मनसरवा नाला एवं निर्माणाधीन रबर डैम का स्थल निरीक्षण किये डीएम त्याग
गया: ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज मनसरवा नाला एवं निर्माणाधीन रबर डैम का स्थल निरीक्षण किया गया।
मनसरवा नाला एवं
निर्माणाधीन रबर डैम का
निरीक्षण किये डीएम त्यागराजन
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जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त, नगर निगम तथा जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला के पहले मनसरवा नाले के पानी को नदी में परवाह से रोकने हेतु हर संभव कार्य करें। साथ ही उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला के पहले रबर डैम के कार्यों को पूर्ण करें ताकि पितृपक्ष मेला के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं/तीर्थ यात्रियों को देवघाट में पितृतर्पण हेतु पानी मिल सके। जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी, सदर को निर्देश दिया कि मनसरवा नाले के ऊपर बने अस्थाई अतिक्रमण को अतिक्रमणवाद चलाकर अतिक्रमणमुक्त कराना सुनिश्चित करेंगे।
निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि मनसरवा नाले में वार्ड संख्या 44, 45, 46 तथा केंदुई बोधगया इत्यादि जगहों का पानी इसी नाले में गिरते हुए कंडी नवादा होते हुए प्रवाहित होता है। निरीक्षण के दौरान यह भी बताया गया कि श्मशान घाट, गजाधर घाट, देवघाट होते हुए यह कंडी नवादा की ओर नाला जाता है, जिसमें लगभग 12 बड़े नाले अलग-अलग स्थानों से आकर मनसरवा से जुड़ जाते हैं।
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जिला पदाधिकारी ने संबंधित अभियंताओं को निर्देश दिया कि मनसरवा नाले का पानी फल्गु नदी में प्रवेश न करें, इसके लिए संबंधित अभियंता आपस में बैठक कर विस्तार से कार्य योजना तैयार करते हुए अगले 4 दिन के अंदर उपलब्ध करावे। उन्होंने अभियंताओं को अपने स्तर से जांच करते हुए डिजाइन तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि मनसरवा नाले के पानी को प्रवाह हेतु पूर्व में बने नाले को प्रयोग में लिया जा सकता है या नहीं, इस पर भी विचार करें। उन्होंने कहा कि मनसरवा नाले के पानी से रबड़ डैम प्रोजेक्ट प्रभावित न हो, इसे ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार करें।
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, गया नगर निगम को बाईपास स्थित नारायणी पुल से पानी बहाव को और बेहतर तरीके से करने हेतु पूर्व से बड़े ह्यूम पाइप को लगवाने को कहा ताकि पानी का प्रॉपर तरीके से बहाव हो सके।
ज़िला पदाधिकारी को स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि देवघाट पर लगे मोटर से काफी गंदा पानी निकल रहा है, प्यूरीफायर लगाने के उपरांत भी पानी साफ नहीं हो रहा है। जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि बोरिंग के कुछ स्थान आगे बढ़कर एक नया बोरिंग कराते हुए पाइप लाइन बिछाने का कार्य करें ताकि पेयजल बाधित न हो। उन्होंने इस कार्य को त्वरित गति से करवाने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान देवघाट में बने शौचालयों के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिया कि देवघाट में बने सभी शौचालयों को नगर निगम को अविलंब हैंड ओवर करे तथा नगर निगम अपने स्तर से इसे सफाई एवं मेंटेनेंस का कार्य करें। साथ ही उन्होंने कहा कि विष्णुपद स्थित पूर्व में जितना भी बने शौचालय हैं, उन सभी की सूची तैयार कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
निरीक्षण में जिलाधिकारी के साथ नगर आयुक्त, नगर निगम कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन विभाग, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, वरीय उप समाहर्ता मो० शाहबाज खान, अंचलाधिकारी, सदर, सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी शामिल थे।
बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन की पहल
मुख्य सचिव, बिहार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्रों/नागरिकों के सकुशल वापसी एवं बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से संबंधित सभी जिला पदाधिकारी के साथ बैठक की गई।
बैठक के उपरांत ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने यूक्रेन में फंसे छात्रों के सकुशल वापसी हेतु अधिकारियों के साथ बैठक किया।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे छात्रों के सकुशल वापसी हेतु सरकार एवं जिला प्रशासन तत्पर्य है। सभी छात्रों को बिहार सरकार द्वारा हवाई सेवा से पटना लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन के अलग-अलग हिस्से में फंसे बिहार के छात्रों और निवासियों की सकुशल वापसी के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले छात्रों/नागरिकों के विभिन्न जहाजों के द्वारा पटना हवाई अड्डा पहुंचाया जा रहा है। तदोपरांत पटना जिला प्रशासन द्वारा संबंधित छात्रों/व्यक्तियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा यूक्रेन में फसे छात्रों के परिजनों से मिलकर छात्रों के वर्तमान स्थिति एवं उनके और भी फसे हुए सहयोगी के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए उन्हें हर संभव मदद करने की प्रयास कर रही है।
जिला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता श्री मनोज कुमार को निर्देश दिया कि जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे (24×7) कार्यरत रहे तथा उसमें अनुभव कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करें, जिससे संबंधित छात्रों की सही जानकारी उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन से संबंधित आने वाले फोन कॉल का टाइमली रिस्पॉन्ड करें।
जिला पदाधिकारी ने जिलेवासियों से अपील किया है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों/व्यक्तियों से संबंधित जानकारी आपदा विभाग, बिहार का दूरभाष संख्या- 0612-2294204, जिला नियंत्रण कक्ष गया का दूरभाष संख्या- 0631-2222253, 0631-2222259, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा शाखा का दूरभाष संख्या एवं व्हाट्सएप संख्या- 9717838038, जिला पदाधिकारी, गया का ईमेल आईडी- dm-gaya.bih@nic.in तथा apadagaya@gmail.com पर संबंधित जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं ताकि छात्रों को सकुशल वापसी हेतु संपर्क करते हुए अग्रेतर कार्रवाई किया जा सके।
समीक्षा के उपरांत जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा सभी अंचल अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग बिहार सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे छात्रों के सूची के अनुसार संबंधित क्षेत्र वाले छात्रों के परिजनों से पदाधिकारी निश्चित रूप से कल स्वयं जाकर मिले एवं वस्तु स्थिति से अवगत करावे।
साथ ही उनके परिजनों से यह भी पता करें कि उनके साथ और भी कोई छात्र या व्यक्ति अगर फंसे हैं तो उनकी विस्तृत विवरण जिला प्रशासन के साथ साझा करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी छात्र से संपर्क नहीं हो पा रहे हैं तो उनके इंटरनेशनल मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से संपर्क स्थापित करें एवं वस्तु स्थिति से अवगत होवें।