Gaya | News In Hindi | [ज्ञान, आध्यात्म एवं मोक्ष की पावन भूमि गया : आयुक्त] – AnjNewsMedia

गया जिला में विकास 

गया जिला को आकांक्षी जिला किया गया घोषित 


Gaya | News In Hindi | [ज्ञान, आध्यात्म एवं मोक्ष की पावन भूमि गया : आयुक्त] - AnjNewsMedia
आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री मयंक वरवड़े

गया : स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री मयंक वरवड़े द्वारा झंडोत्तोलन करते हुए जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दिया। 

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आयुक्त ने जिलावासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान, आध्यात्म एवं मोक्ष की पावन भूमि गया को नमन करते हुए 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आप सभी जिलावासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।

देश के अमर शहीदों, देश के महापुरुषों, कर्णधारों एवं देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने वाले महापुरुषों को शत-शत नमन। स्वतंत्रता के पावन दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, पं० जवाहरलाल नेहरू, डॉ० भीमराव अंबेडकर, डॉ० राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, स्व० अनुग्रह नारायण सिंह, जगदेव प्रसाद, सुखदेव प्रसाद वर्मा, सरदार मतुफुर रहमान, राय बागेश्वरी प्रसाद, भट्टू महतो, जिले के स्वतंत्रता सेनानियों विशेषकर इस जिले के महान विभूतियों तथा अपने प्राणों की आहुति देकर स्वतंत्रता दिलाने वाले अन्य सभी अमर शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। 

जिलावासियों, वर्ष 2020 से आज तक हम सभी कोरोना संक्रमण को झेल रहे हैं। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के नए वैरियंट ‘‘ठ।.2‘‘ सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित कर रहा है।

हमारा देश कोरोना संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा हेतु लगातार प्रयासरत है। कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु सभी स्तरों पर टीकाकरण लगाया जा रहा है। 10 जनवरी, 2022 से गया जिले मंे हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाईन वर्कर सहित 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को सफलतापूर्वक ‘‘प्रिकाॅशनरी डोज‘‘ के टीके लगाए जा रहे है। 

जिलावासियों, कोविड-19 का टीका कोरोना संक्रमण के बचाव व सुरक्षा हेतु अत्यावश्यक है। टीका लेकर, मास्क का उपयोग कर तथा सामाजिक दूरी का अनुपालन कर हम काफी हद तक कोरोना को मात दे सकते हैं।

आवश्यकता है कि हम सभी लोग टीका अवश्य लें। टीकाकरण कार्य में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, परिचारीकाएं/टीका कर्मी एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों सहित शिक्षक, जीविका, प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं अन्य कर्मियों तथा जनप्रतिनिधियों एवं मीडिया प्रतिनिधियों की सेवा उल्लेखनीय है। 

जिलावासियों, आपको बताते हुए हमे प्रसन्नता हो रही है कि हमारा गया जिला में विकास के विभिन्न योजनाआंे/कार्यक्रमों का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है। गया जिले में राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु लगभग 145 करोड़ की लागत से बोधगया में विश्व स्तर का ‘‘महाबोधि कन्वेंशन सेन्टर‘‘ का निर्माण किया गया है, जहां 2000 तथा 500 लोगों के बैठने हेतु 02 अलग अलग प्रेक्षागृह का निर्माण किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा दिनांक-16 अप्रैल, 2022 को इसका उद्धाटन किया गया है। साथ ही महाबोधि कन्वेंशन सेन्टर के समीप लगभग 136 करोड़ की लागत से 100 बेड का ‘‘स्टेट गेस्ट हाउस‘‘ का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है। 

देवघाट स्थित गंदा पानी को फल्गु नदी में जाने से रोकने, पितृतर्पण हेतु श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को सालों भर फल्गु नदी का पानी उपलब्ध होने तथा देवघाट से सीताकुण्ड जाने हेतु सुविधाजनक मार्ग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गया जिले में रबर डैम का निर्माण किया गया है। 411 मीटर लंबा तथा लगभग 312 करोड़ की लागत से बना रबर डैम बिहार के लिए एक आकर्षक तथा अद्भूत संरचना होगी। पितृपक्ष मेला से पूर्व रबर डैम का उद्धाटन किया जाना है ताकि पितृतर्पण में आने वाले श्रद्धालुओं को तर्पण के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके। 

गया तथा बोधगया शहरी क्षेत्र में गर्मी के दिनों में पेयजल संकट को दूर करने के उद्देश्य से माननीय मुख्यमंत्री, बिहार सरकार के महत्वकांक्षी तथा राज्य सरकार के प्राथमिकता वाले परियोजना ‘‘गंगाजल उद्वह योजना‘‘ के कार्याें का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है। इस योजना अंतर्गत गंगाजल को गया से 150 किलोमीटर दूर हथदह स्थल से पाइप लाईन से लिफ्ट कर मोहड़ा प्रखण्ड के तेतर स्थल पर निर्माणाधीन जलाशय में संग्रह किया जाएगा। वहां से पाईप लाईन द्वारा सालों भर पानी को गया के पास मानपुर प्रखण्ड में स्थित अबगिल्ला स्थल पर लाकर जल शोधन किया जाएगा। यह जल शोधन क्षेत्र लगभग 11 एकड़ क्षेत्र मंे बनाया गया है। रबर डैम तथा गंगाजल उद्वह योजना के निर्माण से गया जिला को एक नई पहचान मिलेगी। 

जिलावासियों, सुशासन के कार्यक्रम (2020-2025) के अंतर्गत आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-01 एवं पार्ट-02 कार्यक्रमों को जिले में तेजी से लागू करने हेतु कार्रवाई की जा रही है। सात निश्चय पार्ट-02 कार्यक्रम के अंतर्गत युवा शक्ति-बिहार की प्रगति, सशक्त महिला-सक्षम महिला, हर खेत तक सिंचाई का पानी, स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर-विकसित शहर, सुलभ सम्पर्कता, सबके लिये अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा संबंधी कार्य किए जा रहे हैं।

जिलावासियों, जल-जीवन-हरियाली अभियान राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अंतर्गत वृक्षारोपण, नए तालाबों, आहर, पैइन, चेक डैम, कुआँ का निर्माण एवं जीर्णोद्धार बडे़ पैमाने पर किये जा रहे हैं। साथ ही जिले में सोख्ता का निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण भी बडी संख्या में कराये जा रहे हैं। निजी घरों, खेतों, बगीचों, सड़कों के किनारे काफी संख्या में वृक्ष लगाए जा रहे हैं, जिससे जिले में भू-गर्भ जल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्तमान में जिले में पीने के पानी की समस्या में बहुत हद तक कमी आई है। औसतन लगभग 20 फीट जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। 

लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत् 573 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत् 2108 इकाई स्वीकृत किया गया है, जो प्राप्त लक्ष्य का लगभग 94 प्रतिशत है। इस आलोक में कुल 1736 आवास पूर्ण कर लिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत् 2016-2017 से 2021-2022 तक 2,04,940 इकाई स्वीकृत किया गया है, जिसके आलोक में कुल 80,896 आवास पूर्ण कर लिया गया है, जो प्राप्त लक्ष्य का लगभग 98 प्रतिशत है। 

जिलावासियों, हमे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि गया जिला को आकांक्षी जिला घोषित किया गया है, जिसका तात्पर्य है कि गया जिला में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, विद्युत, पोषण सहित विभिन्न जनोपयोगी योजनाओं का क्रियान्वयन त्वरित गति से किया जाए। जिला प्रशासन द्वारा इन योजनाओं में अच्छी उपलब्धि प्राप्त करने हेतु अग्रसर है।  

जिले में सात निश्चय योजना के तहत् नल-जल योजना के अंतर्गत 2,602 वार्ड में वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति द्वारा कार्य कराया गया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा 1954 वार्ड में नल-जल योजना का कार्य किया गया है।

जिले मंे 103 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा 54 पंचायत सरकार भवनों में निर्माण कार्य प्रगति पर है। माह अगस्त, 2021 से ग्रामीणों की सुविधा केे लिए पंचायत स्तर पर त्ज्च्ै ब्वनदजमत के माध्यम से सभी प्रमाण पत्रों को निर्गत करने का कार्य किया जा रहा है ताकि ग्रामीणों को छोटे-छोटे कार्याें के लिए प्रखण्ड तथा जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़े।

जिले में वामपंथ, उग्रवाद एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों को मुख्य धारा में लाने हेतु विभिन्न रोजगार, योजना यथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, मनरेगा, विकास योजनाएं, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, सात निश्चय कार्यक्रम सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा गया है। भूमि विवाद के निराकरण हेतु प्रत्येक शनिवार को अंचलाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष द्वारा जिले के थानों में संयुक्त बैठक कर भूमि विवाद का निराकरण किया जा रहा है।

राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है। इसके अंतर्गत अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, छात्रावास खाद्यान्न आपूर्ति योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति उद्यमी योजना, सिविल सेवा योजना, महादलित सामुदायिक भवन का निर्माण इत्यादि। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष में 34 लाख 43 हजार 750 रूपये का वितरण कुल 175 पीड़ितों के बीच किया गया है। 

कृषि के क्षेत्र मंे गया जिला निरंतर प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत गया के 3 लाख 27 हजार किसान के बैंक खाते में रू॰ 6,000 की राशि तीन किस्तों में भेजी जा रही है।

विशेष केन्द्रीय सहायता के द्वारा जिले में 05 कलस्टरों बाराचट्टी, इमामगंज, कोंच, बांकेबाजार एवं गुरूआ में 100 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल में पिछले वर्ष से लेमनग्रास की खेती करायी जा रही है। किसानों को मुफ्त में पौधे सामग्री उपलब्ध कराने के साथ ही लेमनग्रास से तेल निकालने की मशीन भी लगवाई गई है। उद्यान विभाग द्वारा लेमनग्रास की खेती में 90 प्रतिशत अनुदान पर सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली लगवाया गया है। लेमनग्रास की खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है तथा तेल की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बड़ी मांग है। 

गया नगर निगम द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 1,427 शहरी लाभार्थियों को आवास योजना का लाभ दिया गया है। 

दीनदयाल अंत्योदय योजना अंतर्गत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत् 3776 ठच्स् परिवारांे को प्रशिक्षण दिया गया। गया शहरी क्षेत्रान्तर्गत 927 स्वयं सहायता समूह, 464 स्वयं सहायता समूह को बैंक से ऋण दिया गया एवं 7303 शहरी फुटपाथी दुकानदारों का सर्वे कराकर पी॰एम॰ स्वनिधि योजना के तहत 2762 लाभुकों को 2 करोड़ 97 लाख रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया। आश्रयविहीन लोगों के लिए 06 रैन बसेरा में 110 बेड उपलब्ध कराया गया।

जिले के शहरी क्षेत्रों में फत् ब्वकम के माध्यम से सफाई वाहनों के संचालन पर सतत् निगरानी रखी जा रही है, जिससे सरकार एवं निगम के राजस्व की बचत तथा संसाधनों का सदुपयोग करने हेतु एक नवीन प्रयास है। 

जिले में अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसके तहत् मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना अंतर्गत 02 करोड़ 63 लाख 10 हजार की राशि छात्रों के बैंक खाते में सीधे हस्तांतरित किया गया है। 

मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के अंतर्गत गया जिला में कुल 306 लाभार्थी का चयन कर विभाग को भेजा गया है। 

तलाकशुदा/परित्यक्ता मुस्लिम महिला सहायता योजना के तहत् तलाकशुदा/परित्यक्ता महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 11 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है। 

जिला मे नीरा उत्पादन को बढ़ावा देते हुए पांरपरिक रूप से ताड़ी के उत्पादन में लगे परिवारों को वैकल्पिक रोजगार का अवसर दिया गया। जीविका सामुदायिक संगठनों के माध्यम से सर्वेक्षण कर जिले में 100 नीरा उत्पादन समूह का गठन किया गया। इन उत्पादन समूहों के माध्यम से लगभग 2500 नीरा टैपर को जोड़ा गया। जिले में 400 नीरा बिक्री की गई। इससे ताड़ी के विकल्प के रूप एक पोषक प्राकृतिक पेय नीरा के उत्पादन को बढ़ावा मिला। नीरा उत्पादन एवं बिक्री में जिला का स्थान राज्य में प्रथम रहा।  

जिले में सामाजिक सुरक्षा की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है। कुल 03 लाख 90 हजार 763 लोगों को विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री सामथ्र्य योजना के तहत् 163 कृत्रिम अंग उपकरण का वितरण किया गया है। बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना के तहत् 445 लाभार्थियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की दर से मई, 2022 तक क्ठज् द्वारा भुगतान किया गया है। 

किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत जिले के कुल 425 मत्स्य पालकों को लगभग 133.8 लाख का ऋण भुगतान हेतु आवेदन प्राप्त हुए है। 

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत् बच्चे के जन्म पर 2,000 रूपये एवं कन्या के एक वर्ष पूर्ण होने तथा आधार पंजीकरण कराने पर 1,000 रूपये की राशि मुहैया करायी जाती है। जिले में कुल 5810 लाभुकों को लाभ दिया गया है। 

प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को 3 किस्तों में 5,000 रूपये की राशि उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत् अबतक 1 लाख 16 हजार 146 लाभार्थी को लाभ दिया गया है।


– AnjNewsMedia Presentation

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