ग्रामीणों ने डीएम से विकास का भरोसा जताया
ग्रामीणों ने कहा डांट-फटकार कर भगा देते हैं बीडीओ
वहां नहीं बही विकास की गंगा, पेयजल के लिए तरस रहे हैं लोग
गया : बिहार सूबे के गया ज़िले के अतरी प्रखंड क्षेत्र के टेंटुआ पंचायत अंतगर्त आने वाला सुदूरवर्ती ग्राम टोला करियाद बेलदारी, सुशासन की नीतीश सरकार में भी सरकारी बाबुओं की लापरवाही के कारण बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। गया ज़िले के अतरी प्रखंड में
अपनी मांग को लेकर अतरी प्रखंड कार्यालय को घेरा ग्रामीणजन |
इस गांव में टोटल मतदाताओं की संख्या लगभग 400 के आस- पास है। परन्तु गांव में सरकारी भवन न होने के कारण उन सभी मतदाताओं को अलग- अलग बूथों पर पैदल चल कर जाना पड़ता है।
यहाँ के मतदाताओं को वार्ड no-9, वार्ड-12 और वार्ड no-13 में विभाजित कर दिया गया है। जिसके कारण वहां बुनियादी सुविधाएं का घोर अभाव है।
ऐसी परिस्थिति में पंचायत प्रतिनिधि समस्या के समाधान में मुँह मोड़ लेते हैं। जिसके वजह से समस्या जटिल बानी हुई है। स्थिति ऐसी बानी पड़ी है की ग्रामवासी कभी वार्ड सदस्य-12 के चक्कर काटते तो कभी वार्ड सदस्य-9 के। इस फेरे में वहां का विकास कार्य पूरी तरह से प्रभावित है। जिसके वजह से वह क्षेत्र विकास से है।
सुशासनी Nitish Sarkar की महत्वकांक्षी नल जल योजना के सुविधा से भी वंचित है। ग्रामवासियों ने बताया इसी वजह से समस्या जस के तस बनी हुई है। पानी की किल्लत से ग्रामीणजन त्रस्त हैं।
विकास से वंचित है अतरी प्रखंड का गांव। वहां नहीं बही विकास की गंगा। पेयजल के लिए तरस रहे हैं लोग, परन्तु सुनते नहीं बीडीओ। विवश- लाचार हैं गांववासी।
उक्त समस्या को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने आज अतरी प्रखंड कार्यालय पहुंचे और घेराव करते हुए हल्ला- बोले। लेकिन पता चला की बीडीओ साहब गायब हैं। जिससे वे लोग काफी दुखी हुए।इस तरह सुशासन में भी विकास से वंचित है सुदूरवर्ती गांव करियाद बेलदारी। वहां विकास की किरणें नहीं पहुंच सकी, जो दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का द्योतक है।
फिर इस तरह निराश हो कर उन्हें लौटना पड़ा। यह मामला और मांग पुरानी है। इसके वाबजूद भी अतरी प्रखंड के बीडीओ मामले को गंभीरता से नहीं लेकर ग्रामीणों को ठगने का काम कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने कहा जब भी काम के लिए आते हैं बीडीओ कभी भी तरजीह नहीं देते, उलटे डांट-फटकार कर भगा देते हैं। जिसके वजह से ग्रामीणजनों में खासा आक्रोश दिखा।
जबकि उनकी मांग बिल्कुल जायज थी। भला, ऐसे में विकास की उम्मीद अतरी प्रखंड के बीडीओ से उठता जा रहा है। जो चिंतनीय है ही, दुखद भी।
अंततः अब पीड़ित ग्रामीणों ने डीएम से विकास का भरोसा जताया है।
– AnjNewsMedia