![]() Advertisement
|
ग्रामीणों ने PM Modi से की बिहार गंगाजलापूर्ति योजना की जाँच की माँग |
ग्रामीणों ने मोदी सरकार से इस योजना की जाँच की माँग की
Villager ने कहा नीतीश सरकार की फ़्लॉप योजना Gangajal
इस योजना के सहारे गयाजी के Tetar Reservoir में पटना की नर्क पहुँच गई, जिससे गयाजी अशुद्ध हो गया : Public
गयाजी के लिए नर्क का दिन आ गया : Villagers
![]() |
CM नीतीश ने गंगाजी के अस्तित्व को खतरे में डाला गया के तेतर जलाशय ! पटना की गंदगी से अशुद्ध हुआ गयाजी |
गया : लोगों ने साफ शब्दों में दो-टूक कहा बिहार सरकार की नल- जल Yojana सफल नहीं हो सकी, तो घर- घर Gangajal पहुँचाने की योजना क्या सफल होगा।
ना जानूं, भविष्य में कितना कारगर होगा कहना मुश्किल। मुख्य रूप से यह भी नीतीश सरकार की फ़्लॉप योजना है। CM नीतीश कुमार ने गंगाजी के अस्तित्व को पूरी तरह से खतरे में डाल दिया है। उन्होंने शायद, वगैर NOC लिए हुए गंगाजी के अस्तित्व के साथ खेलबाड़ किया है। इसकी गहन जाँच होनी चाहिए। PM Modi से इस योजना की जाँच की मांग यहां की जनता करती है।
इस योजना में सरकारी राशि का भारी घोटाले की संभावना भी झलकती है। सूबे बिहार की नीतीश सरकार बेरोज़गारों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक भी उद्योग नहीं लगाई है। झूठे गंगाजल घर- घर पहुँचाने की फर्जीवाड़ा कर रही है। इस योजना की पूरी तहक़ीक़ात होनी चाहिए। क्योंकि गंगा जल को कितना भी साफ कर दिया जाय वह सामान्य जल से बिल्कुल भिन्न होता है। मानव जीवन पर जिसका गहरा प्रभाव पड़ता है। जो दूरगामी दुष्प्रभाव को जन्म देता है। इसमें कोई दे राय नहीं।
![]() |
गया जिले के तेतर जलाशय में पहुंची पटना की नर्क ! तेतर गांव का शुद्ध आवोहवा हुआ अशुद्ध |
गंगाजल पीने के लिए नहीं होता है। यह सत्य है। ग्रामीणों ने केंद्र की मोदी सरकार से इस योजना की जाँच की माँग की है।
बिहार सरकार बेरोज़गारों के लिए उद्योग नहीं लगा सकी, अब गंगाजी के साथ खिलबाड़ कर रही है
ग्रामीणों ने कहा वैसे भी अब गंगाजी, बहुत किनारा ले चुके हैं, घाटों से बहुत दूर हो चुके हैं गंगाजी। गंगाजी सिकुड़ते- सिमटते जा रहे हैं।घर- घर गंगाजल पहुँचाने की योजना एक असफल योजना है। इस योजना के सहारे गयाजी के तेतर जलाशय में पटना की नर्क पहुँच गई है। जिससे गया अशुद्ध हो गया है। जिससे जिले के मोहड़ा प्रखंड के तेतर गांव का शुद्ध आवोहवा अब अशुद्ध हो गया है। जो बहुत ही दुखद है। गयाजी के लिए नर्क का दिन आ गया।
ग्रामीणों ने दुख व्यक्त करते हुए कहा नल- जल के माध्यम से सही रूप से पीने का पानी लोगों तक नहीं पहुँच पा रहा है तो गंगाजल घर- घर कहाँ से पहुँचेगी।
जैसे बिहार सरकार की हरियाली योजना फ़्लॉप योजना है। ठीक, उसी तरह से यह गंगाजलापूर्ति योजना।
यह योजना लाभकारी योजना नहीं है। सरकारी ख़ज़ाने को खंगालने की योजना है। यही वजह है कि बिहार बदहाली में जीने को मजबूर है। उस पर सरकार की नज़र नहीं है। जैसे शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है। ठीक, उसी तरह अब गंगाजी को भी चौपट करेंगे।
➖ ANJnewsMEDIA Presentation