भक्तिमय वातावरण में हनुमंत लला की पूजा- अर्चना संपन्न
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गया : आध्यात्मिकता की अनूठी दास्ताँ ऐसी है। जिनके तन- मन में हनुमान रच- बस गए थे। और वो उसी में लीन रहती थीं। यही वजह है कि प्रभु हनुमान के मंदिर का निर्माण कराया गया।
बिहार सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के पूर्व उपनिदेशक शिवकपूर ने भक्तिमय वातावरण में मंदिर में पूजा- अर्चना की।
जाहिर हो उनकी माता को मंदिर के प्रति असीम अनुराग था इसलिए 6 अप्रैल 2021 मंगलवार को 3 बजे से संध्या 7 बजे तक हनुमान लला का विशेष पूजन, आराधना, सुन्दर काण्ड एवं हनुमान चलीसा का पाठ तथा भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
40 वर्षों बाद 5 अप्रैल 2021 को मुझे संकट मोचन मंदिर नवादा में अनुज सागर के साथ श्रीहनुमत लाल का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस मूर्ति की स्थापना उनकी पुज्य पिता ने बनारस से लाकर की थी, मंदिर निर्माण का श्रेय उनकी पुज्य माता रागनी देवी एवं पंडित निरंकारदास उर्फ़ गोपाल को जाता है यजमान प्रोफ़ेसर विश्राम शर्मा एवं सरोज देवी थीं l
प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक मैंने हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ किया। इस अवसर पर दिन एवं रात मे भंडारा भी कराया गया
➖AnjNewsMedia
