
गया, (अंज न्यूज़ मीडिया)
घटना की जितनी भी निंदा की जाय कम ही होगी। सच, मणिपुर में भारत की अवधारणा पर हमला हुआ है। देश को शर्मशार करने वाली मणिपुर की घटना के खिलाफ वहां के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह एवं केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का पुतला दहन कर विरोध जताया। गया में कांग्रेस पार्टी ने घटना का घोर निंदा किया। कांग्रेस ने कहा मोदी राज की यही सच्चाई है। पीएम मोदी ने देश को रसातल में ठेल दिया है। उदाहरण सामने है। देश की महिलाएं असुरक्षित है। इसका मतलब साफ है की देश असुरक्षित है। महिलाओं पर जुर्म और अत्याचार यह दर्शाती है कि मोदी सरकार फ्लॉप है। सिर्फ कहने भर का है मोदी राज। मोदी राज का असली चेहरा देश के सामने महिलाओं कि जुर्म के रूप में झलकती है। निक्कमी मोदी सरकार चुप्पी साधे बैठी है। यह सरकार महिला विरोधी है ही, अनुसूचित जाति- अनुसूचित जाति जनजाति विरोधी भी। जिसकी शर्मशार चेहरा दुनिया के सामने है।
इस घटना से देश ही नहीं, दुनिया में मोदी राज की पोल खुली। ऐसी है मोदी की इंडिया।
जाहिर हो मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पैरेड कराए जाने संबंधित घटना से संपूर्ण देश शर्मशार हो उठा। ऐसे में वहां के मुख्यमंत्री के बेतुका बयान भी देश को झकझोर दिया। जो आग में घी डालने के समान है। वैसे मुख्यमंत्री को अविलंब बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की आवाज बुलंद करते एवं केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की चुप्पी से देश की महिलाएं काफी आक्रोशित हैं।
कॉंग्रेसियों ने पुतला दहन कर मानव को शर्मशार करने वाली घटना का घोर विरोध किया। नेताओं ने कहा की मणिपुर की इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध रहने के कारण शेष भारत को इस बात का जरा भी अंदाज नहीं था की मणिपुर में इतनी भयानक घटना घटी। घटना उजागर होने के बाद पूरे देश में भयानक आक्रोश है।
उन्होंने कहा केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी पूरी तरह अक्षम्य है। क्योंकि मणिपुर के मुख्यमंत्री से बात करने या बयान जारी करने के लिए 76 दिनों का इंतजार क्यों किया गया। प्रधानमंत्री को विदेश दौरा, चुनावी भाषण, उद्घाटन समारोह, 38 दलों की बैठक आदि कार्यक्रमों में शामिल होने का समय था परंतु 80 दिनों से जल रहे मणिपुर जाने का वक्त नहीं था।