करें क्या ना करें से संबंधित पर्चा/ पंपलेट भी बांटा गया है ताकि लोग जानकार एवं सगज रहे। पंपलेट को पढ़कर के लोग जागरूक बने और अपने आस पास के लोगो को बतावे। जनप्रतिनिधियों को भी हीटवेव से बचाव के लिए ट्रेनिंग दिया गया है। उन्हें भी दायित्व दिया गया है कि अपने क्षेत्र के लोगों को हीट वेव से बचाव की जानकारी देते रहे।
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सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी अलर्ट मोड में रखा गया है। हीटवेव से आने वाले मरीजों के लिए बेड को आरक्षित रखा गया है। पर्याप्त दावा, आइस पैक, वाटर कूलर इत्यादि सभी व्यवस्था को रखा गया है ताकि इलाज में कोई कमी ना हो। सभी तमाम स्वास्थ्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने मुख्यालय में लगातार बने रहें ताकि मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके। सभी एंबुलेंस में भी आइस पैक ओआरएस पेरासिटामोल इत्यादि दवा रखी गई है। हर पंचायत में दो-दो अलग से एंबुलेंस भी चिन्हित रखा गया है ताकि किसी टोले में किसी व्यक्ति की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जा सके। उन्होंने तमाम पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त रखें। कहीं से भी कोई हीटवेव के मरीज आने पर उसे तुरंत रिस्पॉन्ड करते हुए इलाज करें। आने वाला 7 से 10 दिन चुनौतीपूर्ण भरा रहेगा। सभी स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी/ कर्मी पूरी मुस्तैदी से अलर्ट मोड में रहकर कार्य करें।
जिला पदाधिकारी ने हीट वेब से पीड़ित मरीजों को कैसे उपचार किया जाता है मरीज को पहले कहां लाया जाएगा तथा क्या-क्या एस० ओ० पी० पालन कराया जाएगा, इसका पूरी जानकारी लिया।
निरीक्षण के पूर्व मगध मेडिकल अस्पताल के वरीय चिकित्सकों हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्राचार्य तथा अधीक्षक के साथ जिला पदाधिकारी ने बैठक किया बैठक में सख्त हिदायत दिया कि हीटवेव के मरीज को एस ओ पी के अनुसार उन्हें उपचार करें एस ओपी के तहत मरीज के जांच करने पर साफ तौर पर पता हो सकेगा कि कौन सा मरीज हीटवेव्स से ग्रसित है और कौन सा मरीज अन्य बीमारी से ग्रसित है ताकि उनके इलाज और बेहतर तरीके से हो सके। उन्होंने उपस्थित हेड ऑफ डिपार्टमेंट के चिकित्सकों को निर्देश दिया कि एसपी से संबंधित पूरी जानकारी अपने सभी वार्ड में कार्यरत नर्स डॉक्टर पारा मेडिकल स्टाफ को कोई अच्छी तरीके से ब्रीफ कर दें हीटवेव से संबंधित यदि मरीज आते हैं तो उन्हें हर हाल में ही 12 वार्ड में शिफ्ट करें उन्होंने निर्देश दिया कि भर्ती होने वाले मरीजों के पूजा पर्ची पर बॉडी टेंपरेचर अनिवार्य रूप से अंकित करेगा ताकि पता चल सके कि उनका शरीर का तापमान क्या है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि लोगों की पूरी जानकारी हेतु हर दिन हेल्थ बुलेटिन जारी करें। इसके अलावा हीटवेव के संबंध में अन्य बिंदुओं पर काफी विस्तार से चर्चाएं की गई।
उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि हीट वेब वार्ड में 3 पालियों में मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति आज से ही करवाना सुनिश्चित करें। ताकि विधि व्यवस्था बना रहे।
निरीक्षण में उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा शाखा, अधीक्षक मगध मेडिकल, प्राचार्य मगध मेडिकल, डीपीएम स्वास्थ्य तथा मगध मेडिकल के वरीय चिकित्सक उपस्थित थे।
जिले में भीषण गर्मी व लू को देखते हुए अलर्ट जारी है, ऐसे में 18 व 19 जून को हजयात्रियों की उड़ान को लेकर जिला प्रशासन संवेदनशील है. क्योंकि हजयात्रियों की उड़ान दिन और शाम में है , ऐसे में हज यात्रियों का काफिला पटना हज भवन से दिन में नौ बजे के बाद गया एयरपोर्ट पर पहुंचेगा , मैदान में बने टेंट और व्यवस्थाओं का जायजा लेने ज़िला पदाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम हवाईअड्डे पर पहुंचे थे, उन्होंने जायजा लिया और पूरी व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी ली कि हज यात्रियों के लिए उस दिन क्या व्यवस्था की जाएगी, उन्होंने आयोजन स्थल में ठंडे पानी और शर्बत के साथ पंखा कूलर, ओआरएस घोल भी रखने को कहा . उन्होंने अन्य ठंडी चीजें रखने को भी कहा और सिविल सर्जन को भी हिदायत दी कि आइस बॉक्स के अलावा हीट स्ट्रोक से बचाव के उपकरण व दवाई भी रखें, स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सक समय से मौजूद रहें, अधिकांश हजयात्री वृद्ध होने के कारण, उन पर हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, यहां हवाई अड्डे पर हजयात्रियों की सेवा में लगे सभी लोगों को अपने स्तर पर प्रयास करना चाहिए की हज यात्री टेंट हाउस से कम से कम बाहर निकलें। उन्होंने टेंट हाउस के मॉक ने कहा कि पंडाल को ठंडा करें और ज्यादा से ज्यादा कूलर रखें, टैंकर में ठंडा पानी रखें, किसी भी सूरत में पानी की कमी न हो, डीएम ने कहा समीक्षा कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे.
इस मौके पर उन्होंने स्वास्थ्य शिविर पहुंचकर जांच भी की, मौके पर सिविल सर्जन, नोडल अधिकारी, डीएसपी कानून व्यवस्था सहित कई विभागों के अधिकारी और रज़कार मौजूद रहे. वहीं हज यात्रियों की उड़ान गया तटबंध से जारी है।
शुक्रवार को नौवां काफिला मक्का के लिए रवाना हुआ, जबकि आज शनिवार से दो विमान हज यात्रियों को लेकर उड़ान भरेंगे , आखरी के दो दिनों के दौरान तीन विमान हज यात्रियों के लिए उड़ान भरेंगे। 22 जून तक कि उड़ान जारी रहेगी, हज यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ ही गया एयरपोर्ट पर भी व्यवस्थाएं बढ़ाने की व्यवस्था की गई है।
एयरपोर्ट डायरेक्टर ने कहा कि सात जून से एक विमान से जाने वाले हजयात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर व्यवस्था थे , लेकिन अब अगले पांच दिनों से दो और तीन विमानों की उड़ान के कारण हज यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो गई है , इस के लिए एयरपोर्ट पर बने हज कार्यक्रम स्थल का विस्तार किया गया है, पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग पंडाल आज और बढ़ा कर बनाए गए हैं ताकि यहां आने वाले हजयात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि अगले पांच दिनों में, उड़ानों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ उड़ानों के समय में वृद्धि के साथ, कोई लंबा अंतराल नहीं है, इसलिए हवाई अड्डे पर हजयात्रियों और उनके रिश्तेदारों की एक बड़ी भीड़ होगी, इसलिए व्यवस्थाओं को बढ़ाना जरूरी था, अब तक एयरपोर्ट द्वारा सभी व्यवस्थाएं अच्छी तरह की गई हैं। 260 बेड के अलावा आज अतिरिक्त 150 बेडों की व्यवस्था की गई है।