Gaya | Top News | (सीएम नीतीश कुमार का समाधान यात्रा) {CM Nitish Kumar’s Samadhan Yatra} [मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देख रहे हैं कि बिहार कितना बदल गया है और कितना बदलना है]- AnjNewsMedia

बिहार कितना बदला ! वही निहारने निकले हैं नीतीश

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1 बिहार कितना बदला ! वही निहारने निकले हैं नीतीश
1.1 गया में CM का समाधान यात्रा

गया में CM का समाधान यात्रा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देख रहे हैं कि बिहार कितना बदल गया है और कितना बदलना है

Chief Minister Nitish Kumar is watching how much Bihar has changed and how much it has to change.

Nitish Kumar CM Bihar- CM Nitish Kumar’s Samadhan Yatra

समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने गया जिले के बांकेबाजार प्रखंड के बेला ग्राम में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा- निर्देश
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Gaya | Top News | (सीएम नीतीश कुमार का समाधान यात्रा) {CM Nitish Kumar's Samadhan Yatra} [मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देख रहे हैं कि बिहार कितना बदल गया है और कितना बदलना है]- AnjNewsMedia
CM नीतीश का समाधान यात्रा युद्धस्तर पर जारी
पेश है-
गया जिले की यात्रा 

गया/पटना : गया जिले के बेला, बाँकेबाजार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समाधान यात्रा युद्धस्तर पर जारी है। 

समाधान यात्रा के तहत कई समस्याओं की कर रहे हैं दीदार और निपटारा। मुख्यमंत्री की नज़रिया बिहार के बदलने का है।बिहार कितना बदला ! वही निहारने निकले हैं नीतीश।

समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गया जिले के बांके बाजार प्रखंड के बेला ग्राम में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया।

Gaya | Top News | (सीएम नीतीश कुमार का समाधान यात्रा) {CM Nitish Kumar's Samadhan Yatra} [मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देख रहे हैं कि बिहार कितना बदल गया है और कितना बदलना है]- AnjNewsMedia
CM Nitish का Exclusive Interview को
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मुख्यमंत्री ने बेला ग्राम पहुंचकर आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र का जायजा लिया। समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा ने विभाग द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी। 

गया के जिलाधिकारी त्यागराजन एस०एम० ने आंगनबाड़ी केंद्र में श्रवण श्रुति कार्यक्रम के क्रियान्वयन एवं उपलब्धियों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जो बच्चे जन्म से ही सुनने में असमर्थ हैं उनका मुफ्त में इलाज कराया जाता है। 

वहां उपस्थित लाभुक बालक श्रेयांस कुमार ने मुख्यमंत्री से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने एक अन्य बालक अंकुश कुमार को इयरिंग मशीन प्रदान किया।

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आंगनबाड़ी केंद्र में उपस्थित बच्चों से मुख्यमंत्री ने पढ़ाई तथा वहां उपस्थित आंगनबाड़ी सेविकाओं से वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को मातृभाषा में ही पढ़ाएं ताकि वो पढ़ने में सहजता महसूस करें और बेहतर तरीके से सीख सकें।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बेला ग्राम की बंजर भूमि में किसानों द्वारा की जा रही लेमनग्रास की खेती का जायजा लिया। 

इस दौरान कृषि विभाग के सचिव एन0 सरवन कुमार ने बताया कि गया जिले की बंजर भूमि जहां खेती नहीं हो पाती थी, वैसी 100 एकड़ भूमि पर लेमन ग्रास की खेती की गई है। 

इसके लिए 90 प्रतिशत अनुदान देकर स्प्रिंकल पटवन विधि से पटवन किया जा रहा है। इसके लिए विभाग की तरफ से सारी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। 

लेमन ग्रास से सोप, सेनेटाइजर, फिनायल इत्यादि का निर्माण किया जा रहा है जिसे प्रदेश के अलावे देश के कोने-कोने में भेजने की तैयारी की जा रही है। 

जायजा लेने के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लेमनग्रास की खेती यहां बहुत अच्छे ढंग से हो रही है। दक्षिण बिहार में जहां भी पानी कमी है वहां लेमनग्रास की खेती को प्रोत्साहित करें, लेमनग्रास की खेती से किसानों को काफी फायदा होगा, मजदूरों को रोजगार मिलेगा। 

इस इलाके में चेकडैम के निर्माण के अलावा जल संग्रहण का भी इंतजाम करें, जिससे भूजल स्तर भी ठीक होगा और किसानों को भी इससे सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने किसानों द्वारा लेमनग्रास की खेती एवं तैयार किए गए उत्पादों की लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। 

इस दौरान महिला किसान ने मुख्यमंत्री को बताया कि लेमनग्रास की खेती से काफी फायदा हो रहा है। लेमनग्रास से उत्पादित तेल 1400 से 1500 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। 

लेमनग्रास के खर पतवार से रस्सी भी बनायी जाती है और यह जलावन के काम में भी लाया जाता है। 

मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित किसान शंकर प्रसाद को मृदा किसान स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लेमनग्रास से बनी चाय भी पी

पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले इस इलाके में कुछ नहीं हो रहा था और आज इस इलाके का कितना विकास हो रहा है। 

किस प्रकार लोग खेती कर रहे हैं। खेती से हाने वाली आमदनी को भी लोग बता रहे हैं। इसे देखकर मुझे काफी खुशी हो रही है। इसे देखने हमलोग आज यहां आये थे। 

इन पहाड़ी इलाकों में पानी को लेकर परेशानी होती है, इसलिए पहाड़ी इलाके में पानी स्टोरेज की व्यवस्था करनी है। पानी का भंडारण करने से किसी साल वर्षापात नहीं हुआ तब भी इसका लाभ लोगों को मिलेगा। 

हमलोगों ने वर्ष 2019 में जो जल – जीवन -हरियाली अभियान शुरु किया है उसका एक पार्ट वर्षापात से प्राप्त जल का संरक्षण करना भी है। यहां पर लोगों ने अपने- अपने ढंग से इसे शुरु किया है। लेमन ग्रास की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग वाले काम कर रहे हैं। 

इस इलाके में भी खास-खास जगहों पर वर्षापात के पानी के भंडारण के लिए काम किया जा रहा है। हमने भी इसको लेकर कई जगहों को चिन्हित करा दिया है। ये सब काम पूरा हो जाने के बाद पानी सब दिन के लिए उपलब्ध रहेगा। 

इससे इस इलाके का काफी विकास होगा। जिन इलाकों के विकास को लेकर कोई सोचता भी नहीं था, उन सब इलाकों को भी हमलोग विकसित करना चाहते हैं। 

यह काफी महत्वपूर्ण जगह है। यह जीतनराम मांझी जी का विधानसभा क्षेत्र भी है आपलोग जीतनराम मांझी जी से पूछ लीजिए, हमने उनसे कहा था कि फिर यहीं से विधानसभा का चुनाव लड़िए। हमने इनके लिए एक-एक जगहों पर आकर चुनाव प्रचार किया था। हम इन सब इलाकों में शुरु से आते रहे हैं। यहां सब काम शुरु हो गया है। 

यह देखकर मुझे काफी खुशी हो रही है। इन इलाकों का और विकास करना है। यहां लेमनग्रास की बेहतर खेती हो रही है। लोगों को काफी अच्छी आमदनी भी हो रही है। 

लेमन ग्रास को हमलोग अन्य इलाकों में भी बढ़ावा देंगे। यहां पर महिला-पुरुष साथ मिलकर विकास का काम कर रहे हैं। 

हमने वर्ष 2006 में ही एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में लेमन ग्रास लगवाया था। 

हमने अधिकारियों को कहा है कि जो काम यहां पर किया जा रहा है उसे दूसरी जगहों पर भी करवाईये। 

वर्षापात के समय पानी का भंडारण कर लेने से उसका फायदा आगे मिलेगा। खेती के लिए पानी हर समय उपलब्ध रहेगा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि लेमनग्रास से बनी चाय सभी पत्रकारों को भी पिलवाईये।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बेलागांव का भ्रमण कर हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर लाइट योजना का निरीक्षण किया और सरकार के द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के संबंध में ग्रामीणों से जानकारी ली।

ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान अपनी- अपनी समस्याओं को रखा, जिसके समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया। 

सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत जीविका महिला उद्यमियों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। 

जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमलोगों को अच्छी आमदनी हो रही है, आपकी वजह से हमलोगों का परिवार खुशहाल है। 

आपका आशीर्वाद हम सब पर हमेशा बना रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको आगे बढ़ाने और आपकी आमदनी बढ़ाने के लिए हमारा प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

जीविका दीदी श्रीमती देवंती देवी ने मुख्यमंत्री को बताया कि हम 15 वर्षों से जीविका समूह से जुड़े हुए हैं। हमको इससे काफी लाभ मिला है और मेरा परिवार खुशहाल है।

मुख्यमंत्री ने देवंती देवी को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए कामनाएं कीं। मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों द्वारा उत्पादित मशरुम, श्रृंगार के सामान, लकड़ी और पत्थर मूर्ति आदि को भी देखा।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कहा कि मशरूम की खेती के लिए गरीबों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें।

मुख्यमंत्री ने ट्राई साईकिल योजना के लाभार्थियों एवं मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के लाभार्थियों को चाबी प्रदान किया।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजन, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, स्टूडेंट क्रेडिट कार्य योजना के लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने चेक प्रदान किया ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना का लाभ अधिक से अधिक महिलाओं को दिलाएं।

इस पर विशेष ध्यान दें। मुख्यमंत्री ने ‘वाटर मैन लौंगी भुईयां को अंग वस्त्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने आवास प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा इस बार की यात्रा का मकसद यही है कि जो काम पहले हुआ है, हो रहा है या फिर जो बचा है उसे देखना और समझना। इसी को देखने के लिए हमलोग विभिन्न इलाकों में घूम रहे हैं। 

यहां पर जो भी काम हुआ है वह बहुत ही अच्छे ढंग से हुआ है। नल का जल हर घर में उपलब्ध हो गया है। 

घर का पानी निकालने के लिए पक्की गली और नाली का भी निर्माण कराया गया है। गांव में सोलर लाईट भी लगा दी गई है। हमलोग एक-एक लोगों से बात कर उनकी स्थिति को जान और समझ रहे हैं। 

जीविका दीदियों ने काफी काम किया है। यह सब देखकर मुझे काफी अच्छा लग रहा है। जिस तरह से यहां पर काम हुआ है उसी तरह सभी जगहों पर काम करने का हमलोगों का संकल्प है। सरकार कई प्रकार की योजनाएं चला रही है। 

जो भी कमी सामने आ रही है उसे जल्द से जल्द पूरा करना है। किसी चीज को बना कर छोड़ना नहीं बल्कि उसे मेंटेन रखना है ताकि वह सब दिन के लिए सुरक्षित रहे। 

चाहे हर घर गली-नाली हो या फिर हर घर नल का जल, सभी को मेंटेन रखना है। इसे देखना ही हमारे घूमने का मकसद है। गांवों में सौर ऊर्जा वाली स्ट्रीट लाईट लगायी जा रही है ताकि लोगों को रातभर रौशनी मिले। सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगायी जा रही है। 

जिसको भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, उन सबका चयन करके राज्य सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। 

यहां भी 7 महिलाओं को इस योजना का लाभ मिला है। आवास उपलब्ध कराये जाने के साथ लाभुकों को आने-जाने का रास्ता भी उपलब्ध कराया जायेगा ताकि उन्हें कोई दिक्कत नहीं हो। आवास के साथ ही उन्हें सभी चीजों की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। लेमन ग्रास का काफी महत्व है।

लेमन ग्रास काफी सुंदर और स्वादिष्ट होता है। पटना जिले के एक हिस्से में भी लेमन ग्रास उगाना लोगों ने शुरु कर दिया था। 

वर्ष 2006 में ही हमने 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में लेमन ग्रास लगवाया था। इससे काफी फायदा होता है। पहले इन इलाकों में कुछ भी नहीं होता था अब लेमन ग्रास से काफी लाभ हो रहा है। 

इसको बाजार के साथ जोड़ा जा रहा है। लेमन ग्रास को और भी ज्यादा बढ़ावा देना है। 

किसानों को सहायता देने को लेकर सरकार काम कर रही है। किसान अगर किसी चीज का उत्पादन करते हैं तो उसकी बिक्री की भी सुविधा होनी चाहिए।

किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो इसको लेकर सरकार काम कर रही है। राज्य सभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब बातों को छोड़ दीजिए। वे मेरे खिलाफ बोलेंगे तभी उनको फायदा होगा।

इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, सूचना एवं जन-संपर्क सह जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, विधान पार्षद श्रीमती कुमुद वर्मा, विधान पार्षद अफाक आलम सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस० सिद्धार्थ, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव सह गया जिले के प्रभारी सचिव बी0 राजेंदर, समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा, कृषि विभाग के सचिव एन0 सरवन कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, मगध रेंज के पुलिस महानिरीक्षक छत्रनील सिंह, गया जिले के जिलाधिकारी त्यागराजन एस०एम०, वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

इसके पशचात् मुख्यमंत्री ने हथिया पत्थर पहाड़ स्थित गालैंड ट्रेंच का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये।

 

द दलाई लामा ट्रस्ट की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में दी गयी 20 लाख रूपये की सहायता राशि

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पटना : द दलाई लामा ट्रस्ट की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में 20 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की गयी।

द दलाई लामा ट्रस्ट की ओर से सेक्रेट्री ट्रस्टी श्री जेमफेल लुंधौप ने मुख्यमंत्री राहत कोष में राशि प्रदान करते हुये कहा कि राज्य के नागरिकों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रयास प्रशंसनीय है।

द दलाई लामा ट्रस्ट द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में दी गयी सहायता राशि को लेकर मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट के प्रति आभार जताया।

 

मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुये कहा कि परम पावन दलाई लामा के प्रति मैं अपना आभार प्रकट करता हॅू कि उन्होंने बिहार और बिहार की जनता के हित के लिये यह सहायता राशि प्रदान की।

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मुख्यमंत्री ने नीरा उत्पादक समूह द्वारा लगायी गयी नीरा उत्पादन चक्र की प्रदर्शनी का किया निरीक्षण

नीरा उत्पादकों को हरसंभव मदद के दिये निर्देश

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ‘समाधान यात्रा के क्रम में गया जिले के बोधगया प्रखंड स्थित ग्राम पंचायत इलरा में नीरा उत्पादक समूह द्वारा लगायी गयी नीरा उत्पादन चक्र की जीवंत प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। 

गरीबी निवारण हेतु बिहार सरकार की एक पहल नीरा से आजीविका संवर्द्धन के तहत लगाई गई इस जीवंत प्रदर्शनी में नीरा उत्पादक समूह द्वारा नीरा से पेड़ा / तिलकुट / लाई सहित बनाये जा रहे अन्य उत्पादों के बनाने की प्रक्रिया के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। नीरा संग्रहण सह विपणन केंद्र एवं जीविका दीदियों द्वारा ताड़ के पेड़ से बनी चटाई, मौनी, पंखा आदि से संबंधित लगाये गये स्टॉल का भी मुख्यमंत्री ने मुआयना किया।

नीरा उत्पादकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पहले ताड़ के पेड़ से ताड़ी उतारने का काम करते थे जिसमें प्रतिष्ठा भी नहीं रहती थी। हमसे ही ताड़ी पीकर लोग हमें गाली-गलौज भी किया करते थे, बावजूद इसके परिवार का भरण-पोषण करने के लिए मजबूरन ताड़ी बेचना पड़ता था। 

शराबबंदी के बाद राज्य सरकार के निर्देशानुसार हमलोग ताड़ी से नीरा बनाने का काम करने लगे हैं। इससे हमलोगों का मान-सम्मान बढ़ा है। आमदनी भी बढ़ी है। 

मुख्यमंत्री के समक्ष नीरा उत्पाद के काम में लगी जीविका दीदियों ने शराबबंदी एवं नीरा उत्पादन से जीवन में आये बदलाव से संबंधित गीत प्रस्तुत किया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नीरा से पेड़ा, लाई, तिलकुट आदि तरह-तरह के उत्पाद तैयार हो रहे हैं यह काफी स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्द्धक होता है। 

इसका ठीक ढंग से प्रचार-प्रसार कराएं ताकि इनकी और अधिक आमदनी बढ़ सके। ताड़ के वृक्ष से भी कई तरह की चीजें बन रही हैं। उन्होंने कहा कि नीरा उत्पादक बहुत ही बेहतर ढंग से काम कर रहे हैं। इन्हें सरकार की तरफ से हरसंभव मदद उपलब्ध करायी जाय।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बिहार में वर्ष 2019 में नीरा का उत्पादन शुरू कराया। इसके बाद कोरोना का संक्रमण शुरु होने के कारण नीरा का उत्पादन प्रभावित हुआ। पिछले वर्ष जब हम यात्रा पर थे हमने सभी लोगों से बातचीत कर कहा कि नीरा का उत्पादन होना चाहिए। 

अब सभी जगहों पर नीरा उत्पादन का काम हो रहा है। सूर्योदय के पहले ही नीरा को पेड़ से निकालना है। नीरा काफी स्वादिष्ट होता है। नीरा से मिठाई समेत एक-एक तरह की चीजें बनती हैं यहां पर खजूर के पेड़ से नीरा निकालकर कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाये जा रहे हैं। नीरा के उत्पादन पर हम शुरू से जोर देते रहे हैं। 

यहां पर काफी अच्छा काम हो रहा है। इससे लोगों की आमदनी बढ़ेगी। हमने लोगों से पहले ही कह दिया है कि ताड़ी का काम छोड़कर नीरा का उत्पादन कीजिए। 

इसके लिए जो भी मदद की जरूरत है वह सरकार करेगी सरकार प्रति परिवार एक लाख रुपये तक की मदद करने को तैयार है। आगे जरूरत पड़ेगी तो और भी मदद की जायेगी। नीरा उत्पादन के लिए लोगों को प्रेरित करते रहना जरुरी है नीरा उत्पादन के प्रति लोग अब प्रेरित हो रहे हैं। 

मुझे आज यहां आकर देखने का मौका मिला है। नीरा का उत्पाद देखकर मुझे काफी खुशी हुई है। बिहार के कई इलाकों में ताड़ और खजूर के काफी पेड़ हैं। इनसे काफी मात्रा में नीरा का उत्पादन हो सकता है। 

सभी लोग जब नीरा का उत्पादन करने लगेंगे तो उनकी आमदनी काफी बढ़ेगी। नीरा का उपयोग करने से लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। शराब काफी नुकसानदायक होता है उसकी जगह पर नीरा का सेवन करने से लोगों का स्वास्थ्य बेहतर होगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पार्टी को अपना कार्यक्रम करने का अधिकार है उससे हमको कोई मतलब नहीं है। सभी पार्टियां कार्यक्रम करती रहती हैं।

जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा की भाजपा से बढ़ रही नजदीकियों के सवाल पर मुख्यमंत्री

ने कहा कि आपलोग उपेंद्र कुशवाहा जी को कह दीजिए कि हमसे बात कर लें। वे तो दो-तीन बार हमें छोड़कर गये और खुद मेरे पास आये उनकी क्या इच्छा है, मुझे नहीं मालूम है मुझे पता चला है कि अभी उनकी तबीयत खराब है, हम बाहर है. उनका हालचाल ले लेंगे। वैसे सभी को भी कहीं आने जाने का अधिकार है। मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। 

अभी हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात हुई थी तो वे पार्टी के पक्ष में ही बोल रहे थे। स्वस्थ होकर वे पटना आयेंगे तो हम उनसे पूछ लेंगे कि क्या मामला है।

मगध यूनिवर्सिटी का सेशन लेट होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग सत्र को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। कॉलेज और यूनिवर्सिटी की स्थिति ठीक नहीं है। इस संबंध में हमने पहले भी कहा है। इसको लेकर शिक्षा विभाग और गवर्नर साहब को भी कहा जा रहा है कि सभी यूनिवर्सिटी को देख लीजिए गया से मेरा काफी लगाव है। 

गया ऐतिहासिक जगह है। शिक्षा व्यवस्था को सुधारने को लेकर जो जरुरी चीज है उसको लेकर हमलोग कहते रहते हैं। मगध यूनिवर्सिटी का सेशन क्यों लेट हो रहा है इसको लेकर हम पूछताछ करेंगे। सही समय पर परीक्षा और उसका रिजल्ट जारी होना चाहिए।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने बोधगया के महाबोधि मंदिर में पूजा- अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री का गया एयरपोर्ट पर अभिनंदन किया गया।

इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो० जमा खान, सूचना प्रावैधिकी मंत्री सह गया जिले के प्रभारी मंत्री मो0 इसराईल मंसूरी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव, अनुसूचित जाति / जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, सांसद विजय मांझी, विधायक ज्योति देवी, विधायक विनय कुमार विधायक अजय यादव, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन सह गया जिले के प्रभारी सचिव बी० राजेन्द्र, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था संजय सिंह, आयुक्त मगध प्रमंडल मयंक बरबड़े, पुलिस महानिरीक्षक मगध प्रक्षेत्र क्षत्रनील सिंह, जिलाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एस०एम०, वरीय पुलिस अधीक्षक गया आशीष भारती सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री ने समाधान यात्रा के क्रम में गया जिले की जीविका दीदियों के साथ किया संवाद

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाधान यात्रा के क्रम में गया जिले की जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र, बोधगया में आयोजित संवाद कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदियों ने हिस्सा लिया। संवाद कार्यक्रम में जीविका समूह के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य करने वाली 7 जीविका दीदियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किये। सभी ने जीविका समूह से जुड़ने के बाद अपने परिवार के जीवन स्तर में हो रहे बदलाव को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।

मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान जीविका दीदी श्रीमती नूरजहां खातून ने बताया कि वर्ष 2007 में दहेज नहीं देने के कारण ससुराल वालों ने मुझे घर से निकाल दिया था। मायके में मेरे पिता जी ने थोड़ी जगह दी तो मैं मिट्टी का घर बनाकर वहाँ रहने लगी। हम दोनों पति-पत्नी सिलाई का काम करते थे। फिर अगरबत्ती बनाने का काम हमलोगों ने शुरू किया। इसी बीच मेरे पति बीमार पड़ गये, आर्थिक तंगी हो गई, जिसके कारण हमलोग एक समय खाना खाते थे और एक समय भूखे पेट सोते थे। जीविका दीदी ने मेरी दयनीय स्थिति देखकर मुझे जीविका समूह से जुड़ने की सलाह दी। मैं जीविका समूह से जुड़ गई और समूह के काम से घर से बाहर जाने लगी तो मेरे पति तरह-तरह के सवाल खड़े करने लगे लेकिन जब मुझे समूह से आर्थिक मदद मिली तो सिलाई मशीन खरीदकर मैं घर पर कपड़ा सिलने का काम करने लगी। इससे प्रतिमाह 10-11 हजार रुपये की आमदनी होने लगी। मेरे बच्चे इंगलिश मीडियम स्कूल में पढ़ने लगे तब पति भी मुझे सहयोग करने लगे। मेरे तीन बच्चे हैं एक डिप्लोमा कर रहा है, एक इंटर में है और एक नौंवीं कक्षा में पढ़ रहा है। जीविका योजना के कारण मेरा सपना साकार हुआ। पैसे की बचत कर मैने अपना मकान बनाया आज मेरा परिवार खुशहाल है। बाल विवाह दहेज प्रथा के विरुद्ध और शराबबंदी के पक्ष में हम सभी जीविका दीदियां निरंतर अभियान चला रही हैं। ‘अब नीम की डाल चंदन से कम नहीं, हमारा घर गया, बोधगया और लंदन से कम नहीं। उन्होंने जीविका समूह के प्रति अपना आभार प्रकट किया।

जीविका दीदी श्रीमती सविता देवी ने बताया कि हम पति-पत्नी दोनों विकलांग हैं। पहले शराब बनाने और बेचने का काम करते थे, जिसके कारण समाज में मान-सम्मान नहीं मिलता था। शराब पीने के बाद लोग गाली भी दिया करते थे। शराबबंदी के बाद खाने के लाले पड़ गये लेकिन जीविका समूह से मुझे दीदियों ने जोड़कर सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिलाया जिससे ट्राई साइकिल खरीदकर अपने पति को दिया, जिससे वे बिस्किट बेचने का काम करने लगे। पैसे की बचत कर हमने दुकान खोली, आज मेरे तीनों बच्चे पढ़ रहे हैं। हर महीने 6 से 8 हजार रुपये की आमदनी हो रही है। मेरे बच्चों को अच्छा भोजन और वस्त्र जीविका योजना के कारण ही उपलब्ध हो सका है। इसके लिये मुख्यमंत्री नीतीश भईया को मैं बहुत-बहुत धन्यवाद हूं।

जीविका दीदी श्रीमती अमोला देवी ने बताया कि उनका परिवार शराब बनाने का काम करता था। वर्ष 2012 में मेरे पति का देहांत हो गया। 5 बच्चों के खर्च की जिम्मेवारी मेरे कंधे पर आ गई। इसी बीच मुझे जीविका समूह के विषय में जानकारी मिली। समूह से जुड़ने के बाद मिली आर्थिक मदद से वे अपने बेटे के लिये सेंटरिंग का सामान खरीदी। उनका बेटा पटना में सेंटरिंग का काम सीखा था। अब 10 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह आमदनी हो रही है। पैसे की बचत कर टेम्पू भी खरीदी। अब मेरा मकान भी बन गया है। जीविका योजना नीतीश भइया की देन है, जिसके कारण हमारा परिवार आगे बढ़ा है।

जीविका दीदी श्रीमती रीता देवी ने बताया कि गरीबी के कारण वे बच्चों के लिये बिस्किट भी खरीदने में असमर्थ थीं। वर्ष 2010 में जीविका समूह से जुड़ी उसके बाद झारखंड, यू०पी०, ओड़िशा, राजस्थान जाकर दीदियों को प्रशिक्षित करने का काम किया। आज मेरी बेटी बी०ए० की पढ़ाई कर रही है। 20 लाख खर्च कर मकान भी बना लिया और 12 कट्ठा जमीन भी खरीद ली। मुख्यमंत्री के प्रति मैं सदा आभारी रहूंगी।

जीविका दीदी श्रीमती गीता देवी ने बताया कि शराबबंदी से पहले ताड़ी बेचकर मेरे परिवार का भरण-पोषण होता था। पति बीमार रहते थे। हमारे 6 बच्चे थे, जीविका समूह से जुड़कर मैंने दुकान खोली और पति का इलाज भी कराया। आज मेरे सभी बच्चे पढ़ रहे हैं। एक समय ऐसा था कि एक शाम खाते और एक शाम भूखे पेट सोते थे। अब हमने अपना मकान भी बना लिया है।

जीविका दीदी श्रीमती सुषमा कुमारी ने बताया कि वर्ष 2012 में मेरी शादी हुई। घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी। वर्ष 2014 में जीविका समूह से जुड़कर गर्भवती महिलाओं के कल्याण के लिये काम शुरू किया। जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के लिये गर्भवती महिलाओं को परामर्श देती हूँ। जन्म के तुरंत बाद बच्चे को मां का दूध पिलाना आवश्यक है। इससे बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास होगा। मेरा मानना है कि जीविका है तो हम महिलाओं का जीवन है। मैं ए०एन०एम० की ट्रेनिंग पूरी करने वाली हूं। जीविका समूह से जुड़कर ही मेरा यह सपना पूरा होने वाला है।

जीविका दीदी श्रीमती गीता कुमारी ने बताया कि जीविका समूह से जुड़कर हमने मशरुम उत्पादन करना सीखा। घर में वर्मी कम्पोस्ट बनाकर मशरुम उत्पादन करने लगी। अब 40 दीदियों से मशरूम की खेती करवा रही हूं। मशरुम उत्पादन के लिये हैदराबाद में मैने ट्रेनिंग ली थी। जीविका के लिये मुख्यमंत्री को धन्यवाद देती हूं।

संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी सिलसिले में जीविका दीदियों के साथ मिलने और उनकी बात सुनने का मौका मिला है। मुझे इसके लिए बहुत खुशी हो रही है। हमारा उद्देश्य है कि सभी जगह घूमकर देखें, जो योजनाएं चलाई जा रही हैं उसका लाभ लोगों को कितना मिल रहा है और क्या किये जाने की जरूरत है। आज 7 जीविका दीदियों ने अपनी बातें रखी हैं। आप से जो संवाद हो रहा है उससे कई और बातों की जानकारी मुझे मिल रही है। आपलोगों ने जो कई अच्छे कार्य किए हैं उससे आपके परिवार और समाज में जो बदलाव हो रहा है उसकी भी जानकारी मिली है। आज यहां बड़ी संख्या में जीविका दीदियां उपस्थित हैं। मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं और आपका अभिनंदन करता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने वर्ष 2006 में जीविका समूह का गठन किया। स्वयं सहायता समूह का नामकरण ‘जीविका’ किया और हमने ही जीविका दीदी का भी नामकरण किया। उस समय केंद्र सरकार के मंत्री ने आकर जीविका समूह के कामों को देखा और पूरे देश में इसका नामकरण ‘आजीविका किया यानि बिहार की जीविका पूरे देश में आ जाए। उन्होंने कहा कि जीविका समूह से एक करोड़ 30 लाख से अधिक महिलायें जुड़ गई हैं। 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ है। हमलोगों ने कर्ज लेकर जीविका समूह की संख्या बढ़ाई। पहले महिलाएं बोल नहीं पाती थीं और अब कितने अच्छे ढंग से आगे बढ़कर अपनी बातें रख रही हैं और परिवार को भी आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले महिलाएं सिर्फ घर में काम करती थीं, अब पुरुष के साथ महिलाएं भी कमा रही हैं, जिससे परिवार की अच्छी आमदनी हो रही है। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा। हमलोगों ने गरीब परिवार को आगे बढ़ाने के लिए कई काम किए हैं। आप सभी जीविका दीदियां बेहतर काम कर रही हैं। आपका काम महत्वपूर्ण है। आपके काम से आपके परिवार का हित तो हो ही रहा है। साथ ही पूरा समाज आगे बढ़ रहा है। हम आपके हित में हमेशा काम करते रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान लिए काफी काम किया है। पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित किया। हमलोगों ने वर्ष 2013 में बिहार पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। अब पुलिस बल में बड़ी संख्या में महिलाओं की भर्ती हो रही है। बिहार में जितनी महिलाएं पुलिस में हैं उतनी दूसरे राज्यों में भी नहीं हैं। इसके अलावा हमलोगों ने बिहार के सभी सरकारी सेवाओं की नौकरियों में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण का लाभ दिया है। बच्चियों को पढ़ाने के लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना शुरू की गई। बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज में नामांकन हेतु एक तिहाई सीट आरक्षित की गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 के जुलाई महीने में जीविका समूह की एक बैठक में महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी लागू की गई। आप सभी गड़बड़ करने वाले लोगों को समझायें। शराब बुरी चीज है, इसका सेवन न करें। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। आप सभी दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलाते रहें। दहेज की लेन-देन करने वालों की शादी में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में लड़की की, जबकि 21 वर्ष की उम्र में लड़के की शादी होनी चाहिये। आप सभी अपने काम के साथ-साथ बाल विवाह के विरुद्ध अभियान भी चलाते रहिये। दहेज प्रथा खत्म होनी चाहिये। लड़के वाले को दहेज लेने का कोई औचित्य नहीं है, इसके लिये कानून बना हुआ है। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में ठीक ढंग से पढ़ाई हो, शिक्षक उपस्थित रहें, इस पर आप सभी जीविका दीदियां नजर रखें और जो शिक्षक नहीं पढ़ाएं उसकी जानकारी दें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीना बुरी बात है। इसके संबंध में हमने बुकलेट भी छपवाई है और घर-घर इसे पहुंचाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब पीने से होने वाली बीमारी के बारे में 2018 में सर्वे की रिपोर्ट प्रकाशित की। इसमें बताया कि पूरे एक वर्ष में 30 लाख लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से हुई। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत लोगों की मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। जितने आत्महत्या के मामले आते हैं उसमें 18 प्रतिशत आत्महत्या शराब पीने के कारण होती हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने से 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटना होती हैं। शराब पीने से 200 प्रकार की गंभीर बीमारी भी होती हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई थी और उस दौरान बापू ने कहा था कि शराब न सिर्फ आदमियों का पैसा छीन लेती है बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला व्यक्ति हैवान हो जाता है। सभी जीविका दीदियां लोगों को समझाएं और जहां भी जाएं सभी लोगों को बुकलेट दें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में सर्वे कराया तो पता चला कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। फिर सर्वे कराने के लिए कहा है जिसमें और बातें सामने आएंगी। गड़बड़ करने वाले लोगों को समझाएं। हमलोग आपलोगों को बढ़ाना चाहते हैं, आपलोग अच्छे ढंग से काम कीजिए। आपलोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। जीविका समूह में सभी जाति, सभी धर्म के लोग मिलकर काम कर रहे हैं और सभी आगे बढ़ रहे हैं। आपका काम और बढ़े, आपकी आमदनी बढ़े, इसके लिए हम काम करते रहेंगे। समाज में किसी जाति, किसी धर्म के हों, सभी आपस में मिल-जुलकर रहें। एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखें। इससे समाज, परिवार और देश आगे बढ़ेगा।थीं, अब पुरुष के साथ महिलाएं भी कमा रही हैं, जिससे परिवार की अच्छी आमदनी हो रही है। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा। हमलोगों ने गरीब परिवार को आगे बढ़ाने के लिए कई काम किए हैं। आप सभी जीविका दीदियां बेहतर काम कर रही हैं। आपका काम महत्वपूर्ण है। आपके काम से आपके परिवार का हित तो हो ही रहा है। साथ ही पूरा समाज आगे बढ़ रहा है। हम आपके हित में हमेशा काम करते रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान लिए काफी काम किया है। पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित किया। हमलोगों ने वर्ष 2013 में बिहार पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। अब पुलिस बल में बड़ी संख्या में महिलाओं की भर्ती हो रही है। बिहार में जितनी महिलाएं पुलिस में हैं उतनी दूसरे राज्यों में भी नहीं हैं। इसके अलावा हमलोगों ने बिहार के सभी सरकारी सेवाओं की नौकरियों में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण का लाभ दिया है। बच्चियों को पढ़ाने के लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना शुरू की गई। बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज में नामांकन हेतु एक तिहाई सीट आरक्षित की गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 के जुलाई महीने में जीविका समूह की एक बैठक में महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी लागू की गई। आप सभी गड़बड़ करने वाले लोगों को समझायें। शराब बुरी चीज है, इसका सेवन न करें। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। आप सभी दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलाते रहें। दहेज की लेन-देन करने वालों की शादी में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में लड़की की, जबकि 21 वर्ष की उम्र में लड़के की शादी होनी चाहिये। आप सभी अपने काम के साथ-साथ बाल विवाह के विरुद्ध अभियान भी चलाते रहिये। दहेज प्रथा खत्म होनी चाहिये। लड़के वाले को दहेज लेने का कोई औचित्य नहीं है, इसके लिये कानून बना हुआ है। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में ठीक ढंग से पढ़ाई हो, शिक्षक उपस्थित रहें, इस पर आप सभी जीविका दीदियां नजर रखें और जो शिक्षक नहीं पढ़ाएं उसकी जानकारी दें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीना बुरी बात है। इसके संबंध में हमने बुकलेट भी छपवाई है और घर-घर इसे पहुंचाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब पीने से होने वाली बीमारी के बारे में 2018 में सर्वे की रिपोर्ट प्रकाशित की। इसमें बताया कि पूरे एक वर्ष में 30 लाख लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से हुई। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत लोगों की मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। जितने आत्महत्या के मामले आते हैं उसमें 18 प्रतिशत आत्महत्या शराब पीने के कारण होती हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने से 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटना होती हैं। शराब पीने से 200 प्रकार की गंभीर बीमारी भी होती हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई थी और उस दौरान बापू ने कहा था कि शराब न सिर्फ आदमियों का पैसा छीन लेती है बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला व्यक्ति हैवान हो जाता है। सभी जीविका दीदियां लोगों को समझाएं और जहां भी जाएं सभी लोगों को बुकलेट दें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में सर्वे कराया तो पता चला कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। फिर सर्वे कराने के लिए कहा है जिसमें और बातें सामने आएंगी। गड़बड़ करने वाले लोगों को समझाएं। हमलोग आपलोगों को बढ़ाना चाहते हैं, आपलोग अच्छे ढंग से काम कीजिए। आपलोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। जीविका समूह में सभी जाति, सभी धर्म के लोग मिलकर काम कर रहे हैं और सभी आगे बढ़ रहे हैं। आपका काम और बढ़े, आपकी आमदनी बढ़े, इसके लिए हम काम करते रहेंगे। समाज में किसी जाति, किसी धर्म के हों, सभी आपस में मिल-जुलकर रहें। एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखें। इससे समाज, परिवार और देश आगे बढ़ेगा।थीं, अब पुरुष के साथ महिलाएं भी कमा रही हैं, जिससे परिवार की अच्छी आमदनी हो रही है। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा। हमलोगों ने गरीब परिवार को आगे बढ़ाने के लिए कई काम किए हैं। आप सभी जीविका दीदियां बेहतर काम कर रही हैं। आपका काम महत्वपूर्ण है। आपके काम से आपके परिवार का हित तो हो ही रहा है। साथ ही पूरा समाज आगे बढ़ रहा है। हम आपके हित में हमेशा काम करते रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान लिए काफी काम किया है। पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित किया। हमलोगों ने वर्ष 2013 में बिहार पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। अब पुलिस बल में बड़ी संख्या में महिलाओं की भर्ती हो रही है। बिहार में जितनी महिलाएं पुलिस में हैं उतनी दूसरे राज्यों में भी नहीं हैं। इसके अलावा हमलोगों ने बिहार के सभी सरकारी सेवाओं की नौकरियों में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण का लाभ दिया है। बच्चियों को पढ़ाने के लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना शुरू की गई। बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज में नामांकन हेतु एक तिहाई सीट आरक्षित की गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 के जुलाई महीने में जीविका समूह की एक बैठक में महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी लागू की गई। आप सभी गड़बड़ करने वाले लोगों को समझायें। शराब बुरी चीज है, इसका सेवन न करें। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। आप सभी दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलाते रहें। दहेज की लेन-देन करने वालों की शादी में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में लड़की की, जबकि 21 वर्ष की उम्र में लड़के की शादी होनी चाहिये। आप सभी अपने काम के साथ-साथ बाल विवाह के विरुद्ध अभियान भी चलाते रहिये। दहेज प्रथा खत्म होनी चाहिये। लड़के वाले को दहेज लेने का कोई औचित्य नहीं है, इसके लिये कानून बना हुआ है। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में ठीक ढंग से पढ़ाई हो, शिक्षक उपस्थित रहें, इस पर आप सभी जीविका दीदियां नजर रखें और जो शिक्षक नहीं पढ़ाएं उसकी जानकारी दें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीना बुरी बात है। इसके संबंध में हमने बुकलेट भी छपवाई है और घर-घर इसे पहुंचाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब पीने से होने वाली बीमारी के बारे में 2018 में सर्वे की रिपोर्ट प्रकाशित की। इसमें बताया कि पूरे एक वर्ष में 30 लाख लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से हुई। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत लोगों की मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। जितने आत्महत्या के मामले आते हैं उसमें 18 प्रतिशत आत्महत्या शराब पीने के कारण होती हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने से 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटना होती हैं। शराब पीने से 200 प्रकार की गंभीर बीमारी भी होती हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई थी और उस दौरान बापू ने कहा था कि शराब न सिर्फ आदमियों का पैसा छीन लेती है बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला व्यक्ति हैवान हो जाता है। सभी जीविका दीदियां लोगों को समझाएं और जहां भी जाएं सभी लोगों को बुकलेट दें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में सर्वे कराया तो पता चला कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। फिर सर्वे कराने के लिए कहा है जिसमें और बातें सामने आएंगी। गड़बड़ करने वाले लोगों को समझाएं। हमलोग आपलोगों को बढ़ाना चाहते हैं, आपलोग अच्छे ढंग से काम कीजिए। आपलोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। जीविका समूह में सभी जाति, सभी धर्म के लोग मिलकर काम कर रहे हैं और सभी आगे बढ़ रहे हैं। आपका काम और बढ़े, आपकी आमदनी बढ़े, इसके लिए हम काम करते रहेंगे। समाज में किसी जाति, किसी धर्म के हों, सभी आपस में मिल-जुलकर रहें। एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखें। इससे समाज, परिवार और देश आगे बढ़ेगा।संवाद कार्यक्रम में जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया । सहकारिता मंत्री श्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र भेंटकर उनका अभिनंदन किया।


मुख्यमंत्री ने समाधान यात्रा’ के क्रम में गया जिले की समीक्षात्मक बैठक की

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के क्रम में गया जिले में विभिन्न विभागों द्वारा चलायी जा रही विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति के संबंध में महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र, बोधगया के कॉन्फ्रेंस हॉल में जिलास्तरीय समीक्षात्मक बैठक की। इस समीक्षात्मक बैठक में गया जिले के सांसद, विधायकगण / विधान पार्षदगण तथा विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव शामिल हुए।

बैठक में जिलाधिकारी गया श्री त्यागराजन एस० एम० ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिले में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अपने प्रस्तुतीकरण में हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियां, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना/ कुशल युवा कार्यक्रम, सात निश्चय-1 के तहत जिले में निर्माण किए जाने वाले भवनों की स्थिति, पॉलिटेक्निक संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना, मत्स्य संसाधन का विकास, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के शैक्षणिक उत्थान के लिए आवासीय विद्यालय, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, महादलित सामुदायिक भवन सह वर्क शेड योजना, जीविका समूह का गठन, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, अल्पसंख्यक छात्रावास योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक छात्रावास अनुदान योजना, अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास योजना (पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए), जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास योजना ( अति पिछड़ा वर्ग हेतु), हर खेत तक सिंचाई का पानी सहित अन्य

योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। बैठक में शामिल जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं। जनप्रतिनिधियों की समस्याओं के यथाशीघ्र समाधान हेतु मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये।

बैठक में मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हमलोगों ने सात निश्चय योजना-2 के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का निर्णय लिया है। इस काम को तेजी से करायें। गया की धरती काफी महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक है। यहां विशेष तौर पर ध्यान दीजिये ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पेयजल की सुविधा सबको उपलब्ध हो। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत गरीब परिवार के बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिये की गई है। इस पर विशेष तौर पर ध्यान दीजिये। किसी भी छात्र का आवेदन लंबित न रहे। इस योजना का लाभ छात्रों को समय से मिले ताकि उन्हें पढ़ाई में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। पूरे देश में जो मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थायें हैं, उनमें अध्ययनरत छात्रों को इसका लाभ दें। कोई वंचित न रहे इसका ध्यान रखें। सात निश्चय योजना-1 के तहत इसे शुरू किया गया है। अन्य शैक्षणिक कोर्स भी अगर इसमें जोड़ने की

जरूरत हो तो उस पर विचार करें। उच्चतर शिक्षा हेतु बालिकाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के भुगतान में विलंब न करें, इस तेजी से करायें। हमलोगों ने वर्ष 2009 में बिहार के सभी अनुमंडलों में डिग्री कॉलेज खोलने का निर्णय लिया। जो अनुमंडल बने हैं उन सभी में भी डिग्री कॉलेज खोलने की दिशा में काम तेजी से करायें। मगध विश्वविद्यालय में पढ़ाई और परीक्षा समय पर नहीं होने की शिकायतें मिली हैं। इस संबंध में बातकर समाधान निकालें। रबर डैम को मेंटेन रखें, उसके आसपास साफ-सफाई रहे इसका विशेष रूप से ध्यान रखें।

– AnjNewsMedia Presentation

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