PM Modi in Parliament Today |{अब बदलेगा India की किस्मत} | (Narendra Modi) | [Hindi News]- Anj News Media

PM Modi in Parliament Today – PM Modi Speech in New Parliament – नई संसद से बदलेगी देश की तक़दीर

PM Modi in Parliament Today |{अब बदलेगा India  की किस्मत} | (Narendra Modi) | [Hindi News]- Anj News Media
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नए संसद भवन का PM Modi ने किया उद्घाटन  

PM Modi speech in New Parliament : नए संसद भवन में PM Modi in Parliament Today उन्होंने कहा भारत विविधता से भरा देश है। चुनौतियों से लड़ने वाला यह देश ! जब विश्वास के साथ आगे बढ़ता है तो इससे दुनिया के अनके देशों को प्रेरणा भी मिलती है। 

PM Modi in Parliament Today – भारत की हर सफलता आने वाले दिनों में दुनिया को प्रेरणा देगी : 

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नए संसद भवन के उद्घाटन का ऐतिहासिक क्षण

उन्होंने कहा आत्मनिर्भर और स्वावलंबी भारत का प्रतीक है यह नया संसद भवन। 

PM Modi speech in New Parliament : देश की नई संसद भवन का उद्घाटन के उपरांत PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ऐतिहासिक उद्गार व्यक्त किया। 

PM मोदी की ऐतिहासिक Speech in Hindi – PM Modi speech in New Parliament :

नए संसद भवन की जरूरतों के बारे में भी उन्होंने बताया। पीएम ने कहा कि हमें अगले 25 वर्षों में इंडिया को चकाचक विकसित राष्ट्र बनाना है। इसके लिए नए संकल्प लेने होंगे। आगे PM Modi ने कहा कि हमें ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना से आगे तरक्की की ओर बढ़ना होगा। और हमें अपने कर्तव्य पथ को सर्वोपरि बनाना होगा। 

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नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर PM
Narendra Damodar Das Modi ने दिया Speech

PM Modi in Parliament Today आगे कहा हर राष्ट्र के विकास यात्रा में सुनहरा अवसर आता है। और देश अंगड़ाई लेने लगती है। आजादी से 25 साल पहले महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश उद्वेलित हुआ। 

25 साल बाद भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरा करेगा। इस 25 वर्षों में हमें मिलकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। 

लक्ष्य बड़ा और कठिन है। देशवासी को इसके लिए जी- जान से जुटना ही है। नए प्रण, नए संकल्प लेने हैं। भारत का विश्वास केवल भारत तक ही सीमित नहीं है।

भारत विविधता से भरा देश है। चुनौतियों से लड़ने वाला देश विश्वास के साथ आगे बढ़ता है तो दुनिया के अनके देशों को प्रेरणा भी मिलती है। 

हर सफलता आने वाले दिनों में दुनिया के लिए प्रेरणा का काम करेगी। भारत तेजी से गरीबी दूर करेगा तो अन्य देशों को प्रेरित भी करेगा। सफलता की पहली शर्त विश्वास ही होती है।

New Indian Parliament :

नया संसद भवन ! विश्वास को नई बुलंदी देने वाला है। जो विकसित भारत के निर्माण में प्रेरणा बनेगा। हर भारतीय के कर्तव्य भाव को जाग्रत करेगा।

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अनवरत प्रस्तुति

हमें ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना से प्रगति पथ पर निरंतर आगे बढ़ना है। हमें कर्तव्यपथ को सर्वोपरि बनाना है।

New Indian Sansad Bhavan :

हमें निरंतर स्वयं में सुधार करते रहना होगा। हमें नए रास्ते खुद ही बनाना होगा। लोक कल्याण को ही जीवन मंत्र बनाना है।

New Indian Parliament Building : 

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह भवन, नई ऊर्जा और मजबूती देगी। यहां होने वाला हर निर्णय भारत के भविष्य को संवारेगा। 

इस संसद भवन की हर ईंट, हर दीवार, गरीब के कल्याण के लिए समर्पित है। 

अगले 25 वर्षों में संसद में बनने वाले नए कानून भारत को विकसित राष्ट्र बनाएगा। यहां बनने वाले कानून, युवाओं, महिलाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करेगा। यह भवन, नए भारत के सृजन का आधार बनेगा।

Indian New Parliament Building Status :  

मैं समस्त भारतवासियों को नए संसद की बधाई देता हूं : PM MODI 

यह अमृतकाल असंख्य सपनों को पूरा करेगा। अमृतकाल का आह्वान है-

  • मुक्त मातृभूमि को नवीन प्राण चाहिए
  • भारत के भविष्य को उज्जवल बनाने वाली इस संसद को भी उतना ही नवीन और आधुनिक होना चाहिए। 
  • एक समय था। जब भारत दुनिया का सबसे समृद्ध और वैभवशाली राष्ट्रों में गिना जाता था। 
  • भारत के मंदिरों से लेकर मूर्तियों तक में भारत की वास्तु विशेषज्ञता का उद्घोष होता था लेकिन सैकड़ों वर्षों की गुलामी ने हमारा गौरव छीन लिया।
  • 21वीं सदी का भारत बुलंद हौसलों से भरा हुआ है। आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है। 
  • इस भवन में विरासत भी है, वास्तु भी है। कला भी है कौशल भी है। इसमें संस्कृति भी है संविधान के स्वर भी हैं। 
  • लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है तो राज्यसभा का आतंरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। 

संसद के प्रांगण में हमारा राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। इस नए भवन में देश की विशेषताओं को समाहित किया गया है।

इस भवन के निर्माण में राजस्थान के बलुआ पत्थर, महाराष्ट्र की लकड़ी लगी है। यूपी में भदोही के कारगीरों ने हाथ से कालीनों को बुना है। एक तरह से भवन के कण-कण में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना के दर्शन होते हैं। 

संसद के पुराने भवन में सभी के लिए अपने कार्यों को पूरा करना कितना मुश्किल हो रहा था यह हम सभी जानते हैं। पुरानी संसद भवन में तकनीक से जुड़ी समस्याएं थीं। 

बैठने की जगह की चुनौती थी। देश को नए संसद की आवश्यकता को लेकर बहुत समय से चर्चा चल रही थी। आने वाले दिनों में सीटों की संख्या बढ़ेगी। नए सांसद कहां बैठते। समय की मांग थी कि संसद की नई इमारत का निर्माण किया जाए। 

मुझे खुशी है कि यह भव्य इमारत आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह लैस है। इस समय भी इस हॉल में सूरज का प्रकाश सीधे आ रहा है। भारत के ये नौ साल नव-निर्माण के रहे हैं।

भारत एक लोकतांत्रित राष्ट्र ही नहीं बल्कि यह लोकतंत्र का जननी भी है। लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ एक व्यवस्था नहीं बल्कि एक संस्कार, विचार और परंपरा है। 

हमारे वेद हमें सभाओं एवं समितियों के लोकतांत्रिक सिद्धांत सिखाते हैं। हमने वैशाली जैसे गणतंत्रों को जीकर दिखाया है। 

तमिलनाडु में मिला 900 ई, का शिलालेख आज भी सभी को हैरान कर देता है। लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा और संविधान ही संकल्प है।

हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें समय की ललाट पर इतिहास का अमित हस्ताक्षर बन जाती हैं। 

देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है। 

मैं देशवासियों को इस स्वर्णिम क्षण की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। यह सिर्फ भवन नहीं है यह 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं एवं सपनों का प्रतिबिंब है।

यह विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प को संकेत देने वाला लोकतंत्र का मंदिर है। यह नया संसद भवन योजनाओं को यथार्थ से, नीति को निर्माण से, इच्छाशक्ति को क्रियाशक्ति से, संकल्प को सिद्धी से जोड़ने वाली अहम कड़ी साबित होगा। 

यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का मध्यम बनेगा। यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। 

यह नया भारत विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा। यह नया भवन नूतन एवं पुरातन के सह-अस्तित्व भी बेजोड़ उदाहरण है। आज नया भारत अपने लिए नए लक्ष्य गढ़ रहा है।

सेंगोल क्या है, जानें :

  • सेंगोल सुनहरा राजदंड है, जिसे भारत की स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सौंप दिया गया था। 
  • सेंगोल, इससे पहले इलाहाबाद के एक संग्रहालय में रखा हुआ था। सेंगोल की उत्पत्ति चोल साम्राज्य में हुई थी। 
  • जहां इसे एक राजा से दूसरे राजा को सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में प्रयोग किया जाता था। 
  • इसके ऊपर नंदी की नक्काशी है, जिसे न्याय का प्रतीक माना जाता है। सेंगोल का इस्तेमाल 14 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों से भारतीय हाथों में सत्ता हस्तांतरित करने के लिए किया गया था। 
  • इसे तत्कालीन PM जवाहरलाल नेहरू ने राजेंद्र प्रसाद और कई अन्य लोगों की उपस्थिति में स्वीकार किया था।

यह सेंगोल कहां स्थापित होता है :

  • चांदी से निर्मित और सोने की परत वाले इस ऐतिहासिक राजदंड को 28 मई को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास स्थापित किया गया।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित किया। 
  • PM Modi Speech in New Parliament प्रधानमंत्री दामोदर दास नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन को आज राष्ट्र को समर्पित किया। 
  • पीएम मोदी ने पूरे रीति- रिवाज के साथ पूजा- पाठ, धार्मिक अनुष्ठान कर सबसे पहले सेंगोल को लोकसभा कक्ष में स्थापित किया। उसके बाद तमिलनाडु से पधारे 20 विद्वान पंडितों से आशीर्वाद लिया। 
  • इसके उपरांत पीएम मोदी ने अपने कई मंत्रियों सहित दिग्गज नेताओं के साथ नए संसद भवन की तरफ आगे बढ़े।

ऐतिहासिक क्षण : पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा देश के विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे भी आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें समय के ललाट पर इतिहास की अमिट छाप छोड़ती है। इसी क्रम में पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज 28 मई 2023 का ये दिन भी ऐसा ही शुभ अवसर है।

140 करोड़ देशवासियों के स्वप्न का ऐतिहासिक प्रतिबिंब : इसी कड़ी में मोदी ने कहा कि ये संसद देश की जनता के सपनों का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि हम यहीं से देशवासियों के सपने साकार करेंगे।

सशक्त लोकतंत्र की भूमिका : इसी कड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए तथा गरीबों के कल्याण के लिए हम सभी नेताओं को खुद को तपाना होगा। उन्होंने आगे कहा लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए हमें आगे आना होगा।

PM Modi के सपने हुए साकार : उन्होंने कहा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम, ये संसद बनेगा। आगे मोदी ने कहा कि ये नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा और नए सपने साकार होगा।

उन्होंने कहा भारत लोकतंत्र की जननी है : पीएम ने कहा भारत एक लोकतांत्रिक राष्ट्र ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जननी भी है। भारत आज वैश्विक लोकतंत्र का भी बहुत बड़ा आधार है। लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ एक व्यवस्था नहीं, एक संस्कार है, एक विचार है, एक परंपरा है।

नया संसद ! नई बुलंदियों का आगाज है : सच, सफलता की पहली शर्त, विश्वास ही होती है। ये नया संसद भवन, इसी विश्वास को नई बुलंदी देगा।

कर्तव्य को पूरा करना का जरिया है संसदः पीएम ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में हम सभी के लिए नया संसद नई प्रेरणा बनेगा। ये संसद भवन हर भारतीय के कर्तव्य भाव को जागृत करेगा।

Old संसद भवन में कार्य करने में होती थी दिक्कत : उन्होंने कहा ओल्ड संसद भवन में काम करना काफी मुश्किल था। इस बात से सभी वाकिफ हैं। बैठने की जगह की कमी थी और तकनीकी दिक्कतें भी थीं। इसलिए दो दशक से भी अधिक समय से नए संसद भवन के निर्माण पर चर्चा चल रही थी। आगे उन्होंने कहा मुझे खुशी है कि यह नया भव्य भवन आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है। 

पीएम मोदी ने इसी कड़ी में आगे कहा, हम इसी संसद से अब देश को सशक्त बनाने का काम करेंगे और नया इतिहास लिखेंगे। पीएम ने जोर देते हुए कहा भारत के विकास पर ही विश्व का विकास आधारित है।

– AnjNewsMedia Presentation

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