DM News Latest : DM Gaya डॉ० त्यागराजन एसएम समाहरणालय सभाकक्ष में कृषि विभाग एवं ज़िले में विभिन्न नहर परियोजना के पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।
Today News : जिला पदाधिकारी ने सिंचाई प्रमंडल गया, तिलैया नहर प्रमंडल, सोन उच्च स्तरीय प्रमंडल, टिकारी नहर प्रमंडल के अभियंताओं को निर्देश दिया कि अभी से ही सभी नहरों का साफ-सफाई तेजी से प्रारंभ करवाना सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक नहर में पानी लाते हुए किसानों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराया जा सके।
DM Review : समीक्षा बैठक में कुर्था नहर परियोजना अभियंता ने बताया कि प्रत्येक 3 किलोमीटर पर मेल कैनाल में मजदूर एवं मशीन लगाकर अच्छे तरीके से नहर का साफ-सफाई कराया जा रहा है नहर के दोनों सतह पर पक्कीकरण का काम कराया जा रहा है।
Latest : बताया गया कि औरंगाबाद इंद्रपुरी बराज से होते हुए टेकारी डिवीजन में पानी आता है उसके बाद कुर्था डिवीजन में कैनाल के माध्यम से पानी जाता है।
DM Thiyagarajan SM ने DAO (जिला कृषि पदाधिकारी) को निर्देश दिया कि जिले के सभी नहर प्रमंडल के अभियंताओं से समन्वय स्थापित रखें तथा लगातार मोनिटरिंग करे कि कौन से नहर में कितना पानी और कब आ रहा है। टिकारी नगर से 3855 हेक्टेयर की सिंचाई होती है।
जिला पदाधिकारी ने कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में नहर प्रणाली सिस्टम का एक अच्छे तरीके से मैप तैयार करें जिसमें यह दर्शाए की किस नहर से किस क्षेत्र में कितना हेक्टेयर सिंचाई होता है।
तिलैया प्रमंडल नहर के समीक्षा के दौरान बताया गया कि टनकुप्पा, फतेहपुर, मोहड़ा एवं वजीरगंज के क्षेत्र में कुल 17000 हेक्टेयर की सिंचाई होती है।
अपर मोरहर नहर परियोजना के समीक्षा के दौरान बताया गया कि आमस, बांकेबाजार, गुरुआ के क्षेत्र में लगभग 10 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होती है।
धान का बिचड़ा वितरण के समीक्षा के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा जिले को 3200 कुंटल धान का बिचड़ा प्राप्त हुआ है। लगभग 33% किसानों के बीच अब तक धान का बिचड़ा का वितरण हो चुका है। जिला पदाधिकारी ने बीज वितरण को पूरी पारदर्शिता से तेजी से वितरित कराने का निर्देश दिए।
Gaya DM डॉ० त्यागराजन एसएम : जिले में प्लांटेशन के संबंध में विस्तार से बैठक किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिले में 16 लाख पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि जिले में जितने भी जल संरचना है उन सभी के समीप 03 लाख 67 हजार लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। जिले में 34 नर्सरी है जिसमें 12 नर्सरी वन विभाग का तथा 22 नर्सरी मनरेगा का है। लक्ष्य के विरुद्ध पर्याप्त संख्या में नर्सरी में पौधे उपलब्ध है। 1 लाख 41 हजार पौधा, 2 फीट से ऊपर के हैं।
जिला पदाधिकारी ने जीविका के डीपीएम को निर्देश दिया कि डिमांड के अनुसार पेड़ों का अच्छे से आकलन तैयार करे की किस प्रकार के पौधा कहां लगाया जाना है।
जिला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिए कि जिले के सभी प्राइवेट विद्यालयों, आईआईएचएम, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, मगध यूनिवर्सिटी सहित अन्य संस्थानों के साथ बैठकर उनसे प्रतिवेदन प्राप्त करे की कितनी संख्या में कौन सा पौधा उन्हें आवश्यकता है।
बैठक में कृषि विभाग के पदाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत इस वर्ष जामुन के 2 हेक्टेयर केला के 5 हेक्टेयर आम के 10 हेक्टेयर फलदार पौधा लगाने का लक्ष्य विभाग द्वारा प्राप्त हुआ है। जिसके ऐवज में किसानों से आवेदन जनरेट करने का कार्य किया गया है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि सड़क के दोनों और बड़े पैमाने पर पौधारोपण का कार्य करें।