आवेदनों का ससमय एवं त्वरित निष्पादन
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ससमय एवं त्वरित निष्पादन : DM Tyag |
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औचक निरीक्षण : जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम |
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मामलों के निष्पादन |
गया : गया जिले के नागरिकों एवं भू धारियों को भूमि संबंधी मामलों का पारदर्शिता पूर्ण, ससमय एवं त्वरित निष्पादन के साथ सुविधा प्रदान करना राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का अभीष्ट उद्देश्य है। इस दिशा में विभिन्न विभागीय विषयों एवं मामलों के निष्पादन में सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से उन्नत नवाचार स्थापित किया गया है, जिससे संबंधित हितबद्ध भू धारियों को सुविधाएं प्राप्त हुई है। तथापि विभिन्न स्रोतों से एवं कई स्तरों से समय-समय पर विभिन्न भूमि संबंधी मामलों का अंचल कार्यालय स्तर पर निष्पादन में विलंब, त्रुटि पूर्ण निष्पादन इत्यादि की शिकायतें प्राप्त हो रही है। यह परिलक्षित हुआ है कि जिला अंतर्गत अंचल कार्यालयों के अधीन भूमि से संबंधित विभिन्न मामलों एवं समस्याओं के निष्पादन में विभाग द्वारा निर्धारित किए गए समय सीमा का अनुपालन अंचल कार्यालय स्तर पर नहीं किया जा रहा है। ऐसा भी सूचना प्राप्त हो रहा है कि जिन मामलों में अंचल कार्यालय स्तर पर निष्पादन की कार्रवाई हुई है, उन मामलों में भी कई त्रुटियां जानबूझकर छोड़ दी जा रही है, जिससे अनेक प्रकार की समस्याएं हितबद्ध भू धारियों के समक्ष उत्पन्न हो रही है। यह स्थिति किसी भी दृष्टिकोण से उचित एवं स्वीकार योग्य नहीं है। उक्त तथ्यों की विचारोंप्रांत जिला अंतर्गत सभी अंचल कार्यालयों का आज एक दिवसीय औचक निरीक्षण किया गया , जिससे नागरिकों की भूमि संबंधित राजस्व विभागीय कार्यों का अंचल कार्यालय स्तर पर निष्पादन की स्थिति एवं गुणवत्ता की जांच की गयी।
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इसी परिपेक्ष में आज जिला पदाधिकारी गया डॉक्टर त्यागराजन एसएम द्वारा सदर अनुमंडल अंतर्गत गया सदर अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया गया।
ऑनलाइन म्यूटेशन के लंबित आवेदनों की जानकारी लेने पर बताया गया कि वैसे मामले जो 60 दिनों से ऊपर लंबित है उनमें कुल 374 आवेदन है। वर्तमान माह में लगभग 1500 म्यूटेशन के आवेदनों को जांच करते हुए स्वीकृत किया गया है।
परिमार्जन की समीक्षा के दौरान बताया गया कि लगभग 21 हजार आवेदन परिमार्जन के प्राप्त हुए थे, जिसके एवज में 5088 आवेदन लंबित हैं।
म्यूटेशन एवं परिमार्जन के आवेदनों के डिस्पोजल में धीमी प्रगति को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि लापरवाही गैर जिम्मेदारी एवं अनुशासनहीनता रवैया दर्शाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप अपने अंचल का नियमित समीक्षा करते रहे।
इसके उपरांत उन्होंने अंचल कार्यालय में रखे हुए अभिलेखों का घूम घूम कर निरीक्षण किया उन्होंने परिमार्जन एवं म्यूटेशन के रेंडम ली 20-20 आवेदनों को विस्तार से जांच किया।
इसके उपरांत उन्होंने आरटीपीएस काउंटर का निरीक्षण किया। आरटीपीएस काउंटर के बाहर उपस्थित व्यक्तियों /आवेदकों से आरटीपीएस काउंटर के बारे में जानकारी प्राप्त किया।
कुछ आवेदकों द्वारा आरटीपीएस काउंटर के माध्यम से किए जा रहे कार्यों को संतोषप्रद बताया। आरटीपीएस काउंटर द्वारा आवेदकों द्वारा ऑनलाइन आवेदन में अंकित अंतिम तिथि के अंदर ही उन्हें संबंधित जाति, आय एवं आवासीय प्रमाण पत्र निर्गत किया जा रहा है। कुछ आवेदकों द्वारा आरटीपीएस काउंटर पर किए जा रहे कार्यों में धीमी प्रगति की बात बताई, जिस पर जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी तथा आईटी सहायक को सख्त निर्देश दिया कि आरटीपीएस काउंटर पर जितने भी लंबित आवेदन है, उसे समय अवधि में पूर्ण करावे तथा अंचल कर्मचारी को हर दिन एक एक घंटा आरटीपीएस काउंटर पर उपस्थित रहकर विभिन्न प्रमाण पत्रों को जांच करते हुए हस्ताक्षर करवाते रहें ताकि लोगों को तेजी से प्रमाण पत्र निर्गत किया जा सके।
सदर अंचल में कितने हल्के हैं कि जानकारी लेने पर अंचलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सदर अंचल अंतर्गत तो कुल 33 हल्का है। उन्होंने राजस्व पदाधिकारी तथा अन्य राजस्व कर्मचारियों को एक अनुपात में हल्का का कार्य बाटने का निर्देश दिया ताकि अंचल के कार्यो को तेजी से निष्पादित किया जा सके।
उन्होंने अंचलाधिकारी तथा आरटीपीएस में कार्यरत सभी कर्मियों को निर्देश दिया कि आरटीपीएस काउंटर रखने का यह तात्पर्य है कि ऑनलाइन प्रक्रिया को पूरी तरह क्रियाशील रखा जा सके। किसी भी नागरिको, ग्रामीणों या आवेदकों को दौड़ना ना पड़े। इधर उधर कार्यालयों का चक्कर लगाना ना पड़े। उन्होंने अंचलाधिकारी को कहा कि आप सभी लोकसेवक के रूप में कार्य करें।