सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उधम विकास, MSME (एमएसएमई) मंत्रालय, भारत सरकार, पाटलीपुत्र औधोगिक प्रांगण, पटना के सौजन्य से स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत पटना को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उधम विकास कार्यालय के निदेशक प्रदीप कुमार पटना के द्वारा आठ डस्ट बिन का वितरण जनहित सुविधाओं हेतु समर्पित किया।
मौके पर MSME के निदेशक ने संस्थान के द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और लोगों को स्वच्छ रहने की अपील की, साथ ही आस-पास सफाई की महता के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के संयोजक संजीव आज़ाद, सहायक निदेशक ने एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के स्वच्छता अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया।
मौके पर श्री आज़ाद ने लोगो से अनुरोध किया गया की कूड़ा कचरा कचरा पात्र में रखे जिससे आस पास सफाई रह सके।
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इस अवसर पर उपस्थित डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने एमएसएमई के प्रति आभार प्रकट करते हुये भारत सरकार के इस अभियान की प्रशंसा की और कहा कि आम भागीदारी से अभियान को सफल बनाया जा सकता है।
स्टैंड-अप इंडिया योजना के तहत 7 वर्षों के दौरान 1,80,630 से अधिक खातों में 40,700 करोड़ रुपये से अधिक की राशि आवंटित
स्टैंड-अप इंडिया योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिलाओं के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है: वित्त मंत्री
स्टैंड-अप इंडिया योजना उद्यमियों, उनके कर्मचारियों व उनके परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर करने में सहायक: वित्त राज्यमंत्री
जाहिर हो स्टैंड-अप इंडिया योजना की शुरुआत 5 अप्रैल 2016 को आर्थिक सशक्तिकरण और रोजगार सृजन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। इस योजना को वर्ष 2025 तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
ज्ञात हो ऊर्जावान, उत्साही एवं महत्वाकांक्षी अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग और महिला उद्यमियों को अपने सपनों को साकार करने में पेश आने वाली विभिन्न चुनौतियों के तथ्य को स्वीकार करते हुए, स्टैंड-अप इंडिया का शुभारंभ महिलाओं और अनुसूचित जाति (एससी) व अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लोगों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और उन्हें विनिर्माण, सेवा या व्यापार क्षेत्र एवं कृषि से जुड़ी गतिविधियों से संबंधित एक ग्रीनफील्ड उद्यम शुरू करने में मदद देने के लिए किया गया था।
केन्द्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन ने कहा, “यह मेरे लिए बेहद गर्व और संतोष की बात है कि 1.8 लाख से अधिक महिलाओं तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों के लिए 40,600 करोड़ रुपये से अधिक राशि के ऋण स्वीकृत किए हैं।”
एसयूपीआई योजना की सातवीं वर्षगांठ के अवसर पर, केन्द्रीय वित्त मंत्री ने कहा, “इस योजना ने एक ऐसा इकोसिस्टम बनाया है जिसने सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की शाखाओं से मिलने वाले ऋण के जरिए ग्रीनफील्ड उद्यम स्थापित करने में एक सहायक वातावरण के निर्माण को सुविधाजनक बनाया है और उसे जारी रखा है।
स्टैंड-अप इंडिया योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिलाओं के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हुई है।”
श्रीमती सीतारामन ने कहा कि स्टैंड-अप इंडिया योजना ने सुविधाओं से वंचित/कम सुविधा प्राप्त उद्यमियों के लिए परेशानी मुक्त किफायती ऋण सुनिश्चित करके कई लोगों के जीवन को संवारा है।
वित्त मंत्री ने कहा कि इस योजना ने उभरते उद्यमियों की उद्यमशीलता संबंधी उड़ान में पंख दिए हैं और ये उभरते उद्यमी रोजगार के सृजनकर्ता बनकर आर्थिक विकास को गति देने और एक मजबूत इकोसिस्टम के निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।
स्टैंड-अप इंडिया योजना की सातवीं वर्षगांठ के अवसर पर, केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत किशनराव कराड़ ने कहा, “स्टैंड-अप इंडिया योजना वित्तीय समावेशन के राष्ट्रीय मिशन के तीसरे स्तंभ पर आधारित है, जिसका नाम है “वित्त पोषण से वंचित लोगों का वित्त पोषण” (फंडिंग द अनफंडेड)। इस योजना ने अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की शाखाओं से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और महिला उद्यमियों के लिए निर्बाध ऋण प्रवाह की उपलब्धता सुनिश्चित की है। यह योजना उद्यमियों, उनके कर्मचारियों व उनके परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर करने में सहायक रही है।”
डॉ. कराड़ ने कहा, “पिछले सात वर्षों के दौरान इस योजना से 1.8 लाख से अधिक उद्यमी लाभान्वित हुए हैं।” उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह भी बेहद खुशी की बात है कि इस योजना के तहत स्वीकृत गए 80 प्रतिशत से अधिक ऋण महिलाओं को प्रदान किए गए हैं।”
अब जबकि हम स्टैंड-अप इंडिया योजना की सातवीं वर्षगांठ मना रहे हैं, आइए हम इस योजना की विशेषताओं और उपलब्धियों पर एक नजर डालें।
स्टैंड-अप इंडिया का उद्देश्य है:
महिलाओं तथा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों के बीच उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना,
विनिर्माण, सेवा या व्यापार क्षेत्र और कृषि से जुड़ी गतिविधियों से संबंधित ग्रीनफील्ड उद्यमों के लिए ऋण प्रदान करना,
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की प्रति बैंक शाखा से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कम से कम एक उधारकर्ता और कम से कम एक महिला उधारकर्ता को 10 लाख रुपये से लेकर 100 लाख रुपये तक के बैंक ऋण की सुविधा प्रदान करना।
स्टैंड-अप इंडिया की जरूरत क्यों?
स्टैंड-अप इंडिया योजना को अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों और महिला उद्यमियों द्वारा उद्यम स्थापित करने तथा व्यवसाय में सफल होने हेतु समय-समय पर ऋण एवं अन्य जरूरी सहायता प्राप्त करने में पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है।
इस दृष्टि से यह योजना एक ऐसा इकोसिस्टम बनाने का प्रयास करती है, जो लक्षित क्षेत्रों को व्यापार करने और उस व्यापार को जारी रखने हेतु एक अनुकूल व सहायक वातावरण की सुविधा प्रदान करे।
इस योजना का उद्देश्य सभी बैंक शाखाओं को अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के उधारकर्ताओं और महिला उधारकर्ताओं को अपना ग्रीनफील्ड उद्यम स्थापित करने हेतु ऋण प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस योजना के तहत इच्छुक आवेदक आवेदन कर सकते हैं:
सीधे बैंक शाखा में या,
स्टैंड-अप इंडिया पोर्टल (www.standupmitra.in) के माध्यम से या,
लीड जिला प्रबंधक (एलडीएम) के माध्यम से।
कौन लोग ऋण के पात्र हैं?
18 वर्ष से अधिक आयु वाले अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और/या महिला उद्यमी,
इस योजना के तहत ऋण केवल ग्रीन फील्ड परियोजनाओं के लिए उपलब्ध हैं। इस संदर्भ में, ग्रीन फील्ड से आशय विनिर्माण, सेवा या व्यापार क्षेत्र और कृषि से जुड़ी गतिविधियों से संबंधित लाभार्थी द्वारा पहली बार स्थापित किए जाने वाला उद्यम है,
गैर-व्यक्तिगत उद्यमों के मामले में, 51 प्रतिशत शेयरधारिता और नियंत्रणकारी हिस्सेदारी या तो अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति उद्यमी और/या महिला उद्यमी के पास होनी चाहिए,
उधारकर्ता किसी भी बैंक/वित्तीय संस्थान के समक्ष चूककर्ता नहीं होना चाहिए,
इस योजना में ’15 प्रतिशत तक’ की मार्जिन मनी की परिकल्पना की गई है जो केन्द्रीय/राज्य स्तर की पात्र योजनाओं के साथ समन्वय बिठाते हुए प्रदान की जा सकती है। किसी भी हाल में, उधारकर्ता को परियोजना लागत का कम से कम 10 प्रतिशत हिस्सा अपने योगदान के रूप में जुटाना होगा।
सहारा प्रदान करने वाली सहायता:
ऋण चाहने वाले संभावित उधारकर्ताओं को बैंकों से जोड़ने के अलावा, स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) द्वारा विकसित ऑनलाइन पोर्टल www.standupmitra.in संभावित उद्यमियों को व्यावसायिक उद्यम स्थापित करने के उनके प्रयास में मार्गदर्शन भी प्रदान कर रहा है।
इस मार्गदर्शन में बैंक की जरूरतों के अनुरूप प्रशिक्षण से लेकर ऋण के लिए आवेदन भरने तक की जानकारी शामिल है। सहारा प्रदान करने वाली 8,000 से अधिक एजेंसियों के नेटवर्क के माध्यम से, यह पोर्टल संभावित उधारकर्ताओं को विशिष्ट प्रकार की विशेषज्ञता वाली विभिन्न एजेंसियों से जोड़ने के लिए चरण दर चरण मार्गदर्शन की सुविधा प्रदान करता है।
इस मार्गदर्शन के तहत कौशल केन्द्र (स्किलिंग सेंटर), मार्गदर्शन संबंधी सहायता (मेंटरशिप सपोर्ट), उद्यमशीलता विकास कार्यक्रम केन्द्र (एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम सेंटर), जिला उद्योग केन्द्र (डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रीज सेंटर) के पते और संपर्क नंबर की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
योजना की उपलब्धियां:
इस योजना की शुरुआत के बाद से दिनांक 21.03.2023 तक स्टैंड-अप इंडिया योजना के तहत 180,636 खातों में 40,710 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
21.03.2023 तक स्टैंड-अप इंडिया योजना के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और महिला लाभार्थियों का विवरण:
अनुसूचित जाति- 26,889, अनुसूचित जनजाति- 5,625.50, महिला- 8,960, कुल खातों की संख्या- 1,932.50, आवंटित राशि (करोड़ रुपये में)- 1,44,787, खातों की संख्या- 33,152.43आवंटित राशि (करोड़ रुपये में), खातों की संख्या- 1,80,636आवंटित राशि (करोड़ रुपये में), खातों की संख्या- 40,710.43आवंटित राशि (करोड़ रुपये में)
युवा संगम के दूसरे चरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण समाप्त
IIT (आईआईटी) पटना को बिहार राज्य के लिए नोडल केंद्र बनाया गया
पोर्टल पर पंजीकरण की तिथि आज हुई ख़त्म
पटना : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली के साथ जोड़ा गया है।
आईआईटी पटना और एनआईटी त्रिची क्रमशः दोनों राज्यों के लिए समन्वयक संस्थान हैं।
18-30 वर्ष की आयु के इच्छुक युवा के पोर्टल पर पंजीकरण की तिथि आज हुई ख़त्म।
पूरे बिहार से 45 छात्रों का चयन किया जाएगा और उन्हें तमिलनाडु भेजा जाएगा।
और इसी तरह, NIT (एनआईटी) त्रिची यात्रा के समय को छोड़कर इस अभियान के तहत 5 से 7 दिनों की अवधि के लिए तमिलनाडु के युवाओं को बिहार भेजेगा।
इस एक्सपोजर टूर के दौरान छात्रों को उस राज्य में स्थित ऐतिहासिक महत्व की समृद्ध विरासत को जानने और समझने का भी अवसर मिलेगा।
इसके साथ ही इन चयनित छात्रों को राज्य के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मिलने का अवसर भी मिलेगा।
दोनों राज्यों के युवाओं की यात्रा जोड़ीदार राज्यों के बीच विचारों, ज्ञान और कौशल के आदान- प्रदान को बढ़ावा देना है।
डीएम ने दिये श्रवण श्रुति कार्यक्रम के तहत स्क्रीनिंग तेज करने के निर्देश
कॉकलियर इंप्लाट कराये गये बच्चों की नियमित अनुश्रवण कर ! दें रिपोर्ट
श्रवण श्रुति कार्यक्रम ! DM in Health Meeting
गया : जिला में सुनने की क्षमता से प्रभावित बच्चों के लिए श्रवण श्रुति कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम की मदद से ऐसे बच्चों के कानों की जांच की जाती है जिन्हें कम सुनाई देता या पूरी तरह सुनने में असमर्थ हैं. ऐसे बच्चों के कानों की आवश्यक जांच कर उन्हें हियरिंग ऐड या सर्जरी के माध्यम से कॉकलियर इंप्लांट करायी जा रही है. इस पूरे कार्यक्रम का अनुश्रवण स्वयं जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम कर रहे हैं.
12 बच्चों की सर्जरी कर कॉकलियर इंप्लांट की गई :-
श्रवण श्रुति कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में अब तक 39 हजार एक सौ नब्बे बच्चों की स्क्रीनिंग की गयी है. इस स्क्रीनिंग में बच्चों के कानों की जांच की जाती है.
स्क्रीनिंग संबंधी कार्य जिला के दस प्रखंडों में चल रहा है. सुनने की क्षमता से प्रभावित 187 बच्चों को बेरा टेस्ट के लिए रेफर किया गया है. इसमें 59 बच्चे बेरा पॉजिटिव पाए गए हैं.
इनमें 34 बच्चों को कानपुर भेजा गया है. 12 बच्चों की सर्जरी कर कॉकलियर इंप्लांट की गयी है.
स्क्रीनिंग में तेजी लाने का दिया निर्देश:-
DM ने CS डॉ रंजन कुमार सिंह तथा DPM नीलेश कुमार के साथ कार्यक्रम को लेकर शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक में आवश्यक निर्देश भी दिया है.
जिलाधिकारी ने कहा है कि बच्चों की स्क्रीनिंग की प्रगति धीमी है. इसमें तेजी लायें.
विभिन्न प्रखंडों में कैंप के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग कराएं और उनमें कम सुनने या नहीं सुनने वाले बच्चों की लाइन लिस्ट तैयार करें.
पटना या कानपुर आवश्यक जांच व इलाज के लिए भेजे जाने की दिशा में सभी आवश्यक सुविधाएं बच्चे तथा उनके परिवार को उपलब्ध कराएं.
DM ने निर्देश दिया कि हियरिंग लॉस की समस्या से जूझ रहे बच्चे जिनका ऑपरेशन हो चुका है उन बच्चों की प्रगति की जानकारी दें और रिपोर्ट तैयार करें.
Gaya Police Latest News :-
सरकारी राशि के गवन का आरोपी गिरफ्तारः-
दिनांक 22.08.2022 को पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत ननौक, प्रखंड मानपुर, जिला गया द्वारा बेरियाकला, वार्ड 07 के भूत पूर्व वार्ड सदस्य -सह- अध्यक्ष एवं वार्ड सचिव के द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर कर अवैध रूप से सरकारी राशि का गवन करने के आरोप में बुनियादगंज थाना में एक लिखित आवेदन दिया गया। थानाध्यक्ष बुनियादगंज द्वारा उक्त आवेदन पर थाना कांड सख्या -265/22, दिनांक 22.08.2022, धारा- 409/420/ भा0द0वि0 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। अनुसंधान के क्रम में कांड के मुख्य आरोपी मुकेश कुमार, पिता स्व0 शक्ति सिंह, को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम/पताः-
मुकेश कुमार, पिता स्व शक्ति सिंह, सा0 बेरियाकला, थाना बुनियादगंज, जिला गया।
गलत जमीन का रजिस्ट्री कर धोखाधड़ी एवं जालसाजी करने का आरोपी गिरफ्तारः-
दिनांक 07.01.2023 को वादी मिठ्ठू पासवान, पिता सुखदेव पासवान, सा0- करमौनी भलुआ, थाना- डोभी, जिला- गया द्वारा डोभी थाना में एक लिखित आवेदन दिया गया कि धर्मपुर का संजय कुमार इनको गलत जमीन बेच दिया है तथा रूपया वापस करने के नाम पर जो चेक दिया है वह बाउंस कर गया है। जब उनसे यह बात कही गई तो वह वादी के ही साथ मारपीट पर उतारू हो गये तथा गाली गलौज करने लगे। इस संबंध में डोभी थाना द्वारा कांड संख्या 28/23, दिनांक 06.01.2023, धारा- 420/406/34 भा0द0वि0, 138 एन0आई0 एक्ट एवं (i)(r)3(2)(v-a) SC/ST. Act. दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। अनुसंधान के क्रम में कांड के मुख्य आरोपी संजय कुमार, पिता द्वारिका यादव को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम/पताः-
संजय कुमार, पिता द्वारिका यादव, सा0- धर्मपुर थाना- डोभी, जिला- गया।
गया पुलिस द्वारा जिला में अवैध खनन, परिवहन, तथा ओवरलोडिंग पर पूर्णतः रोकथाम लगाने हेतु लागातार कार्यवाही किया जा रहा है। सभी पुलिस पदाधिकारियों को लगातार अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग में संलिप्त खनन माफियाओं के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई हेतु विशेष छापेमारी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है इसी क्रम में दिनांक 09.04.2023 को:-
01. आंती थाना क्षेत्र में खनन माफियों के द्वारा चोरी छुपे अवैध खनन कर ओवरलोडिंग बालू का अवैध रूप से ढुलाई किया जा रहा था। इस सूचना का सत्यापन एवं त्वरित कार्रवाई हेतु आंती थाना को निर्देशित किया गया। इस संबंध में थाना द्वारा छापामारी कर रविरंजन कुमार, पे0-प्रमोद यादव, सा0-अमराखैरा, थाना-कोचं, जिला-गया को अवैध बालू लदा हुआ एक ट्रैक्टर के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में आंती थाना कांड सं0 29/23 दिनांक 09.04.2023 धारा-323/335/333/353/342/379/279/411 भा0द0वि एवं 56(1)(2) बिहार सनुदान खनिज खानन परिवहन एवं भंडारण अधिनियम 2019 एवं पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
गया पुलिस के द्वारा जिला में अवैध शराब का सेवन, निर्माण, बिक्री, भण्डारण एवं परिवहन को रोकने तथा शराब तस्करों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई हेतु विशेष सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में दिनांक- 09.04.2023 को:‘-
01. बाराचट्टी थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आरोप में स्वरूप मांझी पे0 विश्ेसर मांझी, सा0सुर्यमंडल, थाना बाराचट््टी, जिला गया को गिरफ्तार किया गया। इस संबंध मे बाराचट्टी थाना काण्ड संख्या 247/23, दिनांक 05.03.2023, धारा-30 (ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कारवाई की जा रही है।
02. शेरघाटी थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आरोप में 1. जलवा देवी, पे0 सत्येन्द्र चौधरी 2. कबिता देवी, पे0 मुन्ना चौधरी, दोनों सा0 ततरिया, थाना शेरघाटी, जिला गया को 25 ली0 देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संबंध मे शेरघाटी थाना काण्ड संख्या 355/23, दिनांक 09.04.2023, धारा-30 (ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कारवाई की जा रही है।
03.डुमरिया थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आरोप में 01. समुन्द्र भारती पे0-कृष्णा भारती 02. सरस्वती देवी पे0-स्व0 बिरेन्द्र भारती दोनो सा0-कोसला, थाना-डुमरिया, जिला-गया को 10 लीटर देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में डुमरिया थाना कांड संख्या-32/23, दिनांक-09.04.23, धारा-30(ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
04. खिजरसराय थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आरोप में राम प्रवेश मॉझी पे0-स्व0 कारू मॉझी सा0-बाना,थाना-खिजरसराय, जिला-गया को 10 लीटर देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में खिजरसराय थाना कांड संख्या-151/23, दिनांक-09.04.23, धारा-30(ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
05. डोभी थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आरोप में बिट्टू मॉझी, पे0-काली मॉझी, सा0-दादपुर, थाना-डोभी, जिला-गया को 02 लीटर महुआ शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में डोभी थाना कांड संख्या-358/23, दिनांक-09.04.23, धारा-30(ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
06. मुफ्फसिल थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आसूचना पर 79 लीटर महुआ शराब बरामद किया गया। इस संबंध में मुफ्फसिल थाना कांड संख्या-406/23, दिनांक-09.04.23, धारा-30(ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
07. गुरूआ थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आसूचना पर 50 लीटर देशी शराब बरामद किया गया। इस संबंध में गुरूआ थाना कांड संख्या-186/23, दिनांक-09.04.23, धारा-30(ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
08. बॉकेबाजार थानान्तर्गत अवैध शराब की बिक्री करने के आसूचना पर 10 लीटर देशी शराब बरामद किया गया। इस संबंध में बॉकेबाजार थाना कांड संख्या-102/23, दिनांक-09.04.23, धारा-30(ए) बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद संसोधित अधिनियम 2018 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
दिनांक 09.04.2023 एवं 10.04.2023 को गया जिला अंतर्गत विभिन्न थानों द्वारा अलग अलग कांडों में फरार अभियुक्तों के विरूद्ध तामिला किया गया ईश्तेहार, हाजिर नहीं होने पर चल संपत्ति की जाएगी कुर्कः-
01, न्यायाल जे0एम0 प्रथम श्रेणी, गया का जी0आर0 3131/09 दिनांक 14.10.2022 में फरार रवि कुमार, पिता श्री सुधीर सिंह, सा0 धनगॉव, थाना फतेहपुर, जिला गया।
02. न्यायाल जे0एम0 द्वितीय श्रेणी, गया जी0आर0 5031/15 एव टी0आर0 33/22 में फरार 01. अकल मॉझी, पे0 गोविन्द मॉझी, 2 सुरेश मॉझी, पे0 गोविन्द मॉझी 3. रामोतार मॉझी, पे0 गोविन्द मॉझी, 4. सोदी मॉझी, पे0 गोविन्द मॉझी, सभी सा0 डादा, थाना फतेहपुर जिला गया।
03. न्यायाल जे0एम0 प्रथम श्रेणी. गया टी0आर0 501/22 दिनांक 30.07.2022 में फरार संतोष शर्मा, पे0 नन्द लाल शर्मा, सा0 गोपीमोड़, 2.नन्द लाल शमा पे0 लीलधारी शर्मा, दोनों सा0 गोपीमोड़, थाना फतेहपुर, जिला गया।
04. न्यायाल जे0एम0 प्रथम श्रेणी, गया टी0आर0 164/22 दिनांक 21.01.2023 में फरार राम बालक चौधरी, पे0 श्री मुसाफिर चौधरी, 02.लाटो महतो, पे0 स्व0 शिबु महतो, दोनों सा0 डिहुरी, थाना फतेहपुर, जिला गया।
3.शेम्पी देवी, पति मुकेश गिरी, 4. मुकेश गिरी , चारो सा0 कोठवारा, थाना डोभी, जिला गया।
06.न्यायाल ऐ0 जे0एम0 अष्टम श्रेणी, गया कम्पलेन न0 1539/07 टी0आर0 300/2023 में फरार अनिल कुमार सिह स्व0 राम चन्द्र प्रसाद सा0 गंगटी, थाना बनियादगंज,जिला गया,
07.न्यायाल ऐ0 जे0एम0 अष्टम श्रेणी, गया जी0 आर0 6444/17 टी0आर0 300/23 बुनियादगंज थाना काण्ड संख्या 167/17 में फरार श्रवण यादव,पे0, मोधी यादव, सा0 हेडमानपुर, जोड़ामजिस्द थाना बनियादगंज, जिला गया,।
08.माननीय न्यायाल ऐ0 जे0एम0 प्रथम श्रेणी, गया कम्पलेन न0 494/22, बुनियादगंज थाना काण्ड संख्या 232/22 में फरार पंकज कुमार पे0 सुनिल सिंह, सा0 रामपुर, थाना बनियादगंज, जिला गया,।
09..न्यायाल ऐ0 जे0एम0 प्रथम श्रेणी, गया कम्पलेन न0 822/15, टी0आर0 565/21 में फरार 1.मनोज कुमार, पे0 महेन्द्र मॉझी, 2. संतोष मॉझी, पे0 महेन्द्र मॉझी, 3. गीता देवी, तीनों सा0 दहहिया, थाना बोधगया, जिला गया,।
10.बोधगया थाना काण्ड संख्या 159/22 टी0आर0 1380/22 में फरार आनन्द कुमार उर्फ वितैय,पे0 जितेन्द्र मॉझी, सा0 खरॉटी, थाना बोधगया, जिला गया।
11. न्यायाल ऐ0 जे0एम0 प्रथम श्रेणी, गया कम्पलेन न0 1884/17 टी0आर0 1031/21 में फरार तुलसी पासवान पे0 विशुनधारी पासवान, सा0 प्ररसी, थाना मुफसिल, जिला गया।
12.मुफसिल, थाना काण्ड संख्या 367/16 टी0आर0 98/22 में फरार बिकू कुमार पे0 गणेश साव, मानपुर, थाना मुुफसिल, जिला गया।
13. न्यायाल जे0एम0 ऐफ0 गया कम्पलेन न0 24/14 टी0आर0 165/22 में फरार. मो0 शरीफ मिया पे0 खैरूद्वीन मियॉ सा0 भदेजा, थाना मुुफसिल, जिला गया।
14 .मगध विश्वविद्यालय थाना काण्ड संख्या 43/10 जी0अर0 414/23 में फरार बुट्टा मॉझी, पे0 राम विलास मॉझी, भोरवर, थाना म0वि0वि0, जिला गया।
15. मगध विश्वविद्यालय थाना काण्ड संख्या-51/08 जी0अर0 595/08, टी0आर0 9111/22 में फरार कमता यादव, पे0 प्यारे यादव, सा0 औरा, थाना म0वि0वि0, जिला गया।
16. मगध विश्वविद्यालय थाना काण्ड संख्या-51/08 जी0अर0 2558/08, टी0आर0 941/22 में फरार 1.अनिल मिस्त्री, पे0 दशरथ मॉझी, सा0 खरॉटी, 2.रवि यादव, पे0 बली यादव, 3 कमलेश यादव पे0 मुखू यादव, तीनों सा0 खरॉटी, थाना म0वि0वि0, जिला गया।
Pls Watch The Police Action Related Video :-
उपरोक्त सभी कांडों में फरार अभियुक्तों के विरूद्ध संबंधित थाना द्वारा ईश्तेहार तामिला कराया गया।
इश्तेहार इन अभियुक्तों के घर के दरवाजा पर चिपकाया गया एवं ढोल बजाकर स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी दी गई।
अगर ये अभियुक्त एक माह के अंदर न्यायालय में आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो इनकी चल संपत्ति को न्यायालय के आदेशोपरांत कुर्क कर दिया जाएगा।